नई दिल्ली (ए)। आयुष्मान भारत योजना में 34.7 करोड़ आयुष्मान कार्ड बनाए गए हैं और 7.35 करोड़ से अधिक अस्पताल में भर्ती हुए हैं, जिनके लिए एक लाख करोड़ रुपए से अधिक की राशि का भुगतान किया गया है। केंद्रीय स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्री जगत प्रकाश नड्डा ने शुक्रवार को राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण (एनएचए) के वरिष्ठ अधिकारियों के साथ आयुष्मान भारत प्रधानमंत्री जन आरोग्य योजना (पीएमजेएवाई) और आयुष्मान भारत डिजिटल मिशन (एबीडीएम) की समीक्षा की।
बैठक में बताया गया कि आयुष्मान भारत योजना ने 34.7 करोड़ आयुष्मान कार्ड जारी किए गए हैं और 7.35 करोड़ लोग अस्पताल में भर्ती हुए हैं। इनके लिए एक लाख करोड़ रुपए से अधिक का भुगतान किया गया है। एनएचए की मुख्य कार्यकारी अधिकारी दीप्ति गौर मुखर्जी ने केंद्रीय मंत्री के समक्ष योजनाओं की मुख्य विशेषताओं, वर्तमान स्थिति और उनके संचालन के विभिन्न पहलुओं पर विस्तृत प्रस्तुति दी। इसके अलावा एनएचए ने पैनल में शामिल अस्पतालों के नेटवर्क को मजबूत करने और उनके साथ प्रभावी ढंग से जुड़ने की योजना प्रस्तुत की।
केंद्रीय मंत्री ने अधिकारियों को यह सुनिश्चित करने का निर्देश दिया कि इन दूरदर्शी योजनाओं का लाभ समाज के सबसे जरूरतमंद और कमजोर वर्गों तक पहुंचे। उन्होंने कहा कि यह सुनिश्चित करने की आवश्यकता है कि पीएम-जेएवाई के प्रभावी कार्यान्वयन में बाधा डालने वाली चुनौतियों और मुद्दों को राज्यों के साथ समन्वय करके जल्दी हल किया जाए। उन्होंने एनएचए को राज्यों के साथ नियमित आधार पर जुड़ने और समन्वय करने का निर्देश दिया है ताकि मौजूदा मुद्दों को गहराई से समझा जा सके और उन्हें एक साथ हल किया जा सके।
नड्डा ने कहा कि पात्र लाभार्थियों के आयुष्मान कार्ड बनाने की प्रक्रिया को मजबूत करने और विस्तारित करने के लिए व्यापक द्दष्टिकोण अपनाने की आवश्यकता है। नड्डा ने कहा कि लाभार्थियों के अनुभवों से सीखना महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि लाभार्थियों से सीधे जुड़ने और उनके अस्पताल में भर्ती होने तथा उपचार के अनुभवों को एकत्र करने के लिए स्माटर् प्रौद्योगिकी उपकरणों का उपयोग किया जा सकता है।