Home छत्तीसगढ़ शिक्षा का काम पुण्य का…यह सुनते ही कहा… सर अब मैं बिना प्रॉफिट इस कार्य को करूंगा..

शिक्षा का काम पुण्य का…यह सुनते ही कहा… सर अब मैं बिना प्रॉफिट इस कार्य को करूंगा..

by Surendra Tripathi

कलेक्टर से प्रभावित ठेकेदार सहित अधिकारियों ने लिया ईमानदारी से स्कूल भवन बनाने का संकल्प
      जांजगीर-चाम्पा –

जिले में शिक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के संकल्प के साथ स्वास्थ्य केंद्रों और विद्यालयों का लगातार दौरा व निरीक्षण कर रहे जिले के कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा आज जब  चाम्पा में श्री बिसाहूदास महंत स्मृति चिकित्सालय में समय पर चिकित्सकों की उपस्थिति की जांच कर एक स्कूल पहुचे तो उन्होंने इस स्कूल के पास कई जर्जर भवन के कमरे को देखकर इसका कायाकल्प कर प्रदेश का सबसे बढ़िया मॉडल स्कूल बनाने की ठानी। इस दौरान यहां स्कूल में हुए कई अन्य कार्यों को संतोषजनक नहीं बताते हुए मौके पर उपस्थित अधिकारियों और संबंधित ठेकेदार को कलेक्टर ने कहा कि स्कूल भवन बनाने या विद्या देने का काम बहुत ही पुण्य का होता है। पहले के लोग इस पुण्य काम में तन, मन और धन से अपनी भागीदारी देते रहे हैं। उन्होंने कहा कि जब आप अच्छा काम करेंगे तो लोग आपकी तारीफ करेंगे। आप भी अपनी पहचान छोड़कर जाइये। जब आप अपने बच्चों के लिए बेहतर स्कूल ढ़ूंढते हैं तो इन्हें भी अपना मानकर स्कूल को बेहतर तरीके से ईमानदारीपूर्वक गुणवत्ता के साथ बनाइयें, ताकि यहां के विद्यार्थियों को किसी प्रकार की तकलीफ न हो। मैं शिक्षा और स्वास्थ्य के लिए जितना पैसा लगेगा, दूंगा। कलेक्टर की इन बातों से प्रभावित होकर मौके पर उपस्थित ठेकेदार ने कहा, सर…अब मैं बिना किसी प्रॉफिट के इस स्कूल भवन के कार्य को करूंगा। इस दौरान उपस्थित अधिकारियों और इंजीनियर ने भी चाम्पा के इस शासकीय विद्यालय को प्रदेश का सबसे बढ़िया मॉडल स्कूल बनाने का संकल्प लिया।
शिक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने कोई समझौता न किया जाए
कलेक्टर श्री सिन्हा न आज चाम्पा में श्री बिसाहूदास महंत स्मृति चिकित्सालय सहित चाम्पा, सारागांव के स्वामी आत्मानन्द उत्कृष्ट अंग्रेजी व हिंदी माध्यम विद्यालय का आकस्मिक निरीक्षण किया। इस दौरान उन्होंने अस्पताल में सभी स्टाफ की उपस्थिति की जांच रजिस्टर मिलान कर की। स्वामी आत्मानन्द विद्यालय में उन्होंने शिक्षा व्यवस्था को और बेहतर करने के साथ शैक्षणिक माहौल उपलब्ध कराने, विद्यार्थियों के लिए आधुनिक लैब,लाइब्रेरी,खेल मैदान, कमरे, उपलब्ध कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने कहा कि शिक्षा और स्वास्थ्य को बेहतर बनाने के लिए कोई समझौता नहीं होना चाहिए। इसके लिए पैसे की कोई कमी भी नहीं है। चाम्पा में स्वामी आत्मानन्द विद्यालय का निरीक्षण करने आये कलेक्टर श्री सिन्हा ने नगर पालिका सीएमओ और इंजीनियर को आवश्यकता अनुसार कार्य का स्टीमेट तैयार करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने चाम्पा के रामबंधा तालाब का निरीक्षण किया और यहाँ कराए गए कार्यों की प्रशंसा करते हुए आमनागरिको की आवश्यकताओं को ध्यान रख के और भी सुविधाएं मुहैया कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सौंदर्यीकरण के साथ बच्चों के खेलने तथा मनोरंजन के साधनों पर भी विचार करने की बात कही।
आप लोग स्कूल ठीक करिये, पैसे की कमी नहीं
कलेक्टर श्री सिन्हा चाम्पा से सारागांव के स्वामी आत्मानन्द बीडीएम विद्यालय पहुँचे। यहाँ लैब, लाइब्रेरी व्यवस्थित नहीं होने पर नाराजगी जताई और कहा कि विद्यार्थियों के साथ किसी तरह का अन्याय न हो। एक स्कूल में जो भी सुविधाएं मिल सकती है, दी जानी चाहिए। कलेक्टर ने कहा कि यह विद्यालय एक मॉडल की तरह हो। जब सारी सुविधाएं उपलब्ध कराई जा रही है तो शिक्षक अच्छे से पढाये। यहाँ जो भी कमी है उसे भी दूर करने के लिए जितना पैसा चाहिए देंगे। उन्होंने खेल मैदान को विकसित करने और वालीबॉल, बास्केटबॉल के लिए नेट आदि की व्यवस्था के निर्देश भी दिए। कलेक्टर ने, कमरे को सवारने, किचन, बाउंड्रीवाल, लाइब्रेरी,फर्श के संबंध में भी आवश्यक निर्देश दिए। मौके पर उपस्थित गांव के जनप्रतिनिधियों ने कलेक्टर के कार्यों की प्रशंसा भी की।
अमरूवा में नया स्कूल भवन बनाने के निर्देश
कलेक्टर ने सारागांव के ग्राम अमरूवा में जर्जर हो चुकी प्राथमिक शाला के स्थान पर नया भवन हेतु 16.80 लाख की राशि देने की सहमति दी। उन्होंने मौके पर उपस्थित सरपंच से कहा कि ग्राम पंचायत यदि भवन अच्छे से बना सकती है तो अपनी सहमति पत्र सोमवार तक दे। भवन गुणवत्तापूर्ण और समय पर बने यहीं उनकी प्राथमिकता है। कलेक्टर ने सारागांव में प्री मैट्रिक अनुसूचित जाति छात्रावास का भी निरीक्षण किया। भवन की स्थिति जर्जर होने पट उन्होंने बच्चों और सामग्रियों को अन्यत्र शिफ्ट करने के निर्देश दिए।

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