- शेयर टेडिंग के नाम पर घटित 1 करोड 29 लाख की धोखाधड़ी के मामले का खुलासा : अंतर्राज्यीय सायबर ठग गिरोह दुर्ग पुलिस के हत्थे चढ़ा
- लोगों के पर्सनल डाटा परचेष कर मोबाईल फोन के माध्यम से शेयर टेªडिंग के नाम पर रकम निवेष करने का झांसा देकर देते थे धोखाधड़ी की घटना को अंजाम
- आरोपियों के द्वारा छद्म नाम से टेलीफोनिक बातचीत कर अत्यधिक लाभ का झांसा देकर फजी खातों में करवाते थे रकम जमा
भिलाई। आरोपियों के कब्जे से विभिन्न कम्पनियों के 17 नग मोबाईल फोन, चार्जस व सिंम, 19 नग पृथक से सिम, विभिन्न बैंकों के 09 नग एटीएम कार्ड, 01 नग पास बुक, वोटर आईडी कार्ड, पेन कार्ड, ठगी की रकम से खरीदे गये वाहन, सोने के आभूषण एवं नगदी रकम 17500 रूपये जुमला कीमती तकरीबर 35 लाख रूपये की मषरूका बरामद।
प्रकरण में 06 आरोपी गिरफ्तार।
एन्टी क्राईम एवं सायबर यूनिट दुर्ग एवं थाना पद्यमनाभपुर की संयुक्त कार्यवाही।
दिनांक 18.03.2024 को आवेदक रोहित बघेल उम्र 62 वर्ष निवासी आदर्ष नगर दुर्ग थाना पद्यमनाभपुर उपस्थित होकर लिखित रिपोर्ट दर्ज कराया कि आर.के.टेक्नालॉजी कम्पनी के कर्मचारी सिद्धार्थ सक्सेना द्वारा शेयर बाजार में टेªडिंग के नाम पर डी-मेट एकांउट खुलवाकर कुल रकम 01 करोड़ 29 लाख रूपये शेयर में निवेष कराने का झांसा देकर धोखाधड़ी किया है। प्रार्थी की रिपोर्ट पर थाना पद्यमनाभपुर में अपराध क्रमांक 126/2024, धारा 420, 467, 468, 471, 406, 34 भादवि कायम कर विवेचना में लिया गया।
उक्त घटना को अत्यन्त गंभीरता से लेते हुए पुलिस अधीक्षक जितेन्द्र शुक्ला (भापु़से) के द्वारा धोखाधड़ी करने वाले गिरोह की पतासाजी कर उनके विरूद्ध कार्यवाही करने हेतु निर्देष प्राप्त हुये थे, जिसके परिपालन में अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर भिलाई) सुखनंदन राठौर (रा.पु.से.), अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (शहर दुर्ग) अभिषेक झा, अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (अपराध) सुश्री रीचा मिश्रा (रा.पु.से.), नगर पुलिस अधीक्षक (दुर्ग) चिराग जैन (भा.पु.से), उप पुलिस अधीक्षक (अपराध) हेम प्रकाष नायक के मार्गदर्शन में एवं एसीसीयू प्रभारी निरीक्षक कपिल देव पाण्डेय व थाना प्रभारी पद्यमनाभपुर परिवीक्षाधीन भापुसे अक्षय साबद्रा (भापुसे) के नेतृत्व में एसीसीयू एवं थाना की एक संयुक्त टीम गठित कर टीम को कार्यवाही हेतु लगाया गया था।
टीम द्वारा प्राथी से संपर्क स्थापित कर घटना से संबंधित विस्तृत जानकारी जैसे कि घटना अवधि के दौरान प्रार्थी के मोबाईल पर आने वाले नम्बरों एवं टेªडिंग कार्य को संचालित करने के लिए पैसो के लेने देन में उपयोग होने वाले बैंक एकाउण्ट के संबंध में एकत्रित किया जाकर सूक्ष्मता से विष्लेषण किया गया। मोबाईल नम्बरों के कॉल डिटेल प्राप्त किये गये, ठगी में उपयोग किये विभिन्न बैंकों के खातों का स्टेटमेंट प्राप्त किया गया, जिनका सूक्ष्मता से विष्लेषण करने पर यह जानकारी प्राप्त हुयी कि घटना करने वाले आरोपियों द्वारा घटना उत्तर प्रदेष के झांसी शहर में रहकर कारित की जा रही है एवं पैसों का आहरण एक खाता से दूसरे खाता में जमा कराया जाकर मध्यप्रदेष के छत्तरपुर, ग्वालियर, राजनगर, भोपाल, झांसी (उ.प्र.) से एटीएम के माध्यम से रकम की निकासी की जा रही है। आरोपियों की उपस्थिति लगातार परिवर्तित हो रही थी जिससे वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देष पर एक विषेष टीम निरीक्षक अम्बर सिंह के नेतृत्व में भोपाल के लिए रवाना किया गया। आरोपियों की उपस्थिति लगातार भोपाल से ग्वालियर, षिवपुरी, इंदौर फिर झांसी में होना पता चला, जिसके आधार पर टीम झांसी पहुंचकर आरोपियों की पतासाजी उनके उपस्थिति के आधार पर कर रही थी। इसी दौरान स्थानीय स्तर पर पतासाजी करने पर झांसी स्थित सर्व नगर में चावड़ा बिल्डर्स के अपार्टमेन्ट में कुछ संदिग्ध व्यक्तियों की उपस्थिति का होना पता चला। प्रकरण से संबंद्ध मोबाईल नम्बरों का लोकेषन भी उसी स्थान पर पाये जाने से टीम द्वारा लगातार पतासाजी के उपरांत चावड़ा बिल्डर्स के तीसरे माले में स्थित एक अपार्टमेन्ट को चिन्हित कर दबिष दी गयी। जहाँ आकाष चौहान, अमित यादव, गौरव सिंह परमार, दिग्विजय सिंह बुंदेला, षिवम यादव एवं बाबू रैंकवार को पकड़ा गया, जिनके कब्जे से घटना में प्रयुक्त मोबाईल फोन व सिम कार्ड प्राप्त हुआ। जिनसे पृथक-पृथक विस्तृत पूछताछ करने पर आकाष उर्फ लक्की के द्वारा छद्म नाम सिद्धार्थ सक्सेना, अमित यादव के द्वारा छद्म नाम राहुल गुप्ता व विक्रांत गुप्ता के नाम से प्राथी को मोबाईल फोन के माध्यम से बातचीत कर ठगी करना, गौरव सिंह परमार उर्फ हमीद उर्फ अमित शर्मा, दिग्विजय सिंह, षिवम यादव उर्फ राम उपाध्याय, बाबू रैकवार उर्फ अमन के द्वारा ठगी की घटना में बैंक खातों की व्यवस्था करना, बैंक से एटीम के माध्यम से रकम निकासी करना तथा बैंक एकाउण्टों का संधारण करना स्वीकार किये। पूछताछ पर आरोपियों के द्वारा धोखाधड़ी की घटना में फरार आरोपी मास्टर माइंड जितेन्द्र परमार एवं यषवर्धन सिंह परमार डारेक्टर होना जिनके द्वारा धोखाधड़ी करने के लिए बैंक खाते, सिम कार्ड, मोबाईल फोन, कम्प्यूटर सिस्टम एवं ठगी की घटना को अंजाम देने के लिए लोगों के पर्सनल डाटा उपलब्ध कराना बताया गया। आरोपियों के कब्जे से पृथक-पृथक विभिन्न कंपनियों के 17 नग मोबाईल फोन एवं उसमें लगे सिम कार्ड, पृथक से 19 नग विभिन्न कंपनियों के सिम कार्ड, 13 नग मोबाईल फोन चार्जर, विभिन्न बैंकों के 09 नग एटीएम कार्ड, 01 नग पास बुक, वोटर आईडी कार्ड, पेन कार्ड, ठगी की रकम से खरीदे गये वाहन क्रमांक एमपी 09 डब्ल्यू एम 6238 रेनो ट्रिबर, वाहन क्रमांक यूपी 93 सीसी 0806 महिन्द्र एक्सयूवी 300 मय कागजात, ठगी की घटना से खरीदे गये सोने के आभूषण एवं नगदी रकम 17500 रूपये बरामद कर जप्त किया गया। फरार आरोपियों जितेन्द्र सिंह परमार एवं यषवर्धन सिंह परमार की पतासाजी की जा रही है। अग्रिम कार्यवाही थाना पद्यमनाभपुर से की जा रही है।
उक्त कार्यवाही में थाना पद्यमनाभपुर से निरीक्षक अम्बर सिंह, उनि. निर्मल यादव, सउनि गंगा राम श्रीवास, आरक्षक त्रिलोक यादव एवं एण्टी क्राईम सायबर यूनिट से प्र.आर.संतोष मिश्रा, चन्द्रषेखर बंजीर, आरक्षक रिन्कू सोनी, पंकज चतुर्वेदी की उल्लेखनीय भूमिका रही।
आरोपियों का नाम –
01.आकाष चौहान उर्फ लक्की पिता राम भरोसा चौहान उम्र 23 साल निवासी ग्राम बक्तरा, पेट्रोल पंप कालोनी थाना बक्तरा, तहसील बुधनी, जिला सिहोर मध्यप्रदेष।
02.अमित यादव पिता महेन्द्र यादव उम्र 25 साल निवासी सतगुआ, पोस्ट लेधोरा, तहसील व थाना लेधोरा, जिला टीकमगढ़ मध्यप्रदेष।
03.दिग्विजय सिंह बुंदेला, पिता बुद्धसिंह बंुदेला उम्र 28 साल निवासी रनगंवा थाना बहमिठा तहसील राजनगर जिला छतरपुर मध्यप्रदेष।
04. षिवम यादव पिता प्रमोद कुमार यादव उम्र 24 साल निवासी नाउपहरिया पोस्ट गलान तहसील नवगंाव थाना हरपालपुर जिला छतरपुर मध्यप्रदेष।
05.बाबू रैकबार पिता अक्षय रैकवार उम्र 24 साल निवासी पोस्ट थाना हरपालपुर तहसील नगगांव जिला छतरपुर मध्यप्रदेष।
06.गौरव सिंह परमार पिता सत्यभान सिंह परमार उम्र 24 साल निवासी पोस्ट हरपालपुर तहसील नवगांव थाना हरपालपुर जिला छतरपुर मध्यप्रदेष।