नई दिल्ली(ए)। आज 30 रोजे मुक्कमल हुए क्यूंकि बदली होने की वजह से चांद आज शायद नहीं दिखा। चूंकि 30 रोजे आज मुक़्क़मल हो चुके है उस लिहाज़ से कल यानी 11 अप्रैल को अलग-अलग वक़्त में विभिन्न मस्जिदों और ईदगाहों में ईद की नमाज़ अदा की जाएगी। रमजान का पाक माह पूरा होने के बाद इस्लामिक कैलेंडर के शव्वाल महीने के पहले दिन ईद मनाई जाती है। दुनियाभर का मुस्लिम समुदाय इस पाक महीने में रोजा रखता हैं और पूरे महीने अल्लाह की इबादत की जाती है। भारत में भी शुक्रवार को चांद देखने के बाद 11 अप्रैल को ईद मनाने की उम्मीद की जा रही थी। ईद से एक दिन पहले रोजेदारों सहित अन्य लोगों ने अलविदा की नमाज पढ़ी। कहा जाता है कि जुमे के दिन ही वो जन्नत वापस लौटे थे। इसलिए मान्यता है कि जुमे की नमाज अदा करने से गुनाहों से पीछा छूट जाता है।
ईद का त्योहार दुनियाभर के मुसलामनों के लिए खास महत्व रखता है. माह-ए-रमाजन के पूरा होने के बाद शव्वाल (इस्लामिक कैलेंडर का 10वां महीना) की पहली तारीख को ईद का त्योहार मनाया जाता है. इसे ईद-उल-फितर, ईद-अल-फितर, मीठी ईद या रमजान ईद भी कहा जाता है.
शव्वाल का अर्धचंद्र देखने के बाद ही ईद मनाई जाती है. लेकिन भारत में 9 अप्रैल को ईद का चांद का दीदार नहीं हुआ. ऐसे में 30 रोजा पूरा करने के बाद 11 अप्रैल को मुल्क में ईद मनाई जाएगी. ईद खुशियों का त्योहार है. इस दिन लोग सुबह-सवेरे नहाधोकर नए कपड़े पहनते हैं और सुबह ईद की नमाज अदा करते हैं. लोगों का एक-दूसरे के घर आना जाना होता है, घर पर मीठे और स्वाटिष्ट पकवान बनाए जाते हैं, बच्चों को ईदी दी जाती है और गरीबों के लिए फितरा निकाला जाता है.
ईद की नमाज कब (Eid 2024 Prayer Timing)
ईद की नमाज जवाल से पहले शुरू होनी चाहिए. यह ऐसा समय होता है जब सूर्य आकाश में उच्चतम बिंदु पर पहुंचता है. यानी सुबह 7 से दोपहर 12 बजे के बीच ईद की नमाज पढ़नी चाहिए. ईद का चांद नजर आते ही ईद की तारीख तय हो जाती है और एक महीने से रोजे रख रहे रोजेदारों के रोजा का भी अंत होता है. मुसलमानों के लिए ईद की नमाज अनिवार्य होती है. लेकिन ईद की नमाज का समय अलग-अलग शहरों में अलग-अलग होता है.आइये जानते हैं आपके शहर में कितने बजे अदा की जाएगी ईद की नमाज-
11 अप्रैल को मनाई जाएगी मीठी ईद
वहीं, जामा मस्जिद के पूर्व इमाम सैयद अहमद बुखारी ने कहा कि देश के किसी हिस्से से शव्वाल यानी ईद-उल-फितर का चांद दिखने की कोई खबर नहीं है. हिंदुस्तान के अलग-अलग हिस्सों- उत्तर प्रदेश, मध्य प्रदेश, तेलंगाना, पश्चिम बंगाल व बिहार में संपर्क किया गया लेकिन कहीं भी चांद नहीं दिखा है. इसीलिए ईद 11 अप्रैल को मनाई जाएगी. उधर, मुस्लिम संगठन जमीयत उलेमा-ए-हिंद से जुड़े इमारत ए शरीया हिंद ने भी ऐलान किया है कि मंगलवार को देश के किसी हिस्से में मीठी ईद का चांद नजर नहीं आया.
इस बार 30 दिन का है पवित्र महीना
अभी इस्लामी केलेंडर का नौवां महीना ‘रमजान’ चल रहा है, जिसमें समुदाय के लोग रोजा रखते हैं. रमजान के महीने में रोजेदार सुबह सूरज निकलने से पहले से लेकर सूरज डूबने तक कुछ नहीं खाते-पीते हैं. यह महीना ईद का चांद नजर आने के साथ खत्म होता है. इस्लामी केलेंडर के मुताबिक, महीना 29 या 30 दिन का होता है जो चांद दिखने पर निर्भर करता है. पिछले साल रमजान का महीना 29 दिन का था, लेकिन 2022 और 2021 में यह महीना 30 दिन का था और इस बार पवित्र महीना 30 दिन का है.
ईद-उल-फितर की नमाज का समय (Eid 2024 Prayer Timing in India) |
शहर का नाम (City Name) | नमाज का समय (Namaz Time) |
दिल्ली (Delhi) | सुबह 06:20 |
नोएडा (Noida) | सुबह 06:19 |
मुंबई (Mumbai) | सुबह 06:44 |
हैदराबाद (Hyderabad) | सुबह 06:23 |
लखनऊ (Lucknow) | सुबह 06:06 |
मेरठ (Meerut) | सुबह 06:18 |
पटना (Patna) | सुबह 05:50 |
बेंगलुरु (Bengaluru) | सुबह 06:30 |
अहमदाबाद (Ahmedabad) | सुबह 06:43 |
रांची (Ranchi) | सुबह 05:51 |
कानपुर (Kanpur) | सुबह 06:09 |
आगरा (Agra) | सुबह 06:18 |
जयपुर (Jaipur) | सुबह 06:27 |
कोलकाता (Kolkata) | सुबह 05:40 |