नई दिल्ली (ए)। सदियों से यह प्रथा चली आ रही है कि पत्नी अपने पति के जीवन की रक्षा के लिए व्रत रखती हैं। हर साल सुहागिन महिलाओं को करवा चौथ के पर्व का बेहद इंतजार रहता है।
यह पर्व हर साल कार्तिक माह के कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि को अधिक उत्साह (Karwa Chauth 2024 Celebration) के साथ मनाया जाता है। इस शुभ तिथि पर महिलाएं पति की लंबी उम्र और वैवाहिक जीवन को खुशहाल बनाए रखने के लिए करवा माता की विशेष पूजा-अर्चना करती हैं।
करवा चौथ व्रत समय – सुबह 06 बजकर 34 मिनट से शाम 07 बजकर 22 मिनट पर
करवा चौथ पूजा मुहूर्त – शाम 05 बजकर 47 मिनट से 07 बजकर 04 मिनट तक
करवा चौथ के दिन चन्द्रोदय का समय – शाम 07 बजकर 22 मिनट पर
करवा चौथ की रात को विधिपूर्वक पूजा-अर्चना करें और चन्द्रमा निकलने पर अर्घ्य दें। महादेव को खीर, फल और मिठाई का भोग अर्पित करें। इसके अलावा पूजा थाली में सेवइयां, सब्जी और पूरी समेत आदि चीजों को शामिल कर सकते हैं। ऐसा माना जाता है कि इससे महादेव प्रसन्न होते हैं और वैवाहिक जीवन खुशहाल होता है। भोग लगाने के बाद इन चीजों से ही व्रत खोलें।
करवा चौथ के अवसर पर बाजार में जबरदस्त रौनक है। रेडीमेड गारमेंट्स से लेकर साड़ी शोरूम, चू़ड़ी बाजार से लेकर ब्यूटी पार्लर में महिलाओं की भीड़ है। इस बार करीब 22 हजार करोड़ रुपये का कारोबार होने की उम्मीद जताई जा रही है। कारोबारियों का कहना है कि पिछले साल के मुकाबले इस बार ज्यादा रौनक नजर आ रही है।
कार्तिक माह की कृष्ण पक्ष की चतुर्थी तिथि की शुरुआत 20 अक्टूबर को सुबह 06 बजकर 46 मिनट पर हो गई है। वहीं, इसका समापन 21 अक्टूबर को सुबह 04 बजकर 16 मिनट पर होगा। ऐसे में करवा चौथ का व्रत आज यानी 20 अक्टूबर को किया जा रहा है।