Home छत्तीसगढ़ BSP के रावघाट CSR के सार्थक प्रयासों ने रावघाट रहवासियों की बदली जिंदगी

BSP के रावघाट CSR के सार्थक प्रयासों ने रावघाट रहवासियों की बदली जिंदगी

by Surendra Tripathi

सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र, पिछले एक दशक से भी अधिक समय से अपने रावघाट माइन्स प्रोजेक्ट क्षेत्र के आसपास के गांवों में लोगों के जीवन स्तर में बदलाव लाने और लोगों के जीवन स्तर में निरन्तर सुधार लाने में लगी हुई है। चाहे वह गुणवत्तापूर्ण अंग्रेजी-माध्यम की शिक्षा प्रदान करना हो या बीएसपी के सहयोग से संचालित अंतागढ़ के डीएवी स्कूल में निःशुल्क शिक्षा हो या फिर नारायणपुर के आसपास इलाकों से आदिवासी लड़कियों का चयन कर उन्हें पीजी कॉलेज ऑफ नर्सिंग, भिलाई और अपोलो कॉलेज ऑफ नर्सिंग, अंजोरा में निःशुल्क बीएससी (नर्सिंग) कराने का वित्तपोषण हो। इनके साथ ही इन बालिकाओं को जेएलएन अस्पताल और अनुसंधान केंद्र में इंटर्नशिप करने में भी सहायता प्रदान की जा रही है। इस प्रकार सेल-बीएसपी लोगों के कौशल को विकसित कर उन्हें रोजगार के लिए तैयार कर रही है।

उल्लेखनीय है कि इसी क्रम में सेल-बीएसपी ने एक सकारात्मक पहल करते हुए अंतागढ़ के रेलवे लाइन क्षेत्रों से विस्थापित परिवारों के सदस्यों को आईटीआई प्रशिक्षण दिलवाकर उन्हें सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र में एक सुरक्षित नौकरी के अवसर प्रदान कर रही है। आज जहां यह रेलवे लाइन इस क्षेत्र में रहने वाली एक बड़ी आबादी की जीवन रेखा बन रही है, वहीं विस्थापित परिवारों के 135 युवाओं को बीएसपी में नौकरी देकर उनके जीवन में एक सार्थक परिवर्तन लाने का प्रयास किया जाता रहा है।

इस प्रकार की गतिविधियां ईडी (माइन्स व रावघाट)  मानस विश्वास और मुख्य महाप्रबंधक (माइन्स-रावघाट)  समीर स्वरूप के मार्गदर्शन में तथा महाप्रबंधक (नाॅन-वक्र्स व माइन्स), एस के सोनी, महाप्रबंधक (माइन्स),  अनुपम बिष्ट, सहायक महाप्रबंधक (माइन्स),  सचिन रंगारी और एएलडब्ल्यूओ (रावघाट)  दौलत राम पोयम के नेतृत्व में आयोजित की जाती हैं।

बुनियादी ढांचा विकास भी एक ऐसा लक्षित क्षेत्र रहा है जिसमें माइन्स सीएसआर द्वारा निरन्तर बेहतर करने के लिए प्रयास किया जा रहा है। बीएसपी द्वारा सड़क निर्माण से लेकर सोलर लाइट लगाने तक और पानी के पंपों को स्थापित करने से लेकर पानी की टंकियों के निर्माण तक तथा 12 गांवों में महिला संस्थानों को ई-रिक्शा प्रदान करने तक अनेकों कदम उठाए गए।

इसके अलावा जात्रा सम्मेलन व देवगुडी का आयोजन कर आदिवासी क्षेत्र में स्थानीय मंदिरों का कायाकल्प कर देवी-देवताओं की पवित्रता कायम रखने का कार्य भी बखूबी किया जा रहा है।

बीएसपी द्वारा चिकित्सा सेवाओं के क्षेत्र में रावघाट क्षेत्र के दंडकवन, अंतागढ़ और खोड़गांव में मोबाइल डिस्पेंसरी संचालित की जा रही हैं। गंभीर बीमारी वाले लोगों को यहां से भिलाई भी रेफर किया जाता है। बीएसपी के सहयोग से अबुझमाड़ में ओपीडी भवन का निर्माण किया जा रहा है। अंजरेल के खोड़गांव में डिस्पेंसरी स्थापित किए गए हैं जबकि अंतागढ़ में हाल ही में डिस्पेंसरी को पुनः प्रारंभ किया गया है।

इस प्रकार सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र न केवल भिलाई और उसके आसपास, बल्कि रावघाट के दूर-दराज के इलाकों के लोगों के जीवन में भी सार्थक परिवर्तन लाने के लिए निरन्तर प्रयास कर रही है।

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