नई दिल्ली (ए)। आज लोकसभा चुनाव के पहले चरण के लिए नामांकन दाखिल करने का आखिरी दिन है। भारतीय जनता पार्टी के नेता और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी, जिन्हें पार्टी ने नागपुर से चुनाव में उतारा है, ने अपना नामांकन दाखिल कर दिया है। नितिन गडकरी का नाम उन नेताओं में शामिल है, जिनके मित्र एवं स्वीकार्यता लगभग सभी राजनीतिक दलों में है। बीते 10 सालों में ऐसे कई मौके आए हैं, जब विपक्ष के नेताओं ने भी खुलकर गडकरी की तारीफ की है।
सोनिया गांधी ने लिखा था पत्र
कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी भी नितिन गडकरी की प्रशंसा कर चुकी हैं। उन्होंने साल 2018 में गडकरी को चिट्टी लिखकर उनकी ओर से रायबरेली में किए गए विकास कार्यों की सराहना की थी और उन्हें धन्यवाद भी कहा था।
साल 2019 की बात है। सदन में कार्यवाही चल रही थी। इस दौरान नितिन गडकरी ने कहा था, “ये मेरा सौभाग्य है कि सभी पार्टियों के नेता मानते हैं कि मैंने अच्छा काम किया है”। तब सोनिया गांधी समेत कई विपक्षी नेताओं ने मेज थपथपाकर उनका समर्थन किया था।
ये विपक्षी नेता भी कर चुके हैं तारीफ
शरद पवार ने भी एक कार्यक्रम में मीडिया से बातचीत में कहा था, “मौजूदा सरकार में कुछ मंत्री ऐसे हैं, जिनका काम निर्विवाद है, जैसे नितिन गडकरी। अगर हम उनके पास कोई मुद्दा लेकर जाते हैं, तो वह उसकी अहमियत देखते हैं, न कि उसे बताने वाले व्यक्ति को।”
शिवसेना नेता संजय राउत ने भी पत्रकारों से बातचीत में कहा था, “नितिन गडकरी मोदी कैबिनेट के अहम नेता और काबिल मंत्री हैं। देश में उनका काम दिख रहा है, वह भविष्य के नेता हैं।”
साल 2017 में एक बिल पर चर्चा के दौरान कांग्रेस नेता के सी वेणुगोपाल ने नितिन गडकरी को ईमानदार नेता बताया था और कहा था कि वह परिवहन क्षेत्र में आने वाली अधिकतर समस्याओं को सुलझाने की कोशिश कर रहे हैं।