रायपुर। कांग्रेस ने प्रदेश के 18 लाख गरीबों को पीएम आवास से वंचित कर दिया था. मोदी सरकार ने आवास के लिए पैसे भी भेजे थे. लेकिन उनके द्वारा भेजे गए केन्द्रांश को भूपेश बघेल की सरकार ने वापस लौटा दिया और गरीबों के आवास अधूरे के अधूरे रह गए. जबकि हमारी सरकार ने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के वादे के अनुरूप शपथ ग्रहण के दूसरे ही दिन 18 लाख पीएम आवास को स्वीकृति दी, मोदी की गारंटी को पूरा किया. चुनाव के बाद प्रधानमंत्री आवास का काम सांय-सांय पूरा होगा. 18 लाख परिवारों के पक्के छत का सपना पूरा होगा. मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने आज तीन जिलों में चुनावी जनसभा को संबोधित किया. उन्होंने रायगढ़ के चपले, जांजगीर-चांपा के शिवरीनारायण एवं दुर्ग के अहिवारा में चुनावी जनसभा को संबोधित कर भाजपा प्रत्याशियों के पक्ष में वोट देने का आग्रह किया.
रायगढ़ लोकसभा प्रत्याशी राधेश्याम राठिया की तारीफ करते हुए सीएम साय ने कहा कि भाई राधेश्याम को जनसेवा का लंबा अनुभव है. उन्होंने सरपंच से लेकर जनपद अध्यक्ष, जिला पंचायत सदस्य, एसटी मोर्चा और किसान मोर्चा सब में काम किया है. वे मृदुभाषी और कर्मठ हैं. उनको कमल छाप पर बटन दबाकर भारी मतों से जिताकर लोकसभा भेजना है. ये आप सभी से आग्रह करने आया हूं.
शिवरीनारायण में माता शबरी, भांचा राम को किया याद
जांजगीर-चांपा के शिवरीनारायण में मुख्यमंत्री विष्णुदेव साय ने कहा कि उन्हें पहली बार शबरी माता के पावन धाम शिवरीनारायण आने का सौभाग्य 22 जनवरी को मिला था. उन्होंने यहीं से ही छत्तीसगढ़ के भांचा राम के अयोध्या के भव्य राम मंदिर में हुए प्राण-प्रतिष्ठा समारोह को लाइव देखने की बात को स्मरण किया. प्राण प्रतिष्ठा समारोह में पीएम मोदी द्वारा दिए गए उद्बोधन में शबरी माता के जिक्र किये जाने की बात उन्होंने जनता से कही. श्री साय ने आत्मीय और स्नेहपूर्वक स्वागत के लिए शिवरीनारायण की जनता का आभार जताया.
सीएम साय ने कहा कि कांग्रेस नेताओं में पहले से ही हार की हताशा साफ दिख रही है. इसलिए हमारे बड़े-बड़े नेताओं पर अनर्गल बयानबाजी कर रहे हैं. कांग्रेसियों का दिमाग खराब हो गया है, आज कल उल्टा-पुल्टा बोल रहे हैं. उन्होंने पीएम मोदी पर नेता प्रतिपक्ष चरणदास महंत द्वारा दिए गए लाठी से सर फोड़ने वाले बयान, कवासी लखमा द्वारा मोदी मर जाए वाले बयान की निंदा की. जनता से आग्रह किया कि लोकसभा चुनाव में भी बिगड़े बोल वाले कांग्रेस नेताओं और उसकी पार्टी को सबक सिखाना है, करारा जवाब देना है. कांग्रेस को खाता खोलने भी नहीं देना है.