भिलाई। सेल-भिलाई इस्पात संयंत्र के नगर सेवाएं विभाग के जनस्वास्थ्य विभाग द्वारा सम्पूर्ण भिलाई टाउनशिप एवं संयंत्र के भीतर डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु अपने प्रयासों में निरन्तर तेजी ला रहा है।
इन प्रयासों की कड़ी में भिलाई इस्पात संयंत्र ने डोर-टू-डोर कचरा संग्रहण करने वाली टीम के समर्पित सदस्यों को लेकर 15 टीमों का निर्माण किया है। साथ ही इन टीमों को मुख्य महाप्रबंधक नगर सेवाएं पी के घोष के मार्गदर्षन एवं उपमहाप्रबंधक (जन स्वा.वि.) के. के. यादव के नेतृत्व में डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु आवष्यक प्रषिक्षण प्रदान किया गया। ये प्रषिक्षित टीमें सेक्टर-4, सेक्टर-5 एवं सेक्टर-6 के घरों में जाकर टेमीफास घोल को डालने के साथ ही इस दवा का घर-घर में वितरण कार्य को भी अंजाम देंगे।
कलेक्टर, दुर्ग के दिशा-निर्देशों का पालन करते हुए बीएसपी प्रबंधन ने नगर निगम के साथ मिलकर डेंगु के विरूद्ध एक सघन अभियान छेड़ दिया है। पीएचडी टीम ने भिलाई टाउनशिप व संयंत्र के भीतर एंटीलार्वा अभियान के साथ-साथ दवा का छिड़काव, फागिंग, स्पे्र तथा टेमीफास दवा का वितरण प्रारम्भ कर जन-जागरण हेतु डेंगु से बचाव हेतु किए जाने वाले उपायों के पर्चे भी बांटे जा रहे है। डेंगू नियंत्रण एवं रोकथाम हेतु चलाये जा रहे इस अभियान के तहत विविध कार्यों को तेजी से अंजाम दिया जा रहा है।
विभिन्न स्थानों पर दवाओं का छिड़काव-
टाउनशिप के विभिन्न सेक्टर्स एवं संयंत्र के भीतर एंटीलार्वा अभियान चलाया जा रहा है। कीटनाशक दवा इनसेक्टीसाइड/पेस्टीसाइड दवाओं का छिड़काव, इनडोर स्प्रे, आउटडोर स्प्रे, स्पेड वर्क, एंटी लार्वा एक्टीविटिस (आइलिंग व स्प्रे), बैकलेन स्प्रे व मेन होल चैम्बर्स इत्यादि में स्प्रे व ऑइलिंग कार्य किया जा रहा है। साथ ही रुके हुए पानी में ऑइलिंग एवं कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। साथ ही शिकायत के अनुसार स्प्रे किया जा रहा है। जिन स्थानों पर पक्की नाली का निर्माण निगम द्वारा किया गया है सभी जगह जल भराव होता है। विभाग द्वारा फावड़ा वर्क करके पानी निकासी एवं एंटी लार्वा दवा का छिड़काव व ऑइलिंग करवाया जा रहा है।
टाउनषिप में निरन्तर फागिंग-
बीएसपी द्वारा भिलाई टाउनशिप में पोर्टेबल फागिंग, लेको फागिंग मशीन से कोल्ड फोगिंग तथा व्हीकल माउंटेड मशीन द्वारा थर्मल फोगिंग किया जा रहा है। कल और आज सेक्टर-4 के विभिन्न सड़कों में फागिंग किया गया।
टेमीफास घोल का वितरण-
टाउनशिप के आवासों में लार्वानाशक टेमीफास घोल का वितरण किया जा रहा है। जागरूकता अभियान के तहत लोगों के घर-घर जाकर समझाइश दिया गया, पाम्पलेट वितरण किया गया एवं कूलर चेकिंग किया जा रहा है तथा लोगों को निर्देशित किया गया कि कूलर एवं पानी स्टोरेज कि टंकियां साफ रखे व पानी बदलते रहे। कूलर व पानी स्टोर करने की टंकियों को प्रत्येक 04 दिनों के भीतर टेमीफास घोल दवा डाल दें। साथ ही जल के जमाव कि स्थिति में कोई भी जला हुआ ऑइल डाल दें और विभाग को सूचित करें।
साफ-सफाई पर विषेष जोर-
टाउनशिप स्थित भैंस खटालों को भी विभाग द्वारा नोटिस के साथ साफ-सफाई हेतु निर्देशित किया गया है। बैक लाइन एवं गार्बेज कंटेनरों के आसपास ब्लीचिंग पावडर का छिड़काव कराया जा रहा है। टाउनशिप के सभी स्कूलों, बाजारों, एवं सार्वजनिक स्थानों में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव किया जा रहा है। टाउनशिप में चिन्हित मच्छरों के ब्रीडिंग प्लेस में कीटनाशक दवाओं का छिड़काव, ऑइलिंग एवं फावड़ा वर्क किया गया। पिछ्ले वर्ष जिन घरों/सड़कों में डेंगू हुए उन स्थानों घरों का विशेष ध्यान रखा गया है। डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु सभी पीएचडी के अधिकारियों एवं कर्मियों को जोन अनुसार जिम्मेदारी दी गई है।
पानी जमाव को रोकने का प्रयास-
जिन गड्ढों में पानी भरा रहता है उसे मलबा डालकर समतल किया जा रहा है ताकि पानी का जमाव ना हो सके। टाउनशिप के समस्त सर्वेंट क्वार्टरों में झुग्गी झोपड़ियों में भी कीटनाशक दवाओं का छिड़काव एवं टेमीफाॅस दवाओं का छिड़काव एवं टेमीफाॅस दवा का घोल वितरित किया गया है। बुश कटिंग का कार्य भी प्रारंभ कर दिया गया है। जिला मलेरिया अधिकारी व नगर पालिक निगम निर्देशानुसार डेंगू रोकथाम एवं नियंत्रण हेतु जारी गाइडलाइन्स (डेंगु एक्षन प्लान) के अनुसार कार्य किया जा रहा है।
डेंगू रोकथाम हेतु संयुक्त निरीक्षण व कार्यवाही-
विगत दिनों सेक्टर-4 के विभिन्न सड़को में डेंगू रोकथाम और नियंत्रण के तहत भिलाई इस्पात सयंत्र, नगर पालिक निगम भिलाई और दुर्ग स्वास्थ्य विभाग के सयुंक्त टीम द्वारा विभिन्न घरों में लार्वा मिलने पर सख्त कार्यवाही करते हुए फाइन किया। ये अभियान सभी सेक्टर्स में जारी रहेगा। नागरिको से अपील है कि अपने घरों के कूलर, पानी टंकी, टब, गमला इत्यादि की प्रतिदिन सफाई करते रहें। नागरिकों से अपील कि गई है कि जिस किसी व्यक्ति को बुखार आने की स्थिति में डेंगू, मलेरिया व कोरोना जांच करना सुनिश्चित करें ताकि जान बचाया जा सके|