जांजगीर-चाम्पा –
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने समय-सीमा की बैठक लेते हुए कोरोना से बचाव और सावधानियां बरतने के निर्देश दिए। उन्होंने जिले में दूसरे डोज नहीं लगाने वाले लोगों की पहचान कर अभियान चलाकर दूसरे डोज के लिए प्रेरित करने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने फ्रंटलाइन वर्कर और अधिक उम्र के लोगों को प्री-कॉशन डोज लगाने के साथ कोरोना बचाव प्रबंधन हेतु अलर्ट रहने के निर्देश मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी को दिए।
कलेक्टर श्री सिन्हा ने अधिकारियों को निर्देशित किया कि शासन की सभी महत्वपूर्ण योजनाओं का अनुभाग स्तर पर अनिवार्य रूप से समीक्षा होना चाहिए। उन्होंने महिला एवं बाल विकास विभाग, स्वास्थ्य विभाग के अधिकारियों को निर्देशित किया कि जिले में कुपोषित बच्चों और गर्भवती महिलाओं के स्वास्थ्य की नियमित जांच के साथ अभियान चलाकर उनके स्वास्थ्य को बेहतर बनाया जाए। कलेक्टर ने जिले में किए जा रहे सभी विकास कार्यों में गुणवत्ता पर विशेष ध्यान देने के निर्देश दिए। उन्होंने जन चौपाल में प्राप्त आवेदनों का निराकरण करने के निर्देश देते हुए कहा कि मुख्यमंत्री, मंत्रीगणों, विधायकों, मुख्य सचिव सहित अन्य जनप्रतिनिधियों के प्रज्ञप्त आवेदनों का समय पर निराकरण करने के साथ जनप्रतिनिधियों के आवेदनों पर की गई कार्यवाही की सूचना भी उनकों अवश्य दें। कलेक्टर ने पलायन रोकने कदम उठाने और पलायन करने वालों के नाम, पता की जानकारी रजिस्टर में संधारित करने के निर्देश दिए। उन्होंने ग्राम सचिव और रोजगार सहायकों के माध्यम से भी पलायन की जानकारी जुटाने तथा अन्य प्रांत जाने वालों को वन नेशन वन राशन कार्ड के तहत देश में कही भी खाद्यान्न प्राप्त कर सकने की जानकारी हितग्राहियों को देने के निर्देश दिए। उन्होंने बताया कि छोटे बच्चे किसी भी आंगनबाड़ी में भोजन प्राप्त कर सकते हैं। इसकी भी जानकारी लोगों तक पहुचाएं। कलेक्टर ने बोरवेल का कैप ढककर रखने के निर्देश देते हुए सभी जनपद सीईओं और सीएमओं को प्रमाण पत्र देने के निर्देश दिए। बैठक में उन्होंने अनुसूचित जाति, अनुसूचित जनजाति, अन्य पिछड़ा वर्ग और सांसद-विधायक मद सहित अन्य मदों से होने वाले विकास कार्यों में प्रगति लाने के निर्देश दिए। कलेक्टर ने जनपद स्तर पर निर्माण एजेंसियों की बैठक आयोजित करने के भी निर्देश दिए। बैठक में जिला पंचायत सीईओ श्रीमती फरिहा आलम सिद्धकी, डीएफओं श्री सौरभ सिह ठाकुर सहित सभी अधिकारी उपस्थित थे।
आश्रम-छात्रावास में महिला अधिकारियों की लगाए ड्यूटी
कलेक्टर श्री सिन्हा ने सहायक आयुक्त आदिवासी विकास विभाग को निर्देशित किया कि आश्रम-छात्रावास की नियमित जांच करें। सभी आश्रम और छात्रावासों में अधीक्षीकाएं समय पर रहे और सुरक्षा व्यवस्था भी चाक-चौबंद हो। कलेक्टर ने जिला स्तरीय महिला अधिकारियों की सूची बनाकर आश्रम और छात्रावासों में जांच कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने मुख्यमंत्री के निर्देशानुसार आश्रम और छात्रावासों में मरम्मत संबंधी कार्य करने के भी निर्देश दिए।