Home छत्तीसगढ़ स्वरोजगार के जरिये आत्मनिर्भर बनने के लिए कौशल विकास जरूरी

स्वरोजगार के जरिये आत्मनिर्भर बनने के लिए कौशल विकास जरूरी

by Surendra Tripathi

अम्बिकापुर –

कौशल विकास एवं उद्यमशीलता मंत्रालय भारत सरकार के तत्वावधान में जनशिक्षण संस्थान द्वारा शनिवार को राजमोहनी देवी भवन में कौशल दीक्षांत समारोह का आयोजन किया गया। समारोह के मुख्य अतिथि छत्तीसगढ़ शासन के खाद्य, नागरिक आपूर्ति एवं उपभोक्ता संरक्षण मंत्री श्री अमरजीत भगत तथा विशिष्ट अतिथियों के द्वारा विभिन्न विषयों में कौशल प्राप्त प्रशिक्षणार्थियों को प्रमाण पत्र प्रदान किया गया। समारोह का शुभारंभ माँ सरस्वती के छायाचित्र के समक्ष दीप प्रज्ज्वलित कर किया गया।
समारोह को संबोधित करते हुए मंत्री श्री भगत ने कहा कि वर्तमान में सभी शिक्षितों को सरकारी नौकरी मिलना संभव नहीं है ऐसे में स्वरोजगार के माध्यम से आत्मनिर्भर बनने के लिए युवाआें को अपने रुचि के विषय मे कौशल विकास करना होगा। किसी भी विषय मे दक्षता हासिल कर बेहतर कार्य कर सकते हैं जैसे टेलरिंग, ब्यूटीपार्लर, बढ़ाई, इलेक्ट्रिशियन, राजमिस्त्री या इलेक्ट्रॉनिक मेकेनिक आदि। युवाओं को स्वरोजगार के लिए कौशल विकास हेतु हमारी सरकार निरंतर नई-नई योजना ला रही है। इन योजनाओं से इससे पिछड़े व वंचित तबके के लोगो को प्रशिक्षित कर दक्ष किया जा रहा है।
महापौर डॉ अजय तिर्की ने कहा कि केंद्र एवं राज्य शासन द्वारा कई कौशल विकास के कार्यक्रम चलाए जा रहे है। वर्तमान में समय के साथ आगे बढ़ने के लिए किसी न किसी क्षेत्र में दक्ष बनना होगा। उन्होंने कहा कि कोई भी काम छोटा या बड़ा नहीं होता बस उस काम के प्रति समर्पण का भाव व लगन होनी चाहिए। अपने रुचि के विषय मे दक्षता हासिल कर आजीविका के शिखर तक पहुंच सकते हैं।
समारोह में बीस सूत्रीय कार्यक्रम क्रियान्वयन समिति के उपाध्यक्ष श्री अजय अग्रवाल, नगर निगम के नेता प्रतिपक्ष श्री प्रबोध मिंज, छत्तीसगढ़ हस्तशिल्प विकास बोर्ड के पूर्व अध्यक्ष श्री अनिल सिंह मेजर, जनपद उपाध्यक्ष श्री प्रदीप गुप्ता, पार्षद श्री दीपक मिश्रा, श्री इरफान सिद्दीकी, श्री परवेज़ आलम, श्री राजीव गुप्ता, जनशिक्षण संस्थान के निदेशक श्री एम सिद्दीकी, परियोजना अधिकारी श्री गिरीश गुप्ता सहित अन्य अधिकारी एवं बड़ी संख्या मे प्रशिक्षार्थी उपस्थित थे।

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