पटना(ए)। INDIA गठबंधन छोड़ NDA में शामिल हुए नीतीश कुमार ने बिहार विधानसभा में सोमवार को विश्वास मत हांसिल कर लिया. इसके साथ ही राज्य में पिछले कई दिनों से जारी सियासी ड्रामे पर फिलहाल ब्रेक लगता दिख रहा है. फ्लोट टेस्ट से पहले चर्चा के दौरान आरजेडी नेता और डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने शालीनता और शब्दों की मर्यादा के साथ सीएम नीतीश कुमार पर जमकर तंज कसा. इसके बाद नीतीश कुमार ने भी तेजस्वी यादव के सवालों का जवाब दिया और बताया कि किन मजबूरी के कारण वो फिर से एनडीए में शामिल हुए.
इससे पहले पटना में सियासी उठापटक देखने को मिली. तेजस्वी यादव ने महागठबंधन के सभी विधायकों को दो दिन अपने आवास पर रखा. बीजेपी और जेडीयू ने अपने-अपने विधायकों को पटना के होटल में ठहराया था. नीतीश कुमार जब विधानसभा में बोलने के लिए उठे तो विपक्ष ने हंगामा किया. इससे नीतीश कुमार भड़क गए और कहा कि हमने आप सब को शांति से सुना है अब मैं बोल रहा हूं आपको सुनना पड़ेगा.
बिहार का विकास किया’
नीतीश कुमार ने कहा कि 2005 से जब काम करने क मौका मिला तब से ये 18वां साल है. मुझे तो आश्चर्य होता है, ये लोग सुनना नहीं चाहते. मैंने बिहार में 15 साल में कितना काम किया है. बिहार का कितना विकास किया. मुझसे पहले इनके पिता और माता 15 साल शासन में थे, तो बिहार का क्या हाल था. शाम को कोई घर से नहीं निकलता था. आज बिहार की सड़कें देख लीजिए. हम विकास का काम, लोगों के हित में काम करते रहेंगे. 2021 में सात निश्चय शुरू किया, आज कितना फायदा हुआ है. इसको हम सब जारी रखे हैं. बिहार का विकास होगा. समाज के हर तबके का ध्यान रखेंगे.
हमने सबको इज्जत दिया’
नीतीश कुमार ने कहा कि हम इन लोगों को इज्जत दिए थे और हमें पता चला कि ये लोग कमा रहे हैं. आजतक जब ये पार्टी हम लोगों के साथ थी, कभी इधर उधर नहीं किया. अभी भी आप एक ही जगह सबको रखे हुए थे. कहां से पैसा आया, हम सब जांच करवाएंगे. और याद रखिएगा, आप लोगों की पार्टी ठीक नहीं कर रही है, गौर कर लीजिएगा. इधर वाला सब आपका साथ देगा. आपको जब कोई समस्या हो, आकर मिलिएगा और आपकी समस्या का समाधान हम करेंगे. हम सबका ख्याल रखेंगे. लेकिन राज्य के हित में काम कर रहे हैं, राज्य के हित में काम होगा. हम ही तीन लोग साथ रहेंगे और तीनों काम करेंगे.
सबको एकजुट करने की कोशिश की’
नीतीश कुमार ने कहा कि हमने सब को एकजुट करने की कीशिश की. कुछ हुआ? कांग्रेस को डर लग रहा था. हमने कहा कि बाकी पार्टियों को एकजुट करिए. फिर हमें पता चला कि इनके पिताजी (लालू यादव) भी उनके साथ थे. हम पुरानी जगह पर आ गए हैं, सब दिन के लिए आ गए हैं. हम किसी को नुकसान नहीं करेंगे. सभी के हित में काम करेंगे. उन्होंने कहा कि आपको जब समस्या होगा तो हमसे मिलइएगा. हम आपका काम करेंगे. राज्य के हित में काम करेंगे. हम तीनों हमेशा साथ रहेंगे.
बिहार विधानसभा में पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश जी ने नौ बार सीएम बनकर इतिहास रच दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि विरोधी दल के नेता भी अब डिप्टी सीएम बन गए हैं. इसलिए आपने भी इतिहास रचा है. सदन में तेजस्वी यादव ने नीतीश को रामायण के ‘दशरथ’ जैसा अभिभावक बताया. कहा कि जैसे राजा दशरथ की मजबूरियां थीं कि उन्होंने राम को वनवास भेज दिया, वैसे ही नीतीश कुमार जी की मजबूरियां रही हैं. तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने हमें लोगों के बीच भेजा, सुख और दुख में हमेशा साथ दिया.
तेजस्वी यादव ने CM नीतीश पर कसा तंज
बिहार विधानसभा में पूर्व डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव ने नीतीश कुमार पर हमला बोला. उन्होंने कहा कि नीतीश जी ने नौ बार सीएम बनकर इतिहास रच दिया है. साथ ही उन्होंने कहा कि विरोधी दल के नेता भी अब डिप्टी सीएम बन गए हैं. इसलिए आपने भी इतिहास रचा है. सदन में तेजस्वी यादव ने नीतीश को रामायण के ‘दशरथ’ जैसा अभिभावक बताया. कहा कि जैसे राजा दशरथ की मजबूरियां थीं कि उन्होंने राम को वनवास भेज दिया, वैसे ही नीतीश कुमार जी की मजबूरियां रही हैं. तेजस्वी ने कहा कि उन्होंने हमें लोगों के बीच भेजा. सुख और दुख में हमेशा साथ दिया.
तेजस्वी ने कहा कि मैं खुश हूं कि कर्पूरी ठाकुरजी को भारत रत्न दिया गया. भाजपा ने भारत रत्न को डील बना दिया है. आप हमारे साथ आइए और हम आपको भारत रत्न देंगे.
बहुमत के लिए चाहिए थे 122 सीटें
बता दें कि बिहार विधानसभा में कुल 243 सीटें है. बहुमत का आंकड़ा 122 है. बीजेपी के पास 78 सीटें, JDU के पास 45 सीटें, मांझी के पार्टी हिंदुस्तानी अवाम मोर्चा के पास 4 सीटें और एक निर्दलीय विधायक सुमित सिंह भी साथ हैं. विपक्ष के पास 114 विधायक हैं. राजद के 79, कांग्रेस के 19, सीपीआई (एमएल) के 12, सीपीआई (एम) के 2, सीपीआई के 2 विधायक हैं.