सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के एसएमएस-2 के नए स्लैब कास्टर-6 में एक नया रिकॉर्ड बनाया गया। जब एक टंडिश के माध्यम से 33 हीट्स की कास्टिंग की गई जबकि इस टंडिश के जीवनकाल की गारंटी केवल 17 हीट्स की थी। इस उपलब्धि की सराहना करते हुए भिलाई इस्पात संयंत्र के कार्यपालक निदेशक (वर्क्स) श्री अंजनी कुमार और मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (आयरन) श्री तापस दासगुप्ता ने इस सराहनीय उपलब्धि को हासिल करने के लिए एसएमएस-2 बिरादरी को बधाई दी।
इस अवसर पर, मुख्य महाप्रबंधक (एसएमएस-2) श्री एस के घोषाल ने एसएमएस-2 टीम के तालियों के बीच कास्टर-6 के सीपी-1 में केक काटा। निरंतर सुधार के महत्व पर जोर देते हुए उन्होंने कहा कि एसएमएस-2 की कंटीन्यूअस कास्टिंग शॉप की टीम अब सुरक्षा के साथ निरंतर सुधार करते हुए, परिचालनात्मक अनुशासन और समय आधारित रखरखाव पर विशेष ध्यान केंद्रित करते हुए नई ऊंचाइयों को छूने के लिए पूरी तरह से तैयार है। इस अवसर पर महाप्रबंधक (एसएमएस-2) श्री सुधीर कुमार, महाप्रबंधक (एसएमएस-2) मेकेनिकल, श्री योगेश शास्त्री, श्री एन श्रीकांत, श्री एस देबसिकदार, श्री टी गोविंद, श्री एन रमेश, श्री सोवन मिश्रा, श्री सौरभ जैन, श्री आई बी मिश्रा, श्री राजीव श्रीवास्तव, श्री के राजकुमार भी उपस्थित थे। ।
श्री आलोक माथुर, महाप्रबंधक (आॅपरेशन), सीसीएस के नेतृत्व में कास्टर-6 की टीम ने अपने अनुभव साझा करते हुए बताया कि वे बहुत सख्त परिचालनात्मक अनुशासन को बनाए रखते हुए टंडिश शेल तापमान को लगातार मापकर तथा माॅनीटर कर टंडिश के माध्यम से हीट की संख्या बढ़ाने में सक्षम हुए। जब टीम एक टंडिश के माध्यम से 33 हीट कास्टिंग के अपने पिछले रिकाॅर्ड का जश्न मना रही थी, तब नियंत्रण कक्ष के ठीक बाहर 34 हीट का एक नया रिकॉर्ड बनाया जा रहा था। यह प्रेरक पल था जब 34 हीट ले जाने वाली लैडल, कास्टिंग की स्थिति में आ चुकी थी। श्री एस के घोषाल ने इस उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए सभी को बधाई दी और निरंतर सुधार की इस भावना को जीवंत और स्पंदित बनाए रखने का आग्रह किया।