नई दिल्ली (ए)। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने बुधवार को विभिन्न मुद्दों को लेकर केंद्र सरकार पर सीधा हमला बोलते हुए कहा कि अगर विपक्षी ‘इंडिया’ (इंडियन नेशनल डेवलेपमेंटल इन्क्लूसिव एलायंस) ने हालिया लोकसभा चुनाव में 20 सीट और जीत ली होतीं तो भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के नेता जेल में होते। भाजपा ने खरगे पर पलटवार करते हुए आरोप लगाया कि उनकी यह टिप्पणी कांग्रेस की ‘‘आपातकाल वाली मानसिकता” का स्पष्ट उदाहरण है। खरगे ने अनंतनाग में एक चुनावी रैली के दौरान किसी का नाम लिए बिना कहा, ‘‘वे (भाजपा) 400 पार, 400 पार कहते थे। आपके 400 पार कहां गए? उन्हें केवल 240 सीट मिलीं। अगर हम 20 और सीट जीतते, तो वे जेल में होते। वे जेल में रहने के लायक हैं।” ‘‘अबकी बार 400 पार” लोकसभा चुनाव में भाजपा का नारा था। भाजपा को चुनाव में 240 सीट मिलीं, जबकि कांग्रेस सहित ‘इंडिया’ को 234 सीट मिलीं। खरगे से जब श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन में इस बारे में सवाल किया गया तो वह अपनी टिप्पणी पर कायम रहे। भाजपा प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने खरगे के बयान पर प्रतिक्रिया देते हुए ‘एक्स’ पर लिखा, ‘‘यह कांग्रेस की ‘आपातकाल’ वाली मानसिकता का स्पष्ट उदाहरण है…इंदिरा गांधी ने आपातकाल लागू किया था और विपक्षी नेताओं को जेल में डाल दिया था। कांग्रेस उस विरासत को जारी रखना चाहती है।” पूर्व प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने 25 जून 1975 को आपातकाल लागू किया था जो 21 महीने तक जारी रहा था।
खरगे ने श्रीनगर में एक संवाददाता सम्मेलन कहा कि भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को उसका विरोध करने वाले राजनीतिक दलों और गठबंधनों को तोड़ने का प्रयास बंद कर देना चाहिए, क्योंकि केंद्र में उसकी (भाजपा की) अल्पमत सरकार है जो अपने अस्तित्व के लिए तेलुगु देशम पार्टी (तेदेपा) और जनता दल-यूनाइटेड (जद-यू) पर आश्रित है। खरगे ने कहा, ‘‘कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस (नेकां) मिलकर (जम्मू-कश्मीर में) चुनाव लड़ रहे हैं, जिससे भाजपा घबरा गई है। अब वे गठबंधन तोड़ने की कोशिश कर रहे हैं।” उन्होंने कहा कि वे (भाजपा) कांग्रेस-नेकां उम्मीदवारों को हराने के प्रयास में निजी खिलाड़ियों को मैदान में उतार रहे हैं और निर्दलीय रूप से उन्हें अप्रत्यक्ष समर्थन दे रहे हैं। उन्होंने संकेत दिया कि इन निर्दलीय उम्मीदवारों को भाजपा से पैसा मिल रहा है।
खरगे ने कहा, ‘‘भाजपा, अब ऐसा करना बंद कीजिए। आपकी सरकार के पास 400 के पार नहीं, 200 से पार सांसद हैं। यह अल्पमत की सरकार है। (चंद्रबाबू) नायडू (तेदेपा) कभी भी समर्थन वापस ले सकते हैं; नीतीश कुमार (जद-यू) कभी भी (गठबंधन से) बाहर निकल सकते हैं। आपने एक हाथ किसी और को तथा एक पैर किसी और को दे दिया है…आपको सावधानी से चलना चाहिए।” कांग्रेस अध्यक्ष ने जम्मू-कश्मीर के लोगों से भारी बहुमत वाली एक ऐसी मजबूत सरकार चुनने की अपील की, जो उनकी समस्याओं का समाधान कर सके।
उन्होंने कहा, ‘‘यदि आप (मामूली बहुमत के साथ) सरकार चुनते हैं तो भाजपा (विधायकों की) खरीद-फरोख्त के जरिये रातों-रात सरकार गिरा देगी। मेरे राज्य कर्नाटक में ऐसा हुआ। उन्होंने 16 लोगों (विधायकों) को खरीद लिया। महाराष्ट्र में उन्होंने सरकार बनाने के लिए शिवसेना और (राकांपा) राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी को तोड़ दिया। यह (भाजपा सरकार) ‘तोड़-फोड़ सरकार’ है।” खरगे ने केंद्र सरकार पर तीखा हमला करते हुए आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री मोदी और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह झूठे वादे कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘उन्होंने पांच लाख नौकरियां देने का वादा किया था। जम्मू-कश्मीर में सरकारी पदों पर एक लाख रिक्तियां हैं। इन्हें क्यों नहीं भरा गया?”
कांग्रेस प्रमुख ने आरोप लगाया कि बेरोजगारी और महंगाई बढ़ रही हैं, लेकिन भाजपा अपने चुनिंदा लोगों को खनिज समेत संसाधन दे रही है, जिससे स्थानीय लोग गरीब हो रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘लोग दाल, सब्जी आदि खाते हैं, लेकिन भाजपा यहां ‘रेत’ खा रही है। वे बाहर से अपने लोगों को लाकर उन्हें लाभ पहुंचाते हैं।” खरगे ने प्रधानमंत्री मोदी पर निशाना साधते हुए कहा कि वह कांग्रेस पार्टी और राहुल गांधी को बदनाम करने के लिए ‘‘विदेश यात्राओं का दुरुपयोग” कर रहे हैं। उन्होंने कहा, ‘‘मोदी दुनिया भर में भारत के खिलाफ बात करते हैं और उनका एकमात्र उद्देश्य कांग्रेस एवं राहुल गांधी की छवि को खराब करना है। कांग्रेस के 60 साल के शासन में हमने कभी कहीं भी भारत का नाम नहीं लिया और उसे शर्मिंदा नहीं किया।”