नई दिल्ली(ए) । आम आदमी को आने वाले दिनों में महंगाई का एक और झटका लग सकता है। केंद्र सरकार जल्द ही चीनी के दामों में बढ़ोतरी कर सकती है। केंद्रीय खाद्य सचिव संजीव चोपड़ा ने कहा कि सरकार अगले कुछ दिनों में चीनी के न्यूनतम बिक्री मूल्य (एम.एस.पी.) में बढ़ौतरी पर फैसला ले सकती है। ऑल इंडिया शुगर ट्रेड एसोसिएशन (ए.आई.एस.टी.ए.) के एक सम्मेलन में उन्होंने कहा, ”हम एम.एस.पी. प्रस्ताव पर चर्चा कर रहे हैं। आने वाले दिनों में उम्मीद करते हैं कि हम कोई फैसला लेंगे।” गन्ना किसानों को दिए जाने वाले उचित और लाभकारी मूल्य (एफ.आर.पी.) में वार्षिक बढ़ौतरी के बावजूद चीनी का एम.एस.पी. 2019 से 31 रुपए प्रति किलोग्राम पर बना हुआ है।
सरकार के इस फैसले के बाद मिठाई से लेकर मीठे पकवान तक महंगे हो सकते हैं। दरअसल, इस साल अक्टूबर-नवंबर में महाराष्ट्र में विधानसभा चुनाव होने हैं। महाराष्ट्र के विदर्भ गन्ना क्षेत्र में भारतीय जनता पार्टी को बड़ा नुकसान हुआ है। 2024 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी 25 सीटों पर चुनाव लड़ा, जिसमें से 10 सीटों पर ही जीत मिली थी। जबकि 2019 के लोकसभा चुनाव में बीजेपी ने 23 सीटों पर जीत हासिल की थी। इसके अलावा उत्तर प्रदेश, बिहार, हरियाणा और पंजाब के किसानों को भी बड़ा लाभ हो सकता है।
नेशनल फैडरेशन ऑफ कोऑप्रेटिव शुगर फैक्टरीज (एन.एफ.सी.एस.एफ.) सहित उद्योग निकायों ने सरकार से बढ़ती उत्पादन लागत के बीच मिलों को संचालन बनाए रखने में मदद करने के लिए एम.एस.पी. को कम से कम 42 रुपए प्रति किलोग्राम तक बढ़ाने का आग्रह किया है। चोपड़ा ने कहा कि 2024-25 सत्र (अक्तूबर-सितंबर) के लिए चीनी उत्पादन आशाजनक दिख रहा है, जिसमें पिछले साल की समान अवधि के 57 लाख हैक्टेयर से बढ़कर अब तक 58 लाख हैक्टेयर तक गन्ने की बुवाई हो चुकी है।