नई दिल्ली(ए)। Pm नरेंद्र मोदी की अध्यक्षता में रविवार को मंत्रिपरिषद की बैठक हुई। बैठक में विकसित भारत: 2047 के विजन पर चर्चा की गई। साथ ही अगले पांच सालों के कामों पर मंथन किया गया। यह मोदी सरकार के दूसरे कार्यकाल की आखिरी बैठक थी। सूत्रों के अनुसार बैठक के दौरान पीएम नरेंद्र मोदी ने केंद्रीय मंत्रियों को कहा कि बोलने में परहेज करें और सोच-समझकर बोलें। पीएम ने डीपफेक से बचने यानि आवाज बदलकर आदि से जो कोशिश की जाती है, उससे सतर्क रहने की बात कही। पीएम ने लगभग एक घंटे तक बात की। पीएम ने कहा कि बोलना है तो योजनाओं पर बोले, विवादित बयानों से बचें। पीएम ने मंत्रियों को ये भी कहा कि चुनाव है, किससे मिल रहे हैं, देखकर मिलें यानि मिलने-जुलने में सोच समझकर मिलें। उऩ्होंने शरद पवार और प्रमोद महाजन का एक उदाहरण भी दिया। सूत्रों के मुताबिक एक दिवसीय बैठक के दौरान मई में नई सरकार के गठन के बाद उठाए जाने वाले तत्काल कदमों के लिए 100 दिन के एजेंडे पर विचार-विमर्श किया गया। उन्होंने कहा कि विकसित भारत का रोडमैप दो साल से अधिक की गहन तैयारी का परिणाम है और इसे सभी मंत्रालयों और राज्य सरकारों, शिक्षाविदों, उद्योग निकायों, नागरिक समाज, वैज्ञानिक के साथ परामर्श करके तैयार किया गया है।
PM मोदी की मंत्रियों को नसीहत… जो बोलें सोच समझकर बोलें, डीपफेक से बचें
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