Home देश-दुनिया रिजिजू का कांग्रेस पर तीखा हमला; कहा- PM मोदी को हराने के लिए भारत नष्ट करने में नहीं मिलेगी सफलता

रिजिजू का कांग्रेस पर तीखा हमला; कहा- PM मोदी को हराने के लिए भारत नष्ट करने में नहीं मिलेगी सफलता

by admin

नई दिल्ली(ए)। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने सोमवार को राहुल गांधी का जिक्र बालक बुद्धि के रूप में करते हुए कांग्रेस पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि अगर कांग्रेस पार्टी पीएम मोदी को हराने के लिए भारत को नष्ट करना चाहती है, तो वह सफल नहीं हो पाएगी। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को आत्मनिरीक्षण करना चाहिए और समझना चाहिए कि लोग ‘बालक बुद्धि’ को गंभीरता से क्यों नहीं लेते।  केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने रॉबर्ट वाड्रा और कांग्रेस नेताओं के साथ अदाणी की तस्वीरें पोस्ट करते हुए कहा अगर कांग्रेस और उसके नेता अदाणी मामले पर राजनीति कर रहे हैं, तो उन्हें यह समझना चाहिए कि यह मुद्दा देश के लिए गंभीर है, और इसे राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए। उन्होंने कहा कि कांग्रेस को जनता का पैसा बर्बाद करने और तमाशा करने के बजाय आत्मनिरीक्षण करना चाहिए कि लोग उनकी बातों को क्यों गंभीरता से नहीं ले रहे।

भारत विरोधी ताकतों के खिलाफ एकजुट होकर लड़ने की अपील
इससे पहले दिन में, जब विपक्ष अदाणी मुद्दे पर चर्चा चाहता था, रिजिजू ने राष्ट्रीय राजधानी में संवाददाताओं से बात करते हुए कहा, ‘मुझे लगता है कि देश के सामने कुछ मुद्दों को राजनीतिक दृष्टिकोण से नहीं देखना चाहिए। जॉर्ज सोरोस और उनके रिश्ते- जो हाल ही में सामने आए हैं, हम इसे कांग्रेस पार्टी या राहुल गांधी से जुड़ा हुआ मुद्दा नहीं मानते। हमें इसे गंभीरता से उठाना चाहिए। अगर यह भारत विरोधी ताकतों से जुड़ा है, तो इसे हम पार्टी की राजनीति के रूप में नहीं देखेंगे। हमने कांग्रेस और अन्य दलों से कहा है कि हम 13 और 14 दिसंबर को (लोकसभा में) और 16 और 17 दिसंबर को (राज्यसभा में) संविधान पर चर्चा करेंगे। कांग्रेस पार्टी के नेताओं और कार्यकर्ताओं से यह अपील है कि अगर उनके नेताओं के भी भारत विरोधी ताकतों से रिश्ते पाए जाते हैं, तो उन्हें भी अपनी आवाज उठानी चाहिए और हमें एकजुट होकर भारत विरोधी ताकतों के खिलाफ लड़ना चाहिए।’
विपक्षी सांसदों ने अदाणी मामले पर विरोध प्रदर्शन किया
शीतकालीन सत्र के 12वें दिन लोकसभा नेता राहुल गांधी सहित विपक्षी सांसदों ने अदाणी मामले पर संसद परिसर में विरोध प्रदर्शन किया। इस विरोध प्रदर्शन में तृणमूल कांग्रेस और समाजवादी पार्टी के सदस्य शामिल नहीं हुए। शीतकालीन संसद का पहला सत्र 25 नवंबर को शुरू हुआ, जिसमें व्यवधान के कारण दोनों सदनों को काफी पहले स्थगित कर दिया गया। शीतकालीन सत्र 20 दिसंबर तक चलेगा।
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