Home छत्तीसगढ़ कटघोरा के मुख्य चौक में ट्रैफिक सिग्नल,छुरी में पुलिस सहायता केंद्र का सुझाव

कटघोरा के मुख्य चौक में ट्रैफिक सिग्नल,छुरी में पुलिस सहायता केंद्र का सुझाव

by admin

कोरबा जिले के सबसे बड़े पुलिस अनुविभाग कटघोरा में गुरुवार को प्रभारी एसडीओपी रामगोपाल करियारे ने क्षेत्रीय पत्रकारों से सौजन्य भेंट की। इलाके में शांति-व्यवस्था हेतु सुझाव मांगे।
श्री करियारे ने थाना क्षेत्र में व्याप्त कानून संबंधी समस्याओं पर पत्रकारों से चर्चा की. उन्हें उपस्थित पत्रकारों ने बताया कि कटघोरा क्षेत्र में कानून-व्यवस्था की स्थिति अन्य थाना क्षेत्रों से बेहतर है. कारोबारी व औद्योगिक क्षेत्र होने से यहां छुटपुट घटनाएं सामने आती है. यद्यपि सड़को की बदहाली की वजह से सड़क दुर्घटनाओ मे इजाफा हुआ है जो फिलहाल पुलिस के सामने एक बड़ी चुनौती है. पत्रकारों ने बताया कि कटघोरा के कुछेक वार्ड व आसपास के गाँवो में बड़े पैमाने पर अवैध कच्ची शराब का निर्माण व बिक्री हो रहा है जिससे ग्रामीण क्षेत्रो में शांति भंग हो रही है. इसके अलावा भारी वाहन चालक सड़क नियमो की अनदेखी करते हैं. नो एंट्री होने के बाद भी शहर के भीतर से भारी वाहनों की आवाजाही हो रही है जो कि सड़क दुर्घटनाओं की प्रमुख वजह है. इस पर लगाम लगाने की आवश्यकता है.नवपदस्थ प्रभारी एसडीओपी रामगोपाल करियारे से सौजन्य भेंट करने वाले पत्रकारों में पत्रकार संघ की ओर से अजय धनोंदिया,नवीन गोयल,सन्दीप चौबे,राहुल डिक्सेना, शशिकांत डिक्सेना,शारदा प्रसाद पाल,सत्या साहू मौजूद रहे.
*चौक-चौराहों में ट्रैफिक सिग्नल,लोनिवि को लिखा पत्र
चर्चा के दौरान पत्रकारों ने बताया कि शहर के भीतर निरन्तर ट्रैफिक का दबाव बढ़ता जा रहा है. ट्रैफिक सिग्नल नही होने से आम वाहन चालक भी चौक-चौराहों में सड़क नियमो का पालन नही कर रहे है जिस वजह से हादसों की आशंका बनी रहती है. इस समस्या पर त्वरित संज्ञान लेते हुए प्रभारी एसडीओपी श्री करियारे ने कार्यालय की ओर से लोक निर्माण विभाग को बायपास व मुख्य चौक में ट्रैफिक सिग्नल स्थापित किये जाने पत्र प्रेषित कराया. इसके अतिरिक्त बन्द बड़े सीसीटीवी को पुनः चालू करने के निर्देश कर्मियों को दिए .
*छुरी व सुतर्रा में पुलिस हेल्प डेस्क की अनुशंसा
बीट पुलिसिंग को और मजबूत करने हेतु रामगोपाल करियारे ने छुरी व सुतर्रा में अस्थाई पुलिस हेल्प डेस्क स्थापित किये जाने जिला मुख्यालय को पत्र लिखा है. उन्होंने बताया कि इस तरह के हेल्प डेस्क से ग्रामीण जनों के बीच सोशल पुलिसिंग को बढ़ावा मिलेगा जिससे पुलिस और लोगो के बीच की दूरी भी खत्म होगी साथ ही ग्रामीण क्षेत्रो में पनप रहे आपराधिक गतिविधि व अपराधियों पर भी अंकुश लगेगा. श्री करियारे ने इस दिशा में ठोस कदम उठाने हेतु डिवीजन के सभी थाना प्रभारियों को निर्देशित किया है. कम्युनिटी पुलिसिंग को मजबूत करने के लिए डीएसपी ने जल्द ही विभिन्न संगठनों,संस्थाओं व समाज के प्रमुखों के साथ सामूहिक बैठक की बात कही है.

Share with your Friends

Related Posts

Leave a Comment