नईदिल्ली(ए)। राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) के प्रमुख शरद पवार ने शनिवार को महाराष्ट्र के बीड जिले में हाल ही में हुई सरपंच की हत्या पर चिंता व्यक्त की। उन्होंने कहा कि बीड कभी अपने शांतिपूर्ण माहौल के लिए जाना जाता था, लेकिन अब यहां कुछ लोग सत्ता का दुरुपयोग कर रहे हैं, जिसके बुरे परिणाम सामने आ रहे हैं। साथ ही पवार ने महायुति सरकार से बीड में शांति को बिगाड़ने वालों के खिलाफ सख्त कार्रवाई करने की मांग की। बीड सरपंच हत्या पर बोले पवार
शरद पवार ने बीड सरपंच हत्या मामले में कहा कि बीड एक ऐसा जिला था जहां सौहार्दपूर्ण वातावरण था, लेकिन कुछ लोगों ने अपनी शक्ति का दुरुपयोग किया। हमें इसके परिणाम पिछले कुछ महीनों से देखने को मिल रहे हैं, और इस मुद्दे पर सख्त नीति की आवश्यकता है। उन्होंने महायुति सरकार से उन तत्वों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने को कहा, जो जाति और धर्म के आधार पर लोगों को बांटने की कोशिश कर रहे हैं।
पवार ने यह भी कहा कि सरकार को ऐसे तत्वों के खिलाफ मूकदर्शक नहीं रहना चाहिए। साथ ही शरद पवार ने अभिनेता राहुल सोलापुरकर द्वारा छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में किए गए विवादास्पद बयान पर भी प्रतिक्रिया दी। पवार ने राज्य सरकार से ऐसे विवादों से निपटने के लिए सख्त रुख अपनाने की अपील की।

महाराष्ट्र में किसानों की आत्महत्यों पर भी जताया चिंता
इसके साथ ही महाराष्ट्र के मराठावाड़ा और विदर्भ में किसानों की आत्महत्या पर भी शरद पवार ने चिंता जताई। उन्होंने कहा कि इसे रोकने के लिए केंद्र सरकार को नीति बनानी चाहिए। बारामती में पत्रकारों से बात करते हुए पवार ने कहा कि मराठवाड़ा और विदर्भ से जो जानकारी आई है, वह चिंताजनक है। हम विभिन्न स्थानों से सटीक आंकड़े एकत्र करेंगे। बता दें कि राहत एवं पुनर्वास विभाग के मुताबिक, 2024 में महाराष्ट्र में 2,635 किसानों ने आत्महत्या की।
जयंत पाटिल को लेकर भी दी प्रतिक्रिया
दूसरी ओर पार्टी नेता जयंत पाटिल के अजित पवार के नेतृत्व वाली राकांपा में शामिल होने की अटकलों पर पवार ने कहा कि पाटिल पहले ही मीडिया को अपना बयान दे चुके हैं। गौरतलब है कि पाटिल ने शुक्रवार को बारामती में एक कार्यक्रम में पवार से मुलाकात की थी और बाद में कहा कि वह परेशान नहीं हैं। उनके बयान से गलत निष्कर्ष निकाला गया।
कृषि में एआई के प्रयोग पर डाला प्रकाश
पूर्व केंद्रीय कृषि मंत्री पवार ने कहा कि खेती में क्रांति आ रही है। जल्द ही गन्ने की खेती में कृत्रिम मेधा यानी एआई का इस्तेमाल किया जाएगा। इससे गन्ने की गुणवत्ता बढ़ाने में मदद मिलेगी। इस प्रक्रिया में कई चीनी मिल भी हिस्सा लेंगी। जल्द ही एक क्रांतिकारी निर्णय लिया जाएगा और खेती में एआई का इस्तेमाल शुरू हो जाएगा।