Home छत्तीसगढ़ श्री शिव पुराण कथा महायज्ञ का भक्तिमय आयोजन जारी

श्री शिव पुराण कथा महायज्ञ का भक्तिमय आयोजन जारी

by Surendra Tripathi
भिलाई। अग्रवाल महिला समिति द्वारा बांके बिहारी महिला समिति के सहयोग से न्यू खुर्सीपार भिलाई स्थित अग्रसेन भवन में श्री शिव पुराण कथा महायज्ञ का भक्तिमय आयोजन जारी है। लोग दूर-दूर से कथा का श्रवण करने पहुंच रहे हैं।
व्यासपीठ पर विराजमान वृंदावन से पधारे राष्ट्रीय संत राजेंद्र महाराज की अमृत भरी वाणी के द्वारा कथा की श्रृंखला के तीसरे दिन सरस पुण्य सलिला वागधरा के द्वारा राजा हिमाचल व सौभाग्यवती महारानी मैना के द्वारा पुत्री की प्राप्ति हेतु साधना, सप्त ऋषियों के द्वारा शिव तत्व का उपदेश, शिव के विभिन्न स्वरूप की कथा व गुण वर्णन और पावन पार्वती मंगल की दिव्य कथा का वाचन किया गया।

राजेंद्र महाराज ने उपस्थित भक्त समुदाय को संबोधित करते हुए कहा कि इन कथाओं के द्वारा मानव के उद्धार का परम लक्ष्य शिव तत्व प्राप्त करने का सुगम साधन शिव पंचाक्षर मंत्र का जप-कीर्तन और चिंतन निरंतर करना चाहिए।

उन्होंने कहा कि शिव कहने मात्र से प्राणी मात्र के सभी सुख-दुख चिंता आदि का समाधान हो जाता है। इस दौरान अपनी कथा में उन्होंने नारद मुनि के द्वारा वर्णित शिव के स्वरूप तथा शिव बारात आदि का दिव्य निरूपण करते हुए कहा कि संपूर्ण जगत की यह ऐसी प्रथम निराली बारात है जिसमें भूत, प्रेत, पिशाच, डाकिनी,शाकिनी,देव,महादेव, दानव, गंधर्व व किन्नर अपने-अपने स्वजनों के साथ सम्मिलित होकर इस दिव्य शिव बारात के आनंद की प्राप्ति कर रहे हैं।

बारातियों का दिव्य स्वागत करते हुए मां पार्वती का विवाह भगवान भोलेनाथ के साथ दिव्य रूप से मनाया गया है। तब मंगलमय विदाई के समय पाषाण हृदय स्वरूप पिता हिमाचल की आंखों में अश्रु प्रवाह होने लगा। उन्होंने कहा पुत्री का पिता होना सौभाग्य की बात है अनेक जन्मों के जब पुण्य उदय होते हैं तब घर में पुत्री का जन्म होता है। राजेंद्र महाराज ने जनमानस को शिव कथा रस से सराबोर कराते हुए शिव तत्व की महिमा का वर्णन किया।

उन्होंने कहा कि शिव ही शरीर मात्र के एक परम तत्व है। सभी को शिव परिवार का पूजन करना चाहिए। उन्होंने कहा कि परिवार समाज में जीने की प्रेरणा शिवजी से ही मिलती है। श्रावण मास में किसी भी सोमवार या किसी भी दिन में बेलपत्र का अर्पण और जल चढ़ाया जाता है तो भगवान शिव प्रसन्न होकर नृत्य करने लग जाते हैं और मन की मुराद पूरी करते हैं।

इस दौरान ऋषिका अग्रवाल ने माता पार्वती का रूप धरा और शंकर जी के रूप में ईशा ने भूमिका का निर्वहन किया। अग्रवाल समाज की अध्यक्ष सरला विनोद ने झांकी में अपना महत्वपूर्ण योगदान दिया। वहीं वैभवी अग्रवाल, तनिष्क अग्रवाल, पीहू अग्रवाल ,विदित गर्ग, शौर्य अग्रवाल, ओजस अग्रवाल, पार्थ पांडे और वासु अग्रवाल की भी महत्वपूर्ण भागीदारी रही। झांकी का मेकअप  वृंदावन से आए हुए ओम शर्मा व राजाराम द्वारा किया गया। जिसकी उपस्थित लोगों ने भरपूर सराहना की।

रविवार की कथा के मुख्य यजमान संगीता-नेमीचंद्र अग्रवाल,सुशीला-गोपाल केसरवानी,गीता-डॉक्टर विजय गोयल और रश्मि-राजेश अग्रवाल ने बड़े भाव से पूजन अर्चन रुद्राभिषेक श्री शिव महापुराण की पूजन आरती की। रतन लाल अग्रवाल सचिव अग्रसेन भवन, संतोष अग्रवाल अध्यक्ष अग्रसेन भवन, प्रेमा गर्ग, इति धुर्वे, मंजू बैठा,सुशीला केसरवानी, उषा,माया,आशा, शारदा, उत्सव यजमान सुमन-माली राम गोयल, प्रसाद व्यवस्था महिला समिति के समस्त सदस्य, अनीता, गायत्री,प्रेमलता,सावित्री, प्रियंका, बीना, श्रोता के रूप मे दीप्ति, विकास केसरवानी और न्यू खुर्सीपार भिलाई के समस्त श्रोता श्रद्धालु भक्त सभी लोगों ने शिव बारात का आनंद प्राप्त किया कथा श्रवण करके अपने जीवन को धन्य बनाया।

Share with your Friends

Related Posts