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नईदिल्ली(ए)। लोकसभा में मणिपुर के बजट पर चर्चा के दौरान मंगलवार को विपक्ष और सरकार में वार-पलटवार के सियासी तीरों की खूब बौछार चली। राज्य में जारी हिंसा के दौर पर गंभीर चिंता जताते हुए मुख्य विपक्षी दल कांग्रेस ने बीते 21 महीने के दौरान जहां केंद्र सरकार पर बंदूक की नोक पर शांति बहाल करने में विफल रहने का आरोप लगाते हुए कहा कि वहां लोगों की बातें सुनकर ही राज्य में शांति वापस लायी जा सकती है।
इसके लिए कांग्रेस ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मणिपुर का दौरा कर लोगों की आशंकाओं तथा चिंताओं को सुनने का आग्रह भी किया। वहीं मणिपुर के हालात के लिए कांग्रेस नेता गौरव गोगोई ने जब पीएम मोदी तथा गृहमंत्री अमित शाह पर कांग्रेस निशाना साधा तो सत्तापक्ष और विपक्ष के बीच तीखे नोंक-झोंक के कई दौर चले।
वित्त मंत्री सीतारमण ने किया पलटवार
वित्तमंत्री निर्मला सीतारमण ने पलटवार का मोर्चा संभालते हुए कांग्रेस पर पूर्व में कई बार पीएम मोदी का अपमान करने तथा सदन में बोलने नहीं देने का आरोप लगाया। केंद्र की अनुदान मांगों के साथ ही मणिपुर बजट चर्चा की शुरुआत करते हुए लोकसभा में कांग्रेस के उपनेता गौरव गोगाई ने कहा कि राज्य के बजट की विधानसभा में चर्चा होनी चाहिए थी लेकिन राष्ट्रपति शासन लगा दिया गया है।
बजट पर चर्चा में मणिपुर का मुद्दा उठाने पर बीजेपी का ऐतराज
- पीएम मोदी को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने के औचित्य से अवगत कराना चाहिए। मणिपुर विधानसभा भंग या निलंबित अवस्था में है इसकी तस्वीर भी केंद्र सरकार से साफ करे। बजट अनुदान मांगों पर चर्चा के दौरान मणिपुर की स्थिति का मुद्दा उठाने पर भाजपा के कई सदस्यों ने एतराज जताया और निशिकांत दुबे ने नियमों का हवाला देकर स्पीकर ओम बिरला से गोगोई को रोकने की मांग की।
- गृहमंत्री के 2023 में मणिपुर दौरे के दौरान जल्द ही वापस आने के बयान का उल्लेख करते हुए गोगोई ने उनसे राजधर्म निभाने की मांग की और सदन में पीएम की अनुपस्थिति का मुद्दा उठाते हुए आरोप लगाया कि जब भी देश में कोई महत्वपूर्ण मुद्दा उठता है तो प्रधानमंत्री ‘गायब’ हो जाते हैं।
- वित्तमंत्री ने इस पर कड़ा एतराज जताया और स्पीकर ने कहा कि पीएम मोदी ने अपनी विदेश यात्रा के बारे में उन्हें बताया था और पिछले प्रधानमंत्रियों ने भी सत्र के दौरान विदेश यात्राएं की हैं। गोगोई ने कहा कि पीएम मोदी का वे बहुत सम्मान करते हैं लेकिन सत्ता पक्ष की यह प्रवृत्ति रही है कि वे बार-बार पूर्व प्रधानमंत्रियों का अपमान करते हैं और उनके कथन हमेशा संसदीय रिकॉर्ड का हिस्सा होते हैं।
विपक्ष अपनी गलती को विनम्रता से स्वीकारे: सीतारमण
सीतारमण ने तीखा पलटवार करते हुए कहा कि विपक्ष के एक प्रमुख सांसद से पीएम मोदी का सम्मान करने की बात सुनना सुखद अनुभव है मगर ऐसे कई अवसर थे जब प्रधानमंत्री को सदन में बोलने की अनुमति नहीं दी गई। विपक्ष को विनम्रता से स्वीकार करना चाहिए उन्होंने पीएम को यहां कई बार गाली दी है जिसे वे अब नहीं दोहराएंगे।
वित्त मंत्री ने गोगोई से किया ये सवाल
- वित्तमंत्री ने गोगोई से सवाल किया कि क्या पिछले मौकों पर प्रधानमंत्री को अपशब्द कहने के लिए वे माफी मांगेंगे। गोगोई ने भी तेवर कायम रखते हुए पिछले सत्र में पीएम का भाषण वित्तमंत्री को देखने की सलाह देते हुए आरोप लगाया कि इसमें पीएम मोदी ने पूर्व प्रधानमंत्रियों को गाली दी थी।
- वहीं मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लगाने को वाजिब ठहराते हुए भाजपा सांसद बिप्लब देब ने कहा कि भाजपा ने मंगलवार को मणिपुर में राष्ट्रपति शासन लागू करने का बचाव करते हुए कहा कि यह निर्णय राज्य पर थोपा नहीं गया बल्कि मजबूरी में लिया गया है।