भिलाई। सामाजिक संगठन गोल्डन एम्पथी (जीई) फाउंडेशन की पहल के गंभीर रूप से कुपोषित बच्चे अब बेहतर सेहत पा रहे हैं। “जागरूक महतारी पुष्ट लईका” कार्यक्रम के तहत फाउंडेशन ने इन बच्चों को गोद लिया है, जिसमें इन्हें पोषण आहार प्रदान करने के साथ ही फाउंडेशन की ओर से इन बच्चों के घर जाकर इनकी निगरानी की जाती है और बाकायदा पोषण स्तर की जानकारी ली जाती है।
इस मुहिम के अंतर्गत मंगलवार को फाउंडेशन के सदस्यों ने जंजगिरी वार्ड के गंभीर कुपोषित बच्चों के पालकों से उनके निवास जाकर गृह भेंट की। इस दौरान बच्चों के पोषण स्तर को बेहतर बनाने पालकों की काउंसलिंग की एवं फल और अंकुरित आहार का किट भेंट किया।
फाउंडेशन के संयोजक प्रदीप पिल्लै ने माताओं को दो बच्चों के जन्म में अंतर रखने तथा समय से ऊपरी आहार को शुरू करने प्रोत्साहित किया। वहीं फल और सब्जी ज्यादा से ज्यादा खाने और बच्चों को विटामिन बी सप्लीमेंट्स खासतौर पर (बी-6-बी-12), ब्राउन राइस, गहरे हरे पत्ते वाली सब्जियां, केले और दूध के उपयोग की सलाह दी।
इस जागरूकता अभियान में परियोजना अधिकारी श्रीमती लता चावड़ा, आंगनबाड़ी कार्यकर्ता श्रीमती पुष्पा साहू, निर्मला साहू, शशि यादव एवं सुषमा सपहा शामिल थे।
जीई फाउंडेशन की पहल पर कुपोषण से मुक्त हो रहे बच्चे
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