नईदिल्ली(ए)। प्रधानमंत्री मोदी ने कहा कि पहलगाम हमले और ऑपरेशन सिंदूर के बाद आतंकवाद के खतरे को खत्म करने की जरूरत पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों ने जिस तरह से विभिन्न देशों के सामने भारत के विचार को रखा, उस पर उन्हें गर्व है। पीएम मोदी ने मंगलवार को अपने सरकारी आवास पर सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों को रात्रि भोज पर आमंत्रित किया। इनमें वर्तमान व पूर्व सांसद और मौजूदा व पूर्व राजनयिक शामिल थे, जिन्होंने पिछले कुछ हफ्तों में 33 विश्व राजधानियों की यात्रा की। पीएम मोदी ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, विभिन्न देशों में भारत का प्रतिनिधित्व करने वाले विभिन्न प्रतिनिधिमंडलों के सदस्यों से मुलाकात की और शांति के प्रति भारत की प्रतिबद्धता तथा आतंकवाद के खतरे को समाप्त करने की आवश्यकता पर विस्तार से चर्चा की। जिस तरह से उन्होंने भारत की आवाज को आगे बढ़ाया, उस पर हम सभी को गर्व है। सदस्यों ने प्रधानमंत्री के साथ अपने अनुभव साझा किए। केंद्र सरकार पहले ही 50 से अधिक व्यक्तियों वाले सात प्रतिनिधिमंडलों के काम की प्रशंसा कर चुकी है।
एआईएमआईएम सांसद असदुद्दीन ओवैसी रात्रि भोज में शामिल नहीं हो सके। उन्होंने कहा कि उन्हें अपने बचपन के मित्र और संबंधी की बीमारी की वजह से दुबई जाना पड़ा, इसलिए वह रात्रि भोज में शामिल नहीं हो पाए। इसके बारे में उन्होंने पहले ही प्रतिनिधिमंडल के नेता वैजयंत पांडा को जानकारी दे दी थी।

आतंकवाद के खिलाफ कई देशों का साथ मिला : श्रीकांत
शिवसेना सांसद श्रीकांत शिंदे ने सोशल मीडिया पोस्ट में कहा, हमने प्रधानमंत्री को आतंकवाद के खिलाफ भारत की दृढ़ लड़ाई और वैश्विक शांति के लिए हमारी अटूट प्रतिबद्धता के लिए इन मित्र देशों द्वारा दिए गए भारी समर्थन से अवगत कराया। प्रधानमंत्री ने हमारे प्रयासों की सराहना की और विश्व मंच पर भारत का कद बढ़ाने के लिए अपने प्रेरक दृष्टिकोण को साझा किया। उनके शब्दों ने हमें राष्ट्र के लिए अथक परिश्रम करने के लिए प्रेरित किया है।
पीएम बहुत अच्छे और अनौपचारिक तरीके से मिले : थरूर
प्रतिनिधिमंडल के सदस्यों ने अनौपचारिक बैठक के लिए पीएम मोदी की सराहना करते हुए कहा कि बैठक दौरान वह बहुत खुशमिजाज थे और हमारे अनुभवों को बहुत ध्यान से सुना। कांग्रेस सांसद शशि थरूर ने कहा, पीएम मोदी हम सभी के साथ बहुत अच्छे से पेश आए। मुझे लगता है कि उन्होंने इसे प्रतिनिधिमंडलों को उनकी सेवा के लिए धन्यवाद देने के अवसर के रूप में देखा। उन्होंने हम सभी के साथ एक घंटे से अधिक समय बिताया। वह लॉन में अलग-अलग टेबलों पर घूमते रहे। हम सभी ने उनके साथ बहुत हीअनौपचारिक तरीके से बातचीत की। यह बिल्कुल भी औपचारिक मुलाकात नहीं थी। हम सभी ने उनके साथ बहुत सी बातें साझा कीं।
पीएम ने हमें ध्यान से सुना : प्रियंका
शिवसेना (यूबीटी) सांसद प्रियंका चतुर्वेदी ने कहा कि पीएम मोदी ने सदस्यों के अनुभव को बहुत ध्यान से सुना। हमने उनके साथ अपने अनुभव साझा किए। कांग्रेस सांसद और सर्वदलीय सांसद प्रतिनिधिमंडल के सदस्य मनीष तिवारी ने इस बात पर जोर दिया कि यह प्रधानमंत्री के साथ एक अनौपचारिक और स्वतंत्र बातचीत थी। सबसे महत्वपूर्ण बात यह है कि सभी लोग विभिन्न देशों से एकत्रित जानकारी को साझा करने में सक्षम थे। यह एक समग्र और व्यापक बातचीत थी।
ऐसी बैठकों का आश्वासन दिया : साहनी
आप सांसद विक्रमजीत सिंह साहनी ने कहा कि प्रधानमंत्री मोदी ने प्रत्येक सांसद से मुलाकात की और उनकी प्रतिक्रिया ली। साहनी ने कहा, हमने आतंकवाद के प्रति शून्य सहिष्णुता का संदेश दिया। प्रधानमंत्री ने सभी सांसदों को आश्वासन दिया कि इस तरह की बैठकें जारी रहेंगी और मैत्री मंच बनाए जाएंगे। उन्होंने यह भी कहा कि विभिन्न देशों के थिंक टैंक को उनके साथ बातचीत के लिए भारत बुलाया जाएगा।
पीएम को रिपोर्ट सौंपी : राजीव राय
सपा सांसद राजीव राय ने कहा कि प्रधानमंत्री के साथ यह एक बहुत ही अनौपचारिक बातचीत थी। मैंने एक रिपोर्ट तैयार की थी, जिसे मैंने उनके सामने पेश किया। उन्होंने इसकी सराहना की। हमने जिन देशों का दौरा किया, उन सभी ने पहलगाम आतंकी हमले की निंदा की और आतंकवाद के खिलाफ लड़ाई में भारत का समर्थन करने का वादा किया।
22 अप्रैल को हुआ था पहलगाम आतंकी हमला
दक्षिण कश्मीर के पहलगाम में 22 अप्रैल को आतंकवादी हमला हुआ था। जिसमें 26 निर्दोष लोगों की बेरहमी से हत्या कर दी गई थी। इनमें अधिकांश पर्यटक शामिल थे। इन लोगों की हत्या करने से पहले आतंकवादियों ने इनकी धर्म की पहचान की थी। इस घटना के करीब दो हफ्ते बाद भारतीय सशस्त्र बलों ने ऑपरेशन सिंदूर शुरू किया। इस सैन्य अभियान के तहत भारतीय सशस्त्र बलों ने पाकिस्तान और पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) में आतंकी ठिकानों को निशाना बनाया। इन हमलों में सैकड़ों आतंकवादी मारे गए। इसके बाद आतंकवादियों के बचाव में उतरी पाकिस्तानी सेना ने भारत पर ड्रोन और मिसाइलों से हमले की कोशिश की, लेकिन भारत की एस-400 और आकाशतीर जैसी रक्षा प्रणालियों ने इन्हें आसमान में खाक कर दिया। यही नहीं, भारतीय सेना ने पाकिस्तान के दस से ज्यादा एयरबेस को भी ध्वस्त किया। इसके बाद पाकिस्तान के सैन्य महानिदेशक (डीजीएमओ) के आग्रह पर युद्धविराम पर सहमति बनी।
इसके बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली सरकार ने ऑपरेशन सिंदूर आउटरीच कार्यक्रम शुरू किया। इसके तहत कई सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडलों को दुनिया के विभिन्न देशों में भेजा गया, ताकि वैश्विक स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब किया जा सके। इनमें भाजपा सांसद रविशंकर प्रसाद के नेतृत्व वाला सर्वदलीय प्रतिनिधिमंडल भी शामिल था। इस प्रतिनिधिमंडल ने कई यूरोपीय देशों की यात्रा की और यूरोपीय साझेदारों के साथ भारत के संबंधों को मजबूत करने के उद्देश्य से यात्रा के बाद भारत लौटा। इस प्रतिनिधिंडल ने फ्रांस, इटली, डेनमार्क, इंग्लैंड, ब्रसेल्स और जर्मनी का दौरा किया।