बालोद –
कलेक्टर डाॅ. गौरव कुमार सिंह ने कहा कि राज्य शासन की मंशा के अनुरूप जिले के सभी गौठानों में विभिन्न आजीविकामूलक गतिविधियों का संचालन कर उन्हें मल्टीएक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित करें। कलेक्टर डाॅ. सिंह आज कलेक्टोरेट बालोद के सभाकक्ष में कृषि, उद्यानिकी, पशुपालन, खादी ग्रामोद्योग सहित अन्य सम्बद्ध विभागों की बैठक लेकर जिले के गौठानों में चल रहे कार्यों की विस्तृत समीक्षा की। इस दौरान वनमंडलाधिकारी श्री आयुष जैन, जिला पंचायत की मुख्य कार्यपालन अधिकारी डाॅ. रेणुका श्रीवास्तव सहित अन्य अधिकारीगण उपस्थित थे।
बैठक में डाॅ. सिंह ने सभी जिला स्तरीय अधिकारियों को गौठानों की जिम्मेदारी सौंपकर उनकी समुचित देखरेख सुनिश्चित कराने के निर्देश भी दिए। उन्होंने उद्यानिकी विभाग के सहायक संचालक को गौठानों में पपीता, केला, अमरूद, आम आदि के पौधे रोपण कर उनका समुचित उत्पादन कराने के निर्देश भी दिए। इसके अलावा उन्हांेने गौठान के मेड़ो में अरहर, उड़द आदि दलहन फसलों के अलावा साग-सब्जी उत्पादन कराने को कहा। इसके साथ ही सुगंधित किस्म के चाॅवल का भी उत्पादन कराने के निर्देश दिए। कलेक्टर डाॅ. सिंह ने 20 जुलाई से गौठानों में शुरू हो रहे गोमुत्र की खरीदी हेतु किए जा रहे तैयारियों की जानकारी लेते हुए पशुपालन विभाग के उप संचालक को इसकी तैयारी सुनिश्चित करने के निर्देश दिए। उन्होंने गौठानों में बटेर, सुअर पालन के अलावा मछलीपालन के कार्यों के संबंध में भी जानकारी ली। उन्होंने जिले के न्यूनतम 100 गौठानो में मछलीपालन सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। उन्होंने सभी अधिकारियों को गौठान की अवधारणा को सही मायने में फलीभूत कराने हेतु पूरे मनोयोग के साथ काम करने को कहा।
सभी गौठानों को मल्टीएक्टिविटी सेंटर के रूप में विकसित करें – कलेक्टर
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