नईदिल्ली(ए)। भारत ने इंडोनेशिया के राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांटो को इस बार गणतंत्र दिवस समारोह में मुख्य अतिथि के रूप में आमंत्रित किया है। उनकी यात्रा के बारे में आधिकारिक घोषणा किसी भी समय होने की उम्मीद है, लेकिन भारत नहीं चाहता था कि राष्ट्रपति की प्रस्तावित पाकिस्तान यात्रा के साथ उनकी भारत यात्रा को जोड़ा जाए। अब संभावना है कि वहां की सरकार ने इसे मान लिया है।
प्रबोवो सुबियांटो नहीं करेंगे पाक दौरा!
चौथी बार राजकीय मेहमान होंगे इंडोनेशिया के राष्ट्रपति
सुबियांतो इस वर्ष गणतंत्र दिवस के अवसर पर भारत के राजकीय मेहमान होंगे। 1950 के बाद यह चौथा अवसर होगा जब इंडोनेशिया के राष्ट्रपति भारत के गणतंत्र दिवस पर राजकीय मेहमान होंगे। इंडोनेशिया के साथ भारत के बेहद पुराने सांस्कृतिक व ऐतिहासिक संबंध हैं।
पूर्व में अमेरिका व खाड़ी देशों के प्रशासक भारत और पाकिस्तान का दौरा एक साथ करते थे। लेकिन भारत अब इसका विरोध करता है। संभवत: भारत के आग्रह को ध्यान में रख कर ही इंडोशनियाई राष्ट्रपति ने पाकिस्तान नहीं जाने का फैसला किया है।
शुरुआत में ब्रह्मोस की कीमत को लेकर चिंतित इंडोनेशियाई सरकार का रक्षा मंत्रालय इस पर बात करने को तैयार हो गया है। भारत की तरफ से भी इंडोनेशियाई पक्ष को इस बात का पूरा आश्वासन दिया गया है कि वह इसकी कीमत को लेकर उसकी संवेदनाओं का पूरा ख्याल रखेगा। भारत बहुत ही आसानी से कर्ज उपलब्ध कराने की व्यवस्था भी करने को तैयार है।
दोनों देशों के बीच इस बारे में बातचीत होने से राष्ट्रपति प्रबोवो सुबियांतो के आगामी भारत दौरे के दौरान इस पर गंभीर विमर्श होने की संभावना बन गई है।