दुर्ग भिलाई/डीएमएफ की शासी परिषद की बैठक में आज वार्षिक योजना के लिए 52 करोड़ रुपए राशि के प्रस्ताव स्वीकृत हुए। इसमें कोविड से लडऩे के लिए सर्वोच्च प्राथमिकता रखी गई। फिलहाल इसके लिए 5 करोड़ रुपए की राशि रखी गई है। शिक्षा और स्वास्थ्य में लगभग साढ़े ग्यारह करोड़ रुपए का बजट रखा गया है जो सबसे ज्यादा है। प्रभारी मंत्री मोहम्मद अकबर ने इस मौके पर कहा कि कोविड से लडऩे के लिए और स्वास्थ्य संरचना को मजबूत करने के लिए डीएमएफ से जितनी राशि चाहिए, उतनी ही लें। अन्य प्रस्तावों से किसी तरह की कटौती करनी पड़े तो वो भी करेंगे लेकिन हमारे लिए कोविड से लडऩा सबसे बड़ी जिम्मेदारी है।
कृषि एवं जलसंसाधन मंत्री रविंद्र चौबे ने कहा कि दुर्ग जिला प्रशासन ने दूसरी लहर के दौरान संक्रमण को थामने के लिए अहम कार्य किया है। जिस तरह से महाराष्ट्र के निकटवर्ती इलाकों से संक्रमण के बढऩे की खबरें आईं हैं वे चिंताजनक हैं हमें अलर्ट रहना चाहिए और अपने हेल्थ इंफ्रास्ट्रक्चर को सतत रूप से मजबूत करना चाहिए। इसमें इंफ्रास्ट्रक्चर के अलावा प्रशिक्षण का पार्ट भी शामिल है। गृह एवं पीडब्ल्यूडी मंत्री ताम्रध्वज साहू ने कहा कि लोगों की सुविधाओं के मुतातबिक बेहतरीन कार्य करना हमारा लक्ष्य है। इसके अनुरूप विभाग इसी तरह से नवाचारी प्रस्ताव बनाएं, डीएमएफ के माध्यम से जो कार्य चल रहे हैं। उन्हें तेजी से पूरा करें। उन्होंने कहा कि खेल प्रतिभाओं के लिए डीएमएफ से विशेष कार्य करें। जिन खेलों में ग्रामीण क्षेत्रों में बड़ी संख्या में खिलाड़ी नेशनल तक जा रहे हैं। उनमें अधोसंरचना को विकसित करने विशेष प्लान बनाया जाएगा। विधायक अरुण वोरा ने अपने क्षेत्र में शिक्षा एवं स्वास्थ्य से संबंधित अधोसंरचनाओं के प्रस्ताव रखें। भिलाई विधायक देवेंद्र यादव ने भी इन मुद्दों को उठाया और भिलाई के नागरिकों के सरोकार रखे। बैठक में वैशाली नगर विधायक विद्यारतन भसीन, जिला पंचायत अध्यक्ष श्रीमती शालिनी यादव एवं अन्य जनप्रतिनिधि उपस्थित थे। बैठक में एसपी प्रशांत अग्रवाल, डीएफओ धम्मशील गणवीर, नगर निगम आयुक्त ऋतुराज रघुवंशी, अपर कलेक्टर नूपुर राशि पन्ना एवं अन्य अधिकारी उपस्थित थे।
कोविड से लडऩे अधोसंरचना को स्वीकृति
बैठक में स्वास्थ्य केंद्रों को मजबूत करने की दिशा में निर्णय लिये गये। साथ ही कोविड के लिए मजबूत ढांचे पर निर्णय लिया गया। इसके लिए 200 आक्सीजन सिलेंडर की उपलब्धता के संबंध में तथा इसके संबंधित अन्य सामग्रियों के बारे में निर्णय लिये गये। पटरीपार में स्वास्थ्य ढांचा मजबूत करने का निर्णय लिया गया। जिन स्वास्थ्य केंद्रों में अधोसंरचना को मजबूत करना है उसके बारे में भी निर्णय लिये गये। कलेक्टर डॉ. सर्वेश्वर नरेंद्र भुरे ने विस्तार से परिषद के समक्ष प्रस्ताव रखें तथा प्रशासन की नवाचारी पहल की जानकारी दी। बैठक में प्याज का रकबा विस्तारित करने के संबंध में निर्णय लिये गये। इसके लिए 1 करोड़ 20 लाक रुपए की राशि खर्च होगी। इसके माध्यम से बीज आदि की व्यवस्था की जाएगी। किकिरमेटा में मत्स्य बीज प्रक्षेत्र का निर्माण किया जाएगा।
अपडेट होंगे इंग्लिश मीडियम स्कूल, अब होगी कोचिंग की भी सुविधा
इंग्लिश मीडियम स्कूलों के लिए भी राशि डीएमएफ के माध्यम से स्वीकृत की गई। इसके साथ ही मेधावी छात्रों के लिए नीट और जेईई की कोचिंग परीक्षा तथा पीएससी-एसएससी जैसी प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी राशि स्वीकृत की गई। नंदिनी के बड़े क्षेत्र में पौधरोपण के लिए भी राशि डीएमएफ से स्वीकृत की गई। जिले में स्टापडैम तथा सिंचाई की अन्य अधोसंरचनाएं बेहतर करने निर्णय भी लिये गये।
कोविड से लडऩा सबसे बड़ी जिम्मेदारी है-प्रभारी मंत्री मो. अकबर
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