नईदिल्ली (ए)। कर्नाटक के मुख्यमंत्री सिद्धरमैया ने सोमवार को कहा कि कांग्रेस की ‘गारंटी’ का उद्देश्य चुनाव जीतना नहीं बल्कि गरीबों को आर्थिक और सामाजिक रूप से सशक्त बनाना है । रविवार को घोषित चार राज्यों के चुनाव नतीजों में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और राजस्थान में जीत हासिल की। कांग्रेस ने तेलंगाना में भारत राष्ट्र समिति (बीआरएस) को सत्ता से हटाकर स्पष्ट बहुमत प्राप्त किया। कांग्रेस ने तेलंगाना में चुनाव प्रचार के लिए कर्नाटक के नेताओं की अपनी टीम तैनात की थी।
तेलंगाना चुनावों से पहले कर्नाटक सरकार ने अपनी ‘गारंटी’ की ‘सफलता’ का प्रचार करते हुए वहां के मतदाताओं को आश्वासन दिया था कि अगर कांग्रेस सत्ता में आती है तो उन्हें भी वही लाभ मिलेगा। सिद्धरमैया ने यहां पत्रकारों से बातचीत में उन विश्लेषणों को खारिज कर दिया कि चार राज्यों के चुनावों में ‘गारंटी’ काम नहीं आई। उन्होंने सवाल किया, ‘‘अगर गारंटी काम नहीं करती तो हम तेलंगाना में कैसे जीत गए? मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान ने भी वहां गारंटी की घोषणा की थी।
उनकी पार्टी (भाजपा) वहां कैसे जीत गई?” हालांकि, सिद्धरमैया ने यह भी कहा कि ये ‘गारंटी’ चुनाव जीतने के लिए नहीं हैं। मुख्यमंत्री ने कहा, ‘‘हमने लोगों को उनकी जाति और धर्म से परे सामाजिक और आर्थिक रूप से सशक्त बनाने के लिए ये कार्यक्रम तैयार किए। हमने इन कार्यक्रमों को गारंटी कहा है। ये आर्थिक रूप से कमजोर वर्गों के लिए हैं।”