नईदिल्ली(ए)। भारतीय टीम इस समय इंग्लैंड के खिलाफ तीन मैचों की वनडे सीरीज खेल रही है, और रोहित शर्मा की कप्तानी में टीम ने शानदार प्रदर्शन किया है। शुरुआती दो मैच जीतकर भारतीय टीम ने सीरीज में 2-0 की अजेय बढ़त बना ली है। तीसरा और आखिरी मुकाबला 12 फरवरी को अहमदाबाद के नरेंद्र मोदी स्टेडियम में खेला जाएगा, और भारतीय टीम की नजर सीरीज को 3-0 से जीतने पर होगी। सीरीज का पहला मैच 6 फरवरी को नागपुर में हुआ था, जबकि दूसरा मैच कटक में खेला गया। दोनों मैचों में भारतीय टीम ने 4 विकेट से जीत हासिल की, लेकिन इन दोनों ही मुकाबलों में कप्तान रोहित शर्मा को मजबूरी में कुछ बड़े फैसले लेने पड़े। इन फैसलों ने न केवल मैच के परिणाम को प्रभावित किया, बल्कि भारतीय टीम के लिए चैम्पियंस ट्रॉफी से पहले सही प्लेइंग-11 कॉम्बिनेशन का रास्ता भी खोला।
श्रेयस अय्यर को प्लेइंग-11 में शामिल करना
नागपुर वनडे के दौरान विराट कोहली के फिटनेस मुद्दे के कारण कप्तान रोहित शर्मा को मजबूरी में श्रेयस अय्यर को प्लेइंग-11 में शामिल करना पड़ा। कोहली फिट नहीं हो पाए थे और उन्हें बेंच पर बैठाया गया। इस स्थिति में श्रेयस को चौथे नंबर पर बल्लेबाजी के लिए उतारा गया। हालांकि पहले श्रेयस को बेंच पर बैठाने का फैसला लिया गया था, लेकिन कोहली की अनफिटनेस के चलते उन्हें अंतिम एकादश में जगह मिली। श्रेयस अय्यर ने इस मौके का भरपूर फायदा उठाया और शानदार प्रदर्शन किया। उन्होंने 36 गेंदों पर 59 रन बनाए, जो भारतीय टीम की जीत में अहम योगदान साबित हुआ। उनकी पारी के कारण भारतीय टीम ने इंग्लैंड को 4 विकेट से हराया। मैच के बाद खुद श्रेयस ने इस फैसले पर प्रतिक्रिया दी थी और कहा था कि उन्हें भी पहले बेंच पर बैठाने का विचार था, लेकिन विराट के फिट नहीं होने से उन्हें खेलने का मौका मिला। उनकी इस पारी ने उन्हें दूसरे मैच में भी प्लेइंग-11 में जगह दिलाई, और इस तरह रोहित को एक और मजबूरी में फैसला लेना पड़ा।
शुभमन गिल को ओपनिंग करने के लिए भेजा
कटक वनडे में कप्तान रोहित ने एक और बड़ा फैसला लिया। उन्होंने यशस्वी जायसवाल को बाहर बैठाकर विराट कोहली को टीम में शामिल किया। इसके बाद उन्होंने शुभमन गिल को ओपनिंग करने के लिए भेजा, जबकि गिल ने पहले मैच में तीसरे नंबर पर बल्लेबाजी की थी, जहां उन्होंने 87 रन बनाए थे। इस फैसले का परिणाम भी सकारात्मक रहा। गिल और रोहित शर्मा ने कटक में 136 रनों की शानदार साझेदारी की और टीम को मजबूत शुरुआत दिलाई। हालांकि, कोहली इस मैच में अपेक्षित प्रदर्शन नहीं कर पाए और सिर्फ 5 रन बनाकर आउट हो गए, लेकिन गिल और श्रेयस अय्यर ने मिलकर भारत को एक मजबूत स्थिति में पहुंचाया। गिल की 83 रनों की पारी ने भारतीय टीम को आसानी से लक्ष्य का पीछा करने में मदद की। यह दूसरा फैसला भी भारतीय टीम के लिए फायदेमंद साबित हुआ और इससे रोहित शर्मा को विश्वास मिला कि उन्होंने सही निर्णय लिया।
चैम्पियंस ट्रॉफी के लिए सही प्लेइंग-11 का गठन
चैम्पियंस ट्रॉफी 2025 की शुरुआत 19 फरवरी से हो रही है, और भारत का पहला मुकाबला 20 फरवरी को बांग्लादेश के खिलाफ दुबई में होगा। इन दोनों वनडे मैचों में किए गए फैसले भारतीय टीम के लिए महत्वपूर्ण साबित हुए हैं। श्रेयस अय्यर का शानदार प्रदर्शन और शुभमन गिल का ओपनिंग में उतरना, भारतीय टीम के प्लेइंग-11 में विविधता और संतुलन लाएगा। चैम्पियंस ट्रॉफी के पहले भारतीय टीम का कॉम्बिनेशन मजबूत हो गया है, जिससे भारत को टूर्नामेंट में अपनी सफलता की उम्मीदें बढ़ गई हैं। रोहित शर्मा के कप्तान के तौर पर इन फैसलों ने भारतीय टीम को आत्मविश्वास और जीत की दिशा में आगे बढ़ाया है।