राजनांदगांव –
कलेक्टर श्री तारन प्रकाश सिन्हा ने सभी एसडीएम से कहा कि अपने अनुविभाग के लंबित राजस्व प्रकरण का निराकरण निर्धारित समयावधि में करना सुनिश्चित करें। कोई भी प्रकरण समय सीमा के उपरांत लंबित नहीं होना चाहिए। उन्होंने सभी राजस्व अधिकारियों को भू-राजस्व संहिता पुस्तक का अध्ययन कर राजस्व संबंधित नियमों और उपनियमों की अच्छी जानकारी रखने कहा है, जिससे राजस्व संबंधी प्रकरणों का नियमानुसार गुणवत्तापूर्ण निराकरण हो सके। कलेक्टर ने कहा कि रिकॉर्ड दुरूस्तीकरण नहीं होने से संबंधी किसान अथवा हितग्राही को ऋण पुस्तिका का वितरण समय पर नहीं हो पाता है। इसके चलते उन्हें कई प्रकार की योजनाओं का लाभ लेने में अनावश्यक परेशानी का सामना करना पड़ता है। उन्होंने राजस्व संबंधित सभी तरह के प्रकरणों का निराकरण निर्धारित समय अवधि में करने कहा है। उक्त बातें उन्होंने साप्ताहिक समय सीमा की बैठक में कही।
कलेक्टर ने बैठक में महिला एवं बाल विकास विभाग के अंतर्गत चलाए जा रहे सुपोषण अभियान की समीक्षा करते हुए कहा कि जिले में कोई भी बच्चा गंभीर कुपोषित ना हो इसके लिए बेहद गंभीरतापूर्वक कार्य करें। उन्होंने कहा कि गंभीर कुपोषित बच्चों का हर माह स्वास्थ्य परीक्षण करने के साथ ही एक निर्धारित पंजी में स्वास्थ्य से संबंधित सभी प्रकार की समस्या का उल्लेख करते हुए सूची तैयार करें। कलेक्टर ने कहा कि स्वास्थ्य परीक्षण में यदि कोई बच्चा किसी प्रकार की समस्या से ग्रसित पाया जाता है तो उन्हें तत्काल उपचार की व्यवस्था सुनिश्चित कराएं। कलेक्टर ने आगामी वर्षा ऋतु को ध्यान में रखते हुए जलजनित रोग मलेरिया, पीलिया और, डेंगू, उल्टी, दस्त जैसे संभावित संभावित बीमारियों के होने की संभावना को ध्यान में रखते हुए सभी प्रकार की आवश्यक तैयारियां सुनिश्चित करने के निर्देश स्वास्थ्य विभाग के साथ-साथ नगरी निकाय के अधिकारियों को दिए हैं। कलेक्टर ने बैठक में कहा कि बारिश के पूर्व नगरी निकाय क्षेत्रों में नालों की साफ-सफाई सुनिश्चित करें। साथ ही साथ ऐसे स्थान जहां पानी जमा होने की संभावना बनी रहती है वहां साफ-सफाई की व्यवस्था सुनिश्चित करने कहा है। उन्होंने मरम्मत योग्य सड़कों का अविलंब मरम्मत कराने कहा है।
कलेक्टर गौठान योजना की समीक्षा करते हुए कहा कि जिन गौठानों में वर्मी कम्पोस्ट, सुपर कंपोस्ट का निर्माण किया गया है उसकी बिक्री की व्यवस्था सुनिश्चित करें। कलेक्टर ने सभी जिला स्तर के अधिकारियों को निर्देशित करते हुए कहा कि विभाग के अंतर्गत कार्यरत निचले स्तर के कर्मचारियों का वेतन भुगतान किसी भी दशा में लंबित नहीं रहनी चाहिए। उन्होंने कहा कि प्लेसमेंट अथवा अन्य एजेंसी के माध्यम से कार्यरत कर्मचारियों का वेतन भुगतान में कई बार अनावश्यक विलंब होने की दशा में उन्हें काफी परेशानी होती है। उन्होंने कहा कि हर माह की अंतिम तिथि तक ऐसे कर्मचारियों के वेतन भुगतान हो जाना चाहिए। कलेक्टर ने सभी अधिकारी-कर्मचारियों को शासन की निर्देशानुसार निर्धारित समय पर 10 बजे उपस्थित सुनिश्चित करने कहा है। उन्होंने कहा कि सभी विभागीय कार्यालयों का आकस्मिक रूप से निरीक्षण कराया जाएगा। निर्धारित समय पर उपस्थित नहीं पाए जाने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई की जाएगी। इस अवसर पर जिला पंचायत सीईओ श्री लोकेश चंद्राकर, अपर कलेक्टर श्री सीएल मारकण्डेय, नगर निगम आयुक्त श्री आशुतोष चतुर्वेदी, संयुक्त कलेक्टर श्री इंदिरा देवहारी, संयुक्त कलेक्टर श्री निष्ठा पाण्डेय, मुख्य चिकित्सा एवं स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. मिथलेश चौधरी, एसडीएम राजनांदगांव श्री अरूण वर्मा सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।