भरूच (गुजरात) (ए)। कांग्रेस नेता राहुल गांधी (Rahul Gandhi) ने ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ के अपने गुजरात चरण के तीसरे दिन शनिवार को नर्मदा जिले में दलित, आदिवासी और किसान आंदोलनों से जुड़े करीब 70 सामाजिक कार्यकर्ताओं से संवाद किया.
यह संवाद कार्यक्रम कुंवरपारा में हुआ. कांग्रेस की यह यात्रा बृहस्पतिवार को राजस्थान से भाजपा शासित गुजरात में प्रवेश कर गई. मणिपुर से शुरू हुई यह यात्रा 6,700 किलोमीटर की दूरी तय करके मुंबई पहुंचेगी.
कांग्रेस के वरिष्ठ नेता जयराम रमेश ने ‘एक्स’ पर एक पोस्ट में कहा कि सामाजिक कार्यकर्ताओं ने इस तथ्य पर प्रकाश डाला कि गुजरात में कुछ आदिवासी समुदायों को अपने जीवनकाल में कई बार विस्थापन का सामना करना पड़ता है, अक्सर पर्याप्त मुआवजे तथा पुनर्वास के बिना ही उन्हें तीन-चार बार बेदखल होना पड़ता है.
उन्होंने कहा, ‘‘सामाजिक कार्यकर्ताओं ने (संवाद के दौरान) यह भी बताया कि कैसे राज्य के विभिन्न हिस्सों में आवासीय इलाके जाति के आधार पर अलग हो रहे हैं, और पिछले 20 वर्षों में अल्पसंख्यक किस तरह अधिक असुरक्षित हो गए हैं.”
रमेश ने दावा किया कि दुग्ध क्षेत्र की सहकारी समितियों जैसे नागरिक समाज के संस्थानों पर राजनीतिक रूप से कब्जा कर लिया गया है.
क्रांतिकारी कदम होगा जाति आधारित जनगणना : राहुल गांधी
बाद में, भरूच जिले के नेतरंग में एक जनसभा के दौरान राहुल गांधी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना एक क्रांतिकारी कदम होगा, जो भारत की संपत्ति और संस्थानों में सभी की भागीदारी सुनिश्चित करेगा.
इस मौके पर भरूच लोकसभा सीट से आम आदमी पार्टी (आप) के उम्मीदवार चैतर वसावा उम्मीदवार हैं. राज्य में लोकसभा चुनाव के लिए कांग्रेस के साथ चुनावी गठबंधन करने वाली ‘आप’ के नेता और कार्यकर्ता यात्रा में हिस्सा ले रहे हैं.
कांग्रेस नेता ने कहा, ‘‘आपको यह नहीं भूलना चाहिए कि जाति आधारित जनगणना एक क्रांतिकारी कदम है. यह आपके लिए रास्ता खोलेगा. देश की संपत्ति और इसके संस्थानों में हर भारतीय की भागीदारी सुनिश्चित करना मेरा लक्ष्य है.”
गांधी ने कहा कि जाति आधारित जनगणना और आर्थिक सर्वेक्षण ‘‘90 प्रतिशत आबादी” की समान भागीदारी सुनिश्चित करने की दिशा में पहला कदम है.
BJP सरकार ने जल, जंगल और जमीन छीनी : राहुल गांधी
आदिवासी बहुल क्षेत्र के लोगों को संबोधित करते हुए कांग्रेस सांसद ने कहा, ‘‘आइए एक ‘एक्स-रे’ कराएं और पता लगाएं कि देश की संपत्ति किसके पास है, आदिवासियों के पास कितनी संपत्ति है और क्या वे बड़े संगठनों का नेतृत्व कर रहे हैं? इससे सब कुछ स्पष्ट हो जाएगा और आपको पता चल जाएगा कि आपको मूर्ख बनाया जा रहा है.”
गांधी ने आरोप लगाया कि भाजपा सरकार ने ‘‘जल, जंगल और जमीन” छीन ली है, जिसके असली मालिक आदिवासी हैं.
उन्होंने भरोसा दिलाया कि कांग्रेस यह सुनिश्चित करेगी कि ये चीजें आदिवासियों को वापस मिलें.
गांधी ने नर्मदा जिले के एक मंदिर में पूजा-अर्चना भी की.