Home देश-दुनिया विपक्ष का सज रहा ‘दिल्ली दरबार’; क्या भाजपा के खिलाफ I.N.D.I गठबंधन रह पाएगा बरकरार?

विपक्ष का सज रहा ‘दिल्ली दरबार’; क्या भाजपा के खिलाफ I.N.D.I गठबंधन रह पाएगा बरकरार?

by admin

नईदिल्ली (ए)। I.N.D.I Alliance Delhi Meeting: पटना, मुंबई और बेंगलुरु के बाद अब फिर से विपक्षी गठबंधन I.N.D.I.A का मंच सजने वाला है. इस बार ये दरबार दिल्ली में है. कल यानी 19 दिसंबर को देश की राजधानी दिल्ली में I.N.D.I गठबंधन की बैठक होगी. इसमें केंद्र की भाजपा सरकार को घेरने के लिए रणनीति बनाई जा सकती है. हालांकि अभी तक के घटनाक्रमों को देखते हुए लग रहा था विपक्ष बिखरता जा रहा है, लेकिन पांच राज्यों में विधानसभा चुनाव और उनके नतीजों ने सभी पार्टियों खासकर कांग्रेस के होश उड़ा दिए हैं. विपक्ष के लगभग सभी प्रमुख दलों के नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं.

एमपी, छत्तीसगढ़ और राजस्थान चुनाव के नतीजों को देख बुलाई थी बैठक 

3 दिसंबर को मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़, राजस्थान और तेलंगाना के विधानसभा चुनाव नतीजों को देखते हुए कांग्रेस प्रमुख मल्लिकार्जुन खरगे ने विपक्षी इंडिया गठबंधन की आपातकालीन बैठक बुलाई थी. हालांकि इस बैठक के लिए कई प्रमुख विपक्षी नेताओं ने आने में असमर्थतता जताई थी. इसके बाद बैठक को रद्द कर दिया गया था. इसके बाद अगली तारीख पर मंथन किया जा रहा है. फिर 19 दिसंबर का दिन बैठक के लिए मुकर्रर किया गया.

तृणमूल कांग्रेस की प्रमुख और पश्चिम बंगाल की सीएम ममता बनर्जी, आरजेडी प्रमुख लालू यादव, उनके बेटे और बिहार के डिप्टी सीएम तेजस्वी यादव, शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे, तमिलनाडु के सीएम एमके स्टालिन समेत कई प्रमुख विपक्षी नेता दिल्ली पहुंच चुके हैं. वहीं बिहार के सीएम नीतीश कुमार भी पहुंचने वाले हैं. उधर दिल्ली के सीएम और आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल भी दिल्ली में सभी विपक्षियों से मुलाकात कर रहे हैं.

सपा और आम आदमी पार्टी ने कांग्रेस पर साधा था निशाना

बता दें कि पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव के दौरान सीट शेयरिंग फॉर्मूले को लेकर I.N.D.I गठबंधन में दरार देखी गई थी. मध्य प्रदेश में प्रत्याशियों को चुनाव में उतारने को लेकर सपा और कांग्रेस में तकरार हुई थी. इसके बाद दिल्ली के सीएम अरविंद केजरीवाल ने भी कल यानी 17 दिसंबर को पंजाब के भठिंडा में एक रैली के दौरान पंजाब में सभी 13 लोकसभा की सीटों पर आम आदमी पार्टी के जीतने की हूंकार भरी थी. अब देखना ये होगा कि कल की विपक्ष की बैठक में भाजपा के खिलाफ क्या रणनीति बनती है.

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