बिलासपुर । प्रदेश की तरह शासकीय और गैर शासकीय स्तर पर राष्ट्रीय बालिक दिवस मनाया गया। जगह जगह कार्यक्रम का आयोजन किया गया। इस दौरान समाज के प्रबुद्ध और गणमान्य लोगों ने बालिकाओं के हितसंवर्धन को लेकर समाज को ना केवल जागरूक किया। बल्कि निजी और शासकीय स्तर पर हर संभव सहयोग का वादा भी किया।
बिलासपुर में भी जगह जगह राष्ट्रीय बालिका दिवस पर कार्यक्रम का आयोजन किया गया। सामाजिक संस्था राइट वे फाउंडेशन के बैनर तले बिलासपुर जिला शिशु हॉस्पिटल पहुंचकर सादगी के साथ कोरोना काल में शासन के दिशा निर्देशों का पालन करते हुए सामाजिक कार्यक्रम में अपनी भूमिका का निर्वहन किया।
जिला युवा कांग्रेस महामंत्री गोपाल दुबे ने बताया कि शिशु अस्पताल में संस्था और गणमान्य लोगो की मदद से नवजात बच्चों के उपयोग में आने वाले सामाग्रियों का वितरण किया गया। इस दौरान बच्चों के लिए कपड़े, सौंदर्य सामग्री,दूध बॉटल और अन्य सामाग्रियों का वितरण किया गया।
इस अवसर पर एडिश्नल एसपी शहर उमेश कश्यप ने संस्था के अध्यक्ष विवेक शर्मा को समेत डॉक्टर वंदना चौधरी, डॉक्टर कमला पटनायक और अस्पताल के अन्य कर्मचारियों को संबोधित किया। कश्यप ने कहा कि कि राष्ट्रीय बालिका कार्यक्रम में शिरकत कर अपने आप को सौभाग्यशाली महसूस कर रहा हूं। ईश्वर ने मुझे भी दो बेटियों का आशीर्वाद दिया है। दोनों बेटियाँ ना केवल हमारा बल्कि परिवार के लिए गर्व है। मैं राष्ट्रीय बालिक दिवस पर सभी देशवासियों से आह्वान करता हूं कि बालिकाओं के जन्म पर हम उत्सव मनाएं। बेटियों को उच्चतम शिक्षा प्रदान कर देश के प्रति जिम्मेदार नागरिक होने का फर्ज अदा करें। देश की सभी बेटियों को मेरा शुभाशीष है। और उनके उज्ज्वल भविष्य की कामना करता हूं।
राईट वे फाउंडेशन के अध्यक्ष विवेक शर्मा ने कहा बेटियां घर परिवार और समाज का गौरव होती हैं। सच तो यह है कि बेटे और बेटियों में कभी कोई फर्क नहीं रहा है। लेकिन अब खुशी होती है देखकर कि लोगों ने सचमुच बेटे और बेटियों में अन्तर करना बहुत पीछे छोड़ दिया है। लेकिन अभी भी कुछ ऐसे लोग हैं जिन्हें दकियानुशी ख्यालात से बाहर आने की जरूरत है। और हम शपथ लेते हैं कि ऐसे लोगों को जल्द ही ऐसी मानसिकता से बाहर लाएंगे। बस आप सबके सहयोग की जरूरत है।
गोपाल दुबे ने कहा कि बेटियाँ आज आसमान की ऊंचाइयों को नाप रही है। देश और ,समाज के मस्तक पर सफलता की तिलक रही हैं। राष्ट्र के मान सम्मान को चार चांद लगा रही है। गौरव ने कहा इस अवसर पर मुझे कहने में संकोच नहीं है कि लक्ष्मी भी स्त्री हैंज्हमारे धर्म ग्रन्थों में भी महिलाओं और बेटियों को सर्वोच्च स्थान हासिल है। फिर यह भावना कहां से आ गयी कि बेटा कुल दीपक और बच्ची पराया धन है। जबकि हम बार बार कहते हैं कि बेटा एक कुल तारता है तो बच्चियां दो कुल को तारती है। समझने वाली बात है कि बच्चियों का हमारे समाज में कितना बड़ा योगदान है। बताने की जरूरत नहीं है कि आज बच्चियां लड़कों से सफलता की दौड़ में मीलों मील आगे हैं। इस अवसर पर रवि सिंह,साहिल मौर्या,सौरभ श्रीवास्तव,सूरज दीक्षित और अस्पताल कमर्चारी, राईट वे फाउंडेशन के समस्त सदस्य मौोजूद थे।
देश की दौड़ में बेटियां मीलों आगे : गोपाल दुबे
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