Home देश-दुनिया राजीव कुमार बोले- फर्जी खबरें बड़ा खतरा, चुनावी प्रक्रियाओं में खत्म होता है लोगों का भरोसा

राजीव कुमार बोले- फर्जी खबरें बड़ा खतरा, चुनावी प्रक्रियाओं में खत्म होता है लोगों का भरोसा

by admin

नई दिल्ली(ए)। मुख्य निर्वाचन आयुक्त (सीईसी) राजीव कुमार ने फर्जी बयानों व धारणाओं को लेकर आगाह करते हुए चिंता जताई कि इससे चुनावी प्रक्रिया में विश्वास खत्म होता है। उन्होंने कहा कि गलत सूचनाएं खास तरह से ऐसे वक्त प्रसारित की जाती हैं जिससे चुनाव प्रक्रिया को निशाना बनाया जा सके। वह निर्वाचन आयोग की ओर से आयोजित विभिन्न चुनाव प्रबंधन निकायों के अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में बोल रहे थे। राजीव कुमार ने चुनावों के भविष्य को आकार देने में एआई-संचालित प्रक्रियाएं, ऑनलाइन और दूरस्थ मतदान, बायोमेट्रिक प्रमाणीकरण और वैश्विक सहयोग में वृद्धि जैसे मुद्दों पर चर्चा की। उन्होंने मौजूद सभी चुनाव प्रबंधन निकायों से चुनावों को अधिक पारदर्शी, समावेशी और सुलभ बनाने के लिए प्रौद्योगिकी प्रगति के अवसरों को तलाशने का आग्रह किया। उन्होंने न सिर्फ वैश्विक स्तर पर चुनावी प्रक्रियाओं की सुरक्षा करने में बल्कि उनकी पहुंच और प्रभाव का विस्तार करने में भी चुनाव प्रबंधन निकायों की भूमिका का उल्लेख किया। सम्मेलन में 13 देशों के प्रतिनिधियों ने हिस्सा लिया, जिनमें भूटान, जॉर्जिया, नामीबिया, उज्बेकिस्तान, श्रीलंका, इंडोनेशिया, कजाकिस्तान, आयरलैंड, मॉरीशस, फिलीपीन, रूस, ट्यूनीशिया और नेपाल ने हिस्सा लिया। इन देशों के चुनाव प्रबंधन निकायों के करीब 30 प्रतिनिधि शामिल थे।

चुनौतियों से निपटने में 2024 निर्णायक साल रहा
मुख्य चुनाव आयुक्त राजीव ने कहा कि 2024 चुनौतियों और जटिलताओं के बीच लोकतांत्रिक मूल्यों के लिहाज से एक निर्णायक साल था। इसमें दक्षता, पारदर्शिता और मतदाता विश्वास बढ़ाने में प्रौद्योगिकी और डिजिटल नवाचारों की महत्वपूर्ण भूमिका रही। कुमार ने कहा कि 64 करोड़ 70 लाख मतदाताओं और दस लाख से अधिक मतदान केंद्रों की रिकॉर्ड भागीदारी के साथ यह चुनाव अधिक समावेशी भी थे। विशेष रूप से महिलाओं, 85 वर्ष से अधिक आयु के बुजुर्गों, विकलांग व्यक्तियों (पीडब्ल्यूडी) और तीसरे लिंग के बीच अधिक भागीदारी थी।

भारत की ईवीएम का विदेश में डंका
भारत की ईवीएम का डंका कैसे विदेशों में बज रहा है। भूटान के मुख्य चुनाव आयुक्त दाशो सोनम टोपगे ने ईवीएम उपलब्ध कराने के लिए भारत को धन्यवाद दिया। इसके कारण भूटान के चुनाव में ईवीएम से आई प्रक्रिया दक्षता की सराहना की और कहा कि ईवीएम ने भूटान के लोगों का विश्वास जीता है। टोपगे ने डिजिटल आईडी पर भूटान का पक्ष रखते हुए कहा कि उनके देश के पास बायोमेट्रिक एकीकृत राष्ट्रीय आईडी है, जिसका उपयोग मतदाता प्रमाणीकरण के लिए किया जाता है। भूटान भविष्य के चुनावों में ऑनलाइन मतदान की संभावना तलाश रहा है।

nचुनावों के भविष्य पर विशेष सत्र आज…सम्मेलन में शुक्रवार को विभिन्न देशों में ‘चुनावों का भविष्य’ विषय पर एक सत्र आयोजित किया जाएगा। इसका समापन ‘परिणाम दस्तावेज की घोषणा’ के साथ होगा, जिसमें चुनावों में लोकतंत्रों के बेहतर तालमेल और मजबूती के लिए साझा प्रतिबद्धता को दर्शाया जाएगा।

भ्रामक सूचनाएं बड़ा खतरा : मॉरीशस
मॉरीशस के मुख्य चुनाव आयुक्त अब्दुल रहमान ने भी फर्जी खबरों के खतरे पर जोर देते हुए कहा कि इससे चुनाव निकायों में मतदाताओं का भरोसा कम होता है। चुनाव कर्मचारियों की भर्ती के लिए फर्जी ऑनलाइन आवेदनों के एक विशेष मामले का जिक्र करते हुए रहमान ने चुनावों के दौरान गलत सूचना और भ्रामक सूचनाओं के खतरे को बढ़ाने में प्रौद्योगिकी और सोशल मीडिया के इस्तेमाल पर चिंता व्यक्त की। वहीं नामीबिया निर्वाचन आयोग के प्रतिनिधि ने सोशल मीडिया पर फर्जी खबरों से निपटने के सुझाव मांगे। इंडोनेशिया के निर्वाचन आयोग के आयुक्त इदान होलिक ने वास्तविक समय में गलत सूचनाओं से निपटने के लिए एक समर्पित व्हाट्सएप चैनल का इस्तेमाल के अनुभव साझा किए।

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