अयोध्या (ए)। भारतवासियों का 500 साल लंबा इंतजार आज खत्म हो जाएगा. रामलला आज अपने अस्थायी टेंट से निकलकर स्थायी मंदिर में विराजमान होने के लिए पूरी तरह से तैयार हैं. वैसे तो रामलला की मूर्ति दो दिन पहले ही गर्भगृह में विराजमान कर दी गई, लेकिन अब तक प्राण-प्रतिष्ठा नहीं हुई है. पीएम नरेंद्र मोदी की मौजूदगी में आज भगवान राम की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा (Ayodhya Ram Temple Pran Pratishtha Ceremony) आज होने जा रही है. राम जन्मभूमि के गर्भगृह में दोपहर 12.05 बजे से 12.55 तक प्रभु श्रीराम की प्राण प्रतिष्ठा का आयोजन किया जाएगा. पीएम मोदी इस कार्यक्रम के मुख्य यजमान होंगे. वहीं 8 हजार से ज्यादा खास मेहमान इस ऐतिहासिक पल के साक्षी बनेंगे.
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त
रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा बहुत ही शुभ और खास मुहूर्त में होने जा रहा है. खास बात यह है कि शुभ मुहूर्त के लिए सिर्फ 84 सेकेंड का समय है, ये वह समय होगा जब सभी ग्रह अनुकूल होंगे. विशेष पूजा पहले ही शुरू हो जाएगी लेकिन 84 सेकेंड वो समय है जब प्राण-प्रतिष्ठा का विशेष मंत्र का जाप मुख्य यजमान की मौजूदगी में होगा. रामलला की मूर्ति की प्राण-प्रतिष्ठा के लिए शुभ मुहूर्त 12 बजकर 29 मिनट से 12 बजकर 30 मिनट तक है. इसी शुभ मुहूर्त में रामलला हमेशा के लिए मंदिर में विराजमान हो जाएंगे.
राम के स्वागत में दुल्हन की तरह सजा अयोध्या
रामलला के प्राण प्रतिष्ठा समारोह के लिए प्रक्रिया 16 जनवरी से ही शुरू हो गई थी, आज मंदिर उद्घाटन और रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा के साथ ही समारोह का समापन हो जाएगा. रामलला के इंतजार में पलकें बिछाए बैठी अयोध्या को दुल्हन की तरह सजाया और संवारा गया है. राम नगरी पूरी रह से रोशनी में सराबोर है. भव्य राम मंदिर को फूलों से बहुत ही खूबसूरती से सजाया गया है.राम जन्मभूमि को अलग-अलग तरह के देशी-विदेशी फूलों से सजाया गया है, जबकि जन्मभूमि पथ, राम पथ, धर्म पथ और लता चौक पर भी सुंदर फूलों की सजावट है. विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच बनाए गए हैं. विभिन्न धर्माचार्यों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर राम कथा का आयोजन हो रहा है तो विभिन्न देशों की रामलीलाओं का मंचन भी किया जा रहा है.
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अयोध्या में आज राम मंदिर का उद्घाटन
16 जनवरी को कार्यक्रम के पहले दिन प्रायश्चित्त और कर्मकूटि पूजन कराया गया था, वहीं 17 जनवरी को मूर्ति का परिसर प्रवेश हुआ था.18 जनवरी को तीर्थ पूजन, जल यात्रा, जलाधिवास और गंधाधिवास के साथ ही श्रीराम लला विग्रह को उनके स्थान पर विराजमान किया गया. 19 जनवरी को औषधाधिवास, केसराधिवास, घृताधिवास, 19 जनवरी को धान्याधिवास, 20 जनवरी को शर्कराधिवास, फलाधिवास, पुष्पाधिवास और 21 जनवरी को मध्याधिवास और शय्याधिवास कराया गया. 22 जनवरी को भव्य राम मंदिर का उद्घाटन होने जा रहा है, इस पल का न जाने कब से लोगों को इंतजार था.
ये हस्तियां राम मंदिर उद्घाटन में हो रहीं शामिल
क्रिकेट, बॉलीलुड, बिजनेस समेत और भी कई क्षेत्रों की जानी-मानी हस्तियों को राम मंदिर उद्घाटन के लिए आमंत्रित किया गया है. रामयाण से जन-जन के मन में बने राम और सीता यानी कि अरुण गोविल और दीपिका चिकलिया को भी इस ऐतिहासिक पल का साक्षी बनने के लिए न्योता भेजा गया. विज्ञान के क्षेत्र से के कस्तूरीरंगन, मेट्रोमैन ई. श्रीधरन, शिक्षाविद टीवी मोहनदास पई, कला के क्षेत्र से अमिताभ बच्चन, अभिषेक बच्चन, रजनीकांत, हेमा मालिनी, आशा भोंसले, उषा मंगेशकर, अरुण गोविल, प्रसून जोशी, शंकर महादेवन, सुभाष घई, अनुराधा पौडवाल अयोध्या पहुंच रहे हैं. इसके अलावा सैन्य सेवा से पहुंचने वालों में पूर्व सेना प्रमुख मनोज मुकुंद नरवणे और एस पद्मनाभन शामिल हैं. इसके अलावा सीजेआई डीवाई चंद्रचूड़, जस्टिस शरद अरविंद बोबड़े, पूर्व मुख्य न्यायाधीश यूयू ललित के साथ ही तुषार मेहता, अरुण पुरी, रामलला के वकील रहे रविशंकर प्रसाद आदि भी रामलला का भव्य स्वागत अयोध्या में करेंगे. राम मंदिर के वास्तुकार चंद्रकांत भाई सोमपुरा भी राम मंदिर उद्घाटन में शामिल हो रहे हैं.
अयोध्या में भव्य राम मंदिर की खासियत
अयोध्या में भव्य राम मंदिर को पारंपरिक नागर शैली में बनाया जा रहा है. मंदिर की लंबाई (पूर्व-पश्चिम) 380 फीट, चौड़ाई 250 फीट और ऊंचाई 161 फीट है. मंदिर में कुल 392 स्तंभ और 44 दरवाजे हैं. मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं और देवियों के चित्र हैं. ग्राउंड फ्लोर पर मौजूद मुख्य गर्भगृह में भगवान श्री राम के बचपन के स्वरूप (श्री रामलला की मूर्ति) को रखा गया है. अयोध्या में आज राम आ रहे हैं… 500 साल का इंतजार आज खत्म हो रहा है. अयोध्या स्थित नवनिर्मित श्री राम जन्मभूमि मंदिर में रामलला की मूर्ति का प्राण प्रतिष्ठा समारोह (Ram Mandir Pran Pratishtha) आज हो रहा है. राममय हुई अयोध्या में तैयारियां पूरी हो गई हैं. प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी (PM Narendra Modi) समेत कई दिग्गज हस्तियां इस पल की गवाह बनने के लिए रामनगरी पहुंच रही हैं. वहीं, देशभर में राम नाम की गूंज सुनाई दे रही है.
मामले से जुड़ी अहम जानकारियां :
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आज रामलला की प्रतिमा की प्राण प्रतिष्ठा समारोह में भाग लेंगे और इस अवसर पर उपस्थित जनसमूह को संबोधित भी करेंगे. प्रधानमंत्री कार्यालय (पीएमओ) ने यह जानकारी दी. पीएमओ द्वारा जारी एक बयान में कहा गया कि ऐतिहासिक प्राण प्रतिष्ठा समारोह में देश के सभी प्रमुख आध्यात्मिक और धार्मिक संप्रदायों के प्रतिनिधि शामिल होंगे. विभिन्न आदिवासी समुदायों के प्रतिनिधियों सहित विभिन्न क्षेत्रों के लोग भी समारोह में भाग ले रहे हैं.
- प्रधानमंत्री को अक्टूबर, 2023 में श्री राम जन्मभूमि ट्रस्ट की ओर से ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के लिए निमंत्रण मिला था. प्रधानमंत्री श्री राम जन्मभूमि मंदिर के निर्माण से जुड़े श्रमजीवियों के साथ बातचीत करेंगे. वह कुबेर टीला भी जाएंगे, जहां एक प्राचीन शिव मंदिर का जीर्णोद्धार किया गया है. मोदी पुनर्निर्मित मंदिर में दर्शन भी करेंगे.
- राम मंदिर पारंपरिक नागर शैली में बना है… मंदिर परिसर 380 फुट लंबा (पूर्व-पश्चिम दिशा), 250 फुट चौड़ा और 161 फुट ऊंचा है. मंदिर की प्रत्येक मंजिल 20 फुट ऊंची है और इसमें कुल 392 स्तंभ तथा 44 द्वार हैं. मंदिर के स्तंभों और दीवारों पर हिंदू देवी-देवताओं के चित्र अंकित हैं. भूतल पर मुख्य गर्भगृह में भगवान श्री राम के बाल स्वरूप (श्री रामलला की मूर्ति) को रखा गया है. मंदिर का मुख्य प्रवेश द्वार पूर्वी दिशा में स्थित है, जहां ‘सिंह द्वार’ के माध्यम से 32 सीढ़ियां चढ़कर पहुंचा जा सकता है. मंदिर में पांच मंडप- नृत्य मंडप, रंग मंडप, सभा मंडप, प्राथना मंडप एवं कीर्तन मंडप हैं.
- भगवान श्री रामलला की प्राण-प्रतिष्ठा का कार्यक्रम अभिजीत मुहूर्त में संपन्न किया जाएगा. इस ऐतिहासिक अवसर पर कार्यक्रम को सफल बनाने के लिए सीएम योगी एक दिन पहले ही अयोध्या पहुंच चुके हैं. वहीं पीएम मोदी सुबह 10.25 पर अयोध्या धाम के महर्षि बाल्मीकि अंतर्राष्ट्रीय एयरपोर्ट पहुंच जाएंगे. 10.45 पर अयोध्या हैलीपैड पर उनका आगमन होगा.
- प्राण प्रतिष्ठा के लिए राम मंदिर परिसर समेत पूरे अयोध्या धाम को फूलों से सजाया गया है. जन्मभूमि स्थान में अलग-अलग तरह के देशी विदेशी फूलों से सजावट की गई है, जबकि जन्मभूमि पथ, राम पथ, धर्म पथ और लता चौक पर भी सुंदर फूलों की सजावट है. विभिन्न प्रकार के सांस्कृतिक कार्यक्रमों के लिए मंच बनाए गए हैं. विभिन्न धर्माचार्यों द्वारा अलग-अलग स्थानों पर राम कथा का आयोजन हो रहा है तो विभिन्न देशों की रामलीलाओं का मंचन भी किया जा रहा है.
- रामलला की प्राण प्रतिष्ठा की विधि 22 जनवरी को दोपहर में शुरू होगी. प्राण प्रतिष्ठा की मुख्य पूजा अभिजीत मुहूर्त में की जाएगी. यह कार्यक्रम पौष माह के द्वादशी तिथि (22 जनवरी 2024) को अभिजीत मुहूर्त, इंद्र योग, मृगशिरा नक्षत्र, मेष लग्न एवं वृश्चिक नवांश में हो रहा है.
- शुभ मुहूर्त दिन के 12 बजकर 29 मिनट और 08 सेकंड से 12 बजकर 30 मिनट और 32 सेकंड तक का रहेगा. यानि प्राण प्रतिष्ठा का शुभ मुहूर्त केवल 84 सेकंड का है. पूजा-विधि के जजमान प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के हाथों श्रीरामलला के विग्रह की प्राण प्रतिष्ठा होगी.
- समारोह के अनुष्ठान की सभी प्रक्रियाओं का समन्वय, समर्थन और मार्गदर्शन करने वाले 121 आचार्य होंगे. वाराणसी के गणेशवर शास्त्री द्रविड़ सभी प्रक्रियाओं की निगरानी, समन्वय और दिशा-निर्देशन करेंगे तथा काशी के लक्ष्मीकांत दीक्षित मुख्य आचार्य होंगे. इसके अतिरिक्त प्राण प्रतिष्ठा के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, आरएसएस के सरसंघचालक मोहन भागवत, उत्तर प्रदेश की राज्यपाल आनंदीबेन पटेल, उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ और अन्य गणमान्य व्यक्तियों की उपस्थित रहेंगे.
- प्राण प्रतिष्ठा में विभिन्न परंपराओं के लोगों को भी स्थान दिया गया है. शैव, वैष्णव, शाक्त, गाणपत्य, पात्य, सिख, बौद्ध, जैन, दशनाम शंकर, रामानंद, रामानुज, निम्बार्क, माध्व, विष्णु नामी, रामसनेही, घिसापंथ, गरीबदासी, गौड़ीय, कबीरपंथी, वाल्मीकि, शंकरदेव (असम), माधव देव, इस्कॉन, रामकृष्ण मिशन, चिन्मय मिशन, भारत सेवाश्रम संघ, गायत्री परिवार, अनुकूल चंद्र ठाकुर परंपरा, ओडिशा के महिमा समाज, अकाली, निरंकारी, नामधारी (पंजाब), राधास्वामी और स्वामीनारायण, वारकरी, वीर शैव इत्यादि कई सम्मानित परंपराएं इसमें भाग लेंगी. गर्भ-गृह में प्राण प्रतिष्ठा कार्यक्रम के पूर्ण होने के बाद, सभी मेहमानों को दर्शन करवाया जाएगा.
- प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने रविवार को कहा कि अयोध्या स्थित राम मंदिर में प्राण प्रतिष्ठा समारोह का ‘‘ऐतिहासिक क्षण” भारतीय विरासत एवं संस्कृति को समृद्ध करेगा तथा देश की विकास यात्रा को नयी ऊंचाइयों पर ले जाएगा. मोदी ने ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह से पहले राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू द्वारा भेजे गए दो पन्नों के पत्र का जवाब देते हुए यह बात कही.