Home देश-दुनिया नवाचार और स्थिरता के महत्व को दर्शाते हुए एमईएआई और एनएमडीसी ने राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया

नवाचार और स्थिरता के महत्व को दर्शाते हुए एमईएआई और एनएमडीसी ने राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन किया

by admin

हैदराबाद, 17 फरवरी 2024|  उद्योग के सतत विकास की दिशा में सार्थक प्रगति करते हुए

“’उन्नत लौह अयस्क बेनीफिशिएशन और सुस्थिर निम्न श्रेणी के लौह अयस्क उपयोग’ पर

राष्ट्रीय संगोष्ठी का समापन शनिवार को हुआ। लौह अयस्क प्रसंस्करण के भविष्य की ओर

बढते हुए, इस सेमिनार का आयोजन माइनिंग इंजीनियर्स एसोसिएशन ऑफ इंडिया, हैदराबाद

चैप्टर और देश के सबसे बड़े लौह अयस्क उत्पादक-एनएमडीसी द्वारा किया गया था।

इसके समापन समारोह में, मुख्य अतिथि श्री अमिताभ मुखर्जी, सीएमडी (अतिरिक्त प्रभार)

एनएमडीसी ने कहा, “’उन्नत लौह अयस्क बेनीफिशिएशन और सुस्थिर निम्न श्रेणी के लौह

अयस्क उपयोग”’ हमारे उद्योग के लिए एक महत्वपूर्ण चुनौती और अवसर का प्रतिनिधित्व

करता है। एनएमडीसी में हमारा विशेष ध्यान अधिकतम संसाधन उपयोग और पुनर्चक्रण पर

है। ईएसजी के प्रति वचनबद्ध रहते हुए नवाचार और प्रौद्योगिकी हस्तांतरण से सीमाओं को

पार करते हुए, हम न केवल वर्तमान की मांगों को पूरा कर सकते हैं, बल्कि लौह अयस्क

उद्योग के लिए एक मजबूत और जिम्मेदार भविष्य भी सुरक्षित कर सकते हैं।

समारोह में सम्मानित अतिथि एमईएआई के अध्यक्ष श्री एस. एन. माथुर; एनएमडीसी के पूर्व

सीएमडी श्री पी. आर. त्रिपाठी और एमईएआई के महासचिव श्री एम. नरसैया के साथ

पीठासीन अधिकारी एवं अध्यक्ष एमईएआई, हैदराबाद चैप्टर श्री विनय कुमार, निदेशक

(तकनीकी) एनएमडीसी भी उपस्थित थे।

संगोष्ठी में दो दिनों के दौरान तीन तकनीकी सत्र आयोजित किए गए और विद्यार्थियों,

शोधकर्ताओं और हैदराबाद विश्वविद्यालय, आईआईटी खड़गपुर, आईआईटी मद्रास,

एनएमडीसी, एएम/एनएस, टाटा स्टील, जेएसडब्ल्यू और एमएसपीएल से उद्योग के विशेषज्ञों

द्वारा 14 पेपर प्रस्तुत किए गए । निर्णायक पैनल चर्चा में आगे की राह और आवश्यक

नीतिगत हस्तक्षेप पर विचार-विमर्श किया गया ।

इस अवसर पर एमईएआई, हैदराबाद चैप्टर और एनएमडीसी द्वारा भारतीय खनन उद्योग

के दिग्गजों श्री वी.एस. राव, पूर्व अध्यक्ष, एमईएआई; श्री के.के. बीरन, पूर्व अध्यक्ष,

एमईएआई; श्री पी.आर. त्रिपाठी, पूर्व सीएमडी, एनएमडीसी; श्री एस.के. अग्रवाल, पूर्व सीएमडी

(प्रभारी), एनएमडीसी; श्री मुरली मनोहर, पूर्व निदेशक (वाणिज्य), एनएमडीसी; और श्री वी.डी.

राजगोपाल, पूर्व अध्यक्ष, एमईएआई को उनके मूल्यवान योगदान के लिए सम्मानित किया

गया ।

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