6
ग्वालियर(ए)। (Amarnath Yatra 2025)। पहलगाम आतंकी हमले के बाद भी अमरनाथ यात्रियों की उत्साह में कोई कमी नहीं आई है। उत्साही श्रद्धालु आतंकवादियों और उनके पोषकों को जवाब देने के लिए तीन जुलाई से शुरू हुई अमरनाथ यात्रा को लेकर उत्साहित हैं।
पिछले 24 वर्षों से श्रद्धालुओं को गाइड बनकर यात्रा कराने वाले मध्य प्रदेश के ग्वालियर के प्रोफेसर डॉ. संजय पांडे का कहना है कि आतंकी हमले के बाद बड़ी संख्या में युवाओं ने उनसे संपर्क किया है। इससे पहले अमरनाथ यात्रा कर चुके श्रद्धालुओं को भारतीय सेना के सुरक्षा इंतजामों पर पूर्ण भरोसा है। क्योंकि वहां के सुरक्षा इंतजामों को पहले देख चुके हैं।

इस हमले के बाद इतना परिवर्तन
- अब लोग जत्थों में यात्रा की प्लानिंग कर रहे हैं। इसके साथ बाबा बर्फानी समिति व अमरनाथ सेवा समिति के पदाधिकारियों का दावा है कि उनका भंडारा निश्चित समय पर निर्धारित स्थान पर लगेगा।
- श्रद्धालु अब और उत्साह के साथ खाद्य सामग्री का दान कर रहे हैं। मोहना निवासी विवेक शर्मा का कहना है कि पहली बार अमरनाथ यात्रा पर जाने की प्लानिंग की थी। पहले परिवार के एक-दो लोग भी साथ जा रहे थे।
- पहलगाम हुए आतंकी हमले के बाद अब उनका विचार अकेले ही जाने का है। कोशिश है कि अब किसी जत्थे के साथ यात्रा के लिए जायें। क्योंकि पूर्व यात्रा कर चुके श्रद्धालु को भौगोलिक स्थिति के साथ सुरक्षा इंतजामों की जानकारी होती है।
- प्रोफेसर डॉ. संजय पांडे ने बताया कि हमले के बाद से युवा यात्रा के लिए अधिक जानकारी ले रहे हैं और बाबा बर्फानी के दर्शनों के लिए उत्साह दिखा रहे हैं। पहली बार यात्रा पर जाने वाले उनसे जरूर सवाल कर रहे हैं कि.यात्रा के दौरान किस तरीके की सुरक्षा व्यवस्था होती है।
- जो पूर्व में यात्रा कर चुके हैं, उन्हें पता है कि हर यात्री पर सेना के जवान की नजर होती है और सुरक्षा मापदंड अपनाते हुए यात्रा कराई जाती है। उन्होंने बताया कि 500 से अधिक यात्रियों का जत्था ले जाने की योजना थी। अब तक 150 लोगों के रजिस्ट्रेशन हो चुके हैं।
- उनका जत्था दो जुलाई को अमरनाथ यात्रा के लिए रवाना होना हैं, अगर रजिस्ट्रेशन में कोई परेशानी आई, तो एक-दो दिन कार्यक्रम आगे पीछे हो सकता है।