नई दिल्ली(ए)। कांग्रेस संसदीय दल (सीपीपी) की अध्यक्ष सोनिया गांधी ने शनिवार को कहा कि भारत कुछ लोगों की संपत्ति नहीं है, बल्कि ये देश सभी का है।
सोनिया गांधी ने जयपुर में लोकसभा 2024 चुनाव के लिए ‘न्याय’ घोषणापत्र के लॉन्च पर एक विशाल रैली को संबोधित करते हुए कहा, “यह देश कुछ लोगों की संपत्ति नहीं है। यह हर किसी का है। हमारे पूर्वजों ने इसे खून से सींचा है।”
उन्होंने कहा कि पिछले 10 साल से देश एक ऐसी सरकार के हाथ में है जिसने बेरोजगारी और आर्थिक संकट को बढ़ावा देने में कोई कसर नहीं छोड़ी है।
मोदी सरकार ने जो कुछ किया वह हमारे सामने है। ये निराश करने वाला समय है लेकिन जान लें कि निराशा के साथ ही आशा जन्म लेती है। मुझे पूरा विश्वास है कि हमारे कांग्रेस सहयोगी न्याय का दीपक जलाएंगे और हजारों तूफानों का सामना करते हुए आगे बढ़ेंगे।”
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी खुद को महान मानते हैं, लेकिन बीजेपी सरकार लोकतांत्रिक मानदंडों की खिल्लियां उड़ा रही है और पूरी व्यवस्था में डर का माहौल पैदा कर रही है।
सोनिया गांधी ने कहा, “यह तानाशाही है। हमारा लोकतंत्र खतरे में है।”
इस मौके पर कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे और महासचिव प्रियंका गांधी वाड्रा भी मौजूद रहे।
खड़गे ने पीएम मोदी पर हमला बोलते हुए कहा कि वह बिना कुछ किए हर चीज का क्रेडिट लेते रहे हैं। “क्या वास्तविक रूप से बिना कोई काम किए श्रेय लेना चाहिएहै? वो कहते हैं मैंने ये किया, मैंने वो किया। उन्होंने हमें पहले कितनी गारंटी दी है?”
उन्होंने कहा कि पीएम मोदी ने पहली गारंटी में युवाओं से कहा कि वह हर साल दो करोड़ नौकरियां देंगे। “10 साल में 20 करोड़ नौकरियां देनी थीं। क्या देश के युवाओं को 20 करोड़ नौकरियां मिल गईं? उन्होंने कहा कि सभी के खाते में 15 लाख रुपये आएंगे, क्या आई? एक पीएम कैसे झूठ बोल सकता है।”
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने कहा कि बेरोजगारी चरम पर है। “आपने देखा है कि भाजपा सरकार ने पिछले 10 वर्षों में कैसे काम किया है। उन्होंने देश से बेरोजगारी हटाने के लिए क्या किया?”
अग्निपथ योजना पर प्रियंका गांधी ने कहा कि इस योजना ने उन लाखों युवाओं की उम्मीदों पर पानी फेर दिया जो सेना में जाना चाहते थे।
उन्होंने कहा कि सभी राज्यों में पेपर लीक एक आम समस्या बन गई है और यही एक कारण है कि युवाओं को नौकरियां नहीं मिल रही। “महंगाई भी हर दिन बढ़ रही है। चुनाव से केवल दो महीने पहले एलपीजी सिलेंडर की कीमत में कटौती की गई।”