दुर्ग। विश्व कैंसर दिवस के अवसर पर कैंसर के प्रति लोगों में जागरुकता लाने के लिए जिला अस्पताल की ओपीडी में आने वाले मरीजों के लिए विशेष कैंसर स्क्रीनिंग शिविर का आयोजन किया गया। इसके अलावा मुख्य चिकित्सा स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. जी एस ठाकुर व जिला एनसीडी नोडल अधिकारी डॉ. आर के खण्डेलवाल के निर्देशानुसार भिलाई स्थित शहीद पार्क में जनजागरुकता कार्यक्रम के तहत कैंसर जागरुकता शुभंकर द्वारा माइकिंग की गयी साथ ही प्रचार-प्रसार के लिए पर्चे भी बांटे गए। इस दौरान बच्चों एवं बुजुर्गों सहित सभी उम्र के लोगों को कैंसर के कारक तंबाकू आदि के सेवन से होने वाले दुष्प्रभावों के बारे में बताया गया।
वहीँ जिला चिकित्सालय की ओपीडी में कैंसर दिवस पर आज से तीन दिवसीय कैंसर स्क्रिनिंग शिविर के आयोजन की शुरुआत की गयी। इस दौरान सर्जन डॉ. सरिता मिंज ने बताया, “ओपीडी में आज लगभग 14 कैंसर से संबंधित मरीजों की स्क्रिनिंग की गई जिसमें ज्यादातर मामले महिलाओं व युवतियों में स्तन में गाँठ से सम्बंधित थे । स्क्रीनिंग के बाद मरीजों को आगे और जांच की सलाह दी गई। उन्होंने बताया, स्तन कैंसर महिलाओं में तेजी से पनपने वाली बीमारी है, अगर समय रहते इसका पता लग जाए तो इसके जानलेवा परिणामों से बचा जा सकता है। इस बीमारी का पता लगाने के लिए आपको जागरूक होकर लक्षणों को पहचानने की जरूरत है। कैंसर का कोई भी लक्षण दिखने पर उसकी तुरंत जांच करवानी चाहिए ताकि समय पर इलाज कर मरीज़ की जान बचाई जा सके। इसमें अगर थोड़ी सी भी सतर्कता बरती जाए तो कैंसर के लक्षणों को आसानी से पहचाना जा सकता है”।
सिविल सर्जन डॉ. पीआर बाल किशोर ने बताया, “कैंसर रोग से बचाव के प्रति लोगों को जागरूक करने के लिए अस्पताल परिसर के ओपीडी काउंटर के सामने सेल्फी जोन बनाया गया है। ताकि अस्पताल में आने वाले अन्य मरीज भी सेल्फी लेकर सोशल मिडिया में लोगों को जागरुकता संदेश दे सकें। इसके अलावा ओपीडी के एनसीडी सेल कक्ष में आने वाले मरीजों के हाथों में कैंसर के प्रति जागरूकता के लिए स्टीकर भी लगाया गया। इस स्टीकर में “आई एम एंड आई विल “ लिखा गया है जोकि इस वर्ष की थीम भी है इसके माध्यम से लोगों में कैंसर के प्रति जागरूकता एवं उनको कैंसर स्क्रीनिंग कैम्प में आने के लिए प्रेरित किया जा रहा है”।
सिविल सर्जन डॉ. बालकिशोर ने बताया, “जिला अस्पताल के ओपीडी में आए 58 वर्षीय मरीज में कैंसर के संभावित लक्षण होने पर जांच व इलाज के लिए डॉ. अम्बेडकर अस्पताल रायपुर रेफर किया गया है । मरीज को लगभग सालभर से दाएं आंख के पलक में गठान व सूजन की समस्या से परेशानी हो रही है। निजी अस्पतालों में महंगा इलाज व आर्थिक तंगी की वजह वह बहुत परेशान था। मरीज को आयुष्मान कार्ड से डॉ. अंबेडकर अस्पताल में एमआरआई, क्रेटोग्राफी, रेटोनॉग्राफी की जांच कराने की सलाह दी गई।
समय पर हो इलाज तो कैंसर प्रभावितों का बच सकता है जीवन
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