Home देश-दुनिया 500 वर्षों से अधिक का इंतजार हुआ खत्म : आ गए भगवान राम, गर्भगृह में हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, पीएम ने की पहली आरती

500 वर्षों से अधिक का इंतजार हुआ खत्म : आ गए भगवान राम, गर्भगृह में हुई रामलला की प्राण प्रतिष्ठा, पीएम ने की पहली आरती

by admin

अयोध्या (ए)। अयोध्या में रामलला के आगमन का इंतजार खत्म हो गया है। रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है।500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो गया है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं। गर्भ गृह में प्रधानमंत्री मोदी, राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ के सरसंघचालक मोहन भागवत, राज्यपाल आनंदीबेन पटेल और मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ मौजूद रहे।

 

अयोध्या में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा संपन्न हो गई है। 500 वर्षों से अधिक का इंतजार खत्म हो गया है। रामलला राम मंदिर के गर्भगृह में विराजमान हो गए हैं।

दो संतों ने पीएम मोदी को पहनाई अंगूठी

पीएम मोदी अब गर्भगृह से बाहर आ गए हैं। गर्भगृह से निकलते समय शंकराचार्य वाशुदेवानंद महाराज ने पीएम मोदी को सोने की अंगुठी पहनाई और दूसरे संत ने तुलसी की माला पहनाई। एक और संत ने पीएम मोदी को सोने की अंगुठी पहनाई है। इसके बाद विहिप के कोषाध्यक्ष गोविन्ददेव गिरी ने मुख्यमंत्री, संघ प्रमुख व राज्यपाल को अंगूठी भेंट की।

पीएम मोदी ने रामलला को किया साष्टांग प्रणाम्

प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने श्री राम जन्मभूमि मंदिर में भगवान राम लला को दंडवत प्रणाम् किया।

रामलला का प्राण प्रतिष्ठा समारोह अपराह्न 12 बजकर 20 मिनट पर शुरू हुआ। राम मंदिर के गर्भगृह में 12 बजकर 29 मिनट 8 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट 32 सेकंड तक भगवान रामलला की प्राण प्रतिष्ठा हुई क्योंकि यह 84 सेकेंड का समय शुभ मुहूर्त था।

रामलला की स्वागत के लिए अयोध्या तो राममय है ही और पूरे नगर को भव्यता प्रदान करने के लिए सजाया गया है लेकिन देश के बाकी हिस्सों में भी लोगों ने अपने घरों पर श्रीराम और उनके महान भक्त भगवान हनुमान को समर्पित पताकाएं लगाई हैं और घर-मोहल्लों को सजाया है। रामभक्तों के बीच दिवाली जैसा महौल है. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने दीये जलाकर इस उत्सव को मनाने का आह्वान पहले ही कर दिया गया है।

राम मंदिर में रामलला की प्राण प्रतिष्ठा के बाद अगले दिन से आमजन इसमें भगवान के दर्शन कर सकेंगे. श्रीराम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के अनुसार, रविवार (21 जनवरी) को रामलला की मूर्ति को विभिन्न तीर्थ स्थलों से लाए गए ‘औषधियुक्त’ और पवित्र जल से भरे 114 घड़ों से स्नान कराया गया. ट्रस्ट के अनुसार, चेन्नई और पुणे समेत कई स्थानों से आए फूलों से अनुष्ठान किए जा रहे हैं. प्राण प्रतिष्ठा समारोह संबंधी अनुष्ठान 16 जनवरी को सरयू नदी से शुरू हुआ, जो आज सोमवार दोपहर ‘अभिजीत मुहूर्त’ में पूरा हुआ।

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