नईदिल्ली (ए)। प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने देश की एक अरब टन कोयला उत्पादन की ऐतिहासिक उपलब्धि की सराहना की है। केंद्रीय कोयला एवं खान मंत्री जी किशन रेड्डी ने अपने आधिकारिक सोशल मीडिया हैंडल एक्स पर एक पोस्ट में इसकी जानकारी दी है। केंद्रीय कोयला मंत्री ने कहा कि देश ने एक बिलियन टन कोयला उत्पादन का ऐतिहासिक आंकड़ा पार कर लिया है।
केंद्रीय कोयला और खान मंत्री की एक्स पोस्ट पर प्रतिक्रिया देते हुए पीएम मोदी ने एक्स पर लिखा, “भारत के लिए गर्व का क्षण! एक बिलियन टन कोयला उत्पादन को पार करना एक उल्लेखनीय उपलब्धि है, जो ऊर्जा सुरक्षा, आर्थिक विकास और आत्मनिर्भरता के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को उजागर करती है।” उन्होंने आगे कहा कि यह उपलब्धि इस क्षेत्र से जुड़े सभी लोगों के समर्पण और कड़ी मेहनत को भी दर्शाती है।

जी किशन रेड्डी ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा कि उन्नत तकनीकों और कुशल खनन प्रथाओं का लाभ उठाकर, भारत ने न केवल उत्पादन को बढ़ावा दिया है बल्कि टिकाऊ और जिम्मेदार खनन को भी प्राथमिकता दी है। यह उपलब्धि हमारी बढ़ती बिजली की मांग को पूरा करेगी, आर्थिक विकास को गति देगी और हर भारतीय के लिए एक उज्जवल भविष्य सुनिश्चित करेगी।
कोयला मंत्रालय ने 7 फरवरी, 2025 को एक बयान जारी कर बताया था कि भारत का कोयला उत्पादन वित्त वर्ष 2023-24 में 997.82 मिलियन टन (MT) के सर्वकालिक उच्च स्तर पर पहुंच गया है, जो वित्त वर्ष 2014-15 में 609.18 MT से उल्लेखनीय वृद्धि दर्शाता है, पिछले दशक में 5.64% की चक्रवृद्धि वार्षिक वृद्धि दर (CAGR) के साथ। अकेले वित्त वर्ष 2023-24 में, पिछले वर्ष की तुलना में उत्पादन में 11.71% की वृद्धि हुई है।
कोयला गैसीकरण ऊर्जा सुरक्षा के लिए एक महत्वपूर्ण रणनीति के रूप में उभर रहा है, जिसका लक्ष्य 2030 तक 100 मीट्रिक टन है। आधिकारिक बयान के अनुसार, सरकार ने सार्वजनिक और निजी क्षेत्रों में कोयला गैसीकरण परियोजनाओं का समर्थन करने के लिए ₹8,500 करोड़ की प्रोत्साहन योजना को मंजूरी दी है।
आपको बता दें, आठ प्रमुख उद्योगों में से कोयले ने सबसे अधिक वृद्धि दर प्रदर्शित की है, जो पिछले वर्ष की तुलना में दिसंबर 2024 में 5.3% की वृद्धि दर्ज की गई है। इसके अतिरिक्त, कोयला क्षेत्र भारतीय रेलवे के माल ढुलाई राजस्व का लगभग 50% हिस्सा है और लगभग 4.78 लाख व्यक्तियों को प्रत्यक्ष रोजगार प्रदान करता है।
मंत्रालय एक प्रतिस्पर्धी और पारदर्शी बाजार बनाने तथा क्षेत्र को और आधुनिक बनाने के लिए कोयला व्यापार एक्सचेंज की स्थापना पर भी विचार कर रहा है।