नई दिल्ली | ऑक्सफोर्ड ने ‘आत्मनिर्भरता’ शब्द को ऑक्सफोर्ड हिंदी वर्ड ऑफ द ईयर 2019 चुना है। ऑक्सफोर्ड का कहना है कि ये शब्द उन अनगिनत भारतीयों की दिन-प्रतिदिन की उपलब्धियों को जाहिर करता है जिन्होंने कोरोना महामारी के खतरे से निपटने के लिए लगातार संघर्ष किया। इस शब्द का चयन भाषा विशेषज्ञों के एक पैनल ने किया जिसमें कृतिका अग्रवाल, पूनम निगम सहाय और इमोगन फॉक्सेल शामिल थे।
ऑक्सफोर्ड हिन्दी वर्ड ऑफ द ईयर वह शब्द होता है जिसमें बीते वर्ष के भाव, मनोदशा की झलक दिखती हो। साथ ही उसमें सांस्कृतिक महत्व वाली स्थायी क्षमता भी होती है।
ऑक्सफोर्ड लेंग्वेज ने बयान में कहा कि कोविड-19 महामारी के शुरुआती महीनों में जब पीएम मोदी ने स्वास्थ्य सुविधाओं के लिए पैकेज की घोषणा की थी, तब उन्होंने इस समस्या से निपटने के लिए देश, अर्थव्यवस्था, समाज और व्यक्तिगत तौर पर भी आत्मनिर्भर होने पर बल दिया था।
ऑक्सफोर्ड ने कहा कि पीएम मोदी के संबोधन के बाद ‘आत्मनिर्भरता’ शब्द के इस्तेमाल में काफी इजाफा हुआ। भारतीयों के सार्वजनिक जीवन में इसका व्यापक प्रसार हुआ।
इसके अलावा कोविड-19 वैक्सीन के भारत में ही निर्माण के चलते सरकार के ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान को मजबूती मिली। बायोटेक्नोलॉजी विभाग ने गणतंत्र दिवस परेड के दौरान अपनी झांकी में ‘आत्मनिर्भर भारत’ अभियान के तहत वैक्सीन निर्माण की झलक भी दिखलाई।
ऑक्सफोर्ड यूनिवर्सिटी प्रेस इंडिया के प्रबंध निदेशक शिवरामकृष्णन वेंकटेश्वरन ने कहा कि ‘आत्मनिर्भर भारत को कई क्षेत्रों के लोगों के बीच पहचान मिली क्योंकि इसे कोविड-19 से प्रभावित अर्थव्यवस्था से निपटने के एक हथियार के तौर पर भी देखा गया।
ऑक्सफोर्ड डिक्शनरी टीम अपने फेसबुक पेज के जरिए साल के सर्वश्रेष्ठ हिंदी शब्द के चयन के लिए हजारों आवेदन मांगती है। इसके बाद भाषा के विशेषज्ञों के सलाहाकार पैनल की मदद से शब्द अंतिम चयन पर मुहर लगती है। 2019 का सर्वश्रेष्ठ हिंदी शब्द ‘संविधान’ को चुना गया था। इससे पहले आधार (2017) और नारी शक्ति (2018) को भी सर्वश्रेष्ठ हिंदी शब्द चुना गया था।