सेल कारपोरेट कार्यालय, नई दिल्ली में आयोजित सतर्कता जागरूकता सप्ताह-2022 के समापन समारोह में भिलाई इस्पात संयंत्र के दो अधिकारी मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) श्री असित साहा और महाप्रबंधक (सतर्कता) श्री सत्यब्रत कर को सतर्कता आयुक्त, भारत सरकार श्री पी के श्रीवास्तव और सेल चेयरमेन, श्रीमती सोमा मंडल द्वारा सम्मानित किया गया। सेंट्रल विजिलेंस कमीशन से प्राप्त सूचना के अनुसार, श्री असित साहा और श्री सत्यब्रत कर के नामांकन को स्वीकृति प्रदान करते हुए उनके द्वारा प्रिवेंटिव विजिलेंस के क्षेत्र में की गए विशिष्ट कार्यों के लिए प्रबंधन द्वारा मान्यता द्वारा मान्यता देते हुए पुरस्कृत करने का निर्णय लिया गया।
इस हेतु पुरस्कार समारोह का आयोजन दिनांक 05 नवम्बर 2022 को सेल कॉर्पोरेट ऑफिस, नई दिल्ली में किया गया। जिसमें सतर्कता आयुक्त श्री पी के श्रीवास्तव, सेल चेयरमेन श्रीमती सोमा मंडल और सीवीओ सेल श्री विनीत पांडे सहित सीवीसी, बीआईएस और सेल के अन्य गणमान्य व्यक्ति उपस्थित रहे।
भिलाई इस्पात संयंत्र के मुख्य महाप्रबंधक प्रभारी (एम एंड यू) श्री असित साहा ने वाहन को प्रवेश से निकास तक ट्रैक करने के लिए जीपीएस आधारित वाहन ट्रैकिंग सिस्टम के कार्यान्वयन और रोड डिस्पैच के लिए चालान और ई-वे बिल की छपाई में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई। निकास द्वार के पास कियोस्क सिस्टम किसी भी वाहन का सटीक स्थान प्रदान करेगा और अनुचित लाभ प्राप्त करने के लिए वाहन के सामान्य मार्ग से भटकने की स्थिति में संबंधित प्राधिकरण को स्थिति की सूचना देगा। परिवहन अनुबंधों में चोरी की स्थिति को रोकने के लिए निवारक उपाय अत्यधिक उपयोगी होगा।
इसी प्रकार महाप्रबंधक (सतर्कता) व कार्यकारी (एसीवीओ) श्री सत्यव्रत कर ने भिलाई इस्पात संयंत्र में इस प्रणाली के कार्यान्वयन में एक महत्वपूर्ण भूमिका निभाई है जिसमें विक्रेताओं को अब खुली निविदा प्रक्रिया में पात्रता पूर्ति के साथ-साथ विक्रेता पंजीकरण के लिए विशिष्ट दस्तावेज पहचान संख्या (यूडीआईएन) वाले वित्तीय दस्तावेज जमा करने की आवश्यकता होती है। जैसा कि आईसीएआई के यूडीआईएन पोर्टल के माध्यम से यूडीआईएन सत्यापन आसानी से किया जा सकता है, प्रिवेंटिव विजिलेंस उपाय के कार्यान्वयन से विक्रेताओं द्वारा प्रस्तुत वित्तीय दस्तावेजों की सत्यता की जांच और क्रॉस चेकिंग की सुविधा होगी। श्री कर द्वारा सुझाए गए निवारक उपायों को सेल के सभी संयंत्रों/इकाइयों में लागू किया जाएगा।