Home छत्तीसगढ़ जीवन में अनुशासन का अहम स्थान- गौरहा

जीवन में अनुशासन का अहम स्थान- गौरहा

by admin

बिलासपुर । प्रत्येक साल की इस वर्ष भी गौरहा परिवार रतनपुर राज्य का वार्षिक सम्मेलन ग्राम उर्तुम में समापन हुआ। कार्यक्रम के दौरान सभी लोगों ने राज्य शासन के दिशा निर्देशों का पालन किया। कार्यक्रम के सभापति पं बंशीलाल गौरहा ने कहा जीवन मेंअनुशान का अहम स्थान होता है। अनुशासन ही परिवार समाज और देश को महान बनाता है।
प्रतिवर्ष की तरह इस साल भी कोरना गाइडलाइन के बीच गौरहा परिवार का वार्षिक सम्मेलन का आयोजन ग्राम उर्तुम में हुआ। कार्यक्रम के अध्यक्ष दिनेश गौरहा और सभापति का पुष्पहार और तिलक से स्वागत किया गया। बालकृष्ण गौरहा ने स्वागत संबोधन किया। हरिश्चंद्र गौरहा ने गीता जयंती पर सारगर्भित बातों को रखा।
कार्यक्रम के दौरान सीताराम गौरहा, राघववल्लभ गौरहा, शांति जुगलकिशोर गौरहा सिंघरी का सम्मान किया गया। इस दौरान पारिवारिक प्रतिभा सम्मान की कड़ी में डा चंद्रशेखर गौरहा को जिला आयुर्वेद अधिकारी जांजगीर चाम्पा बनने पर बधाई दी गयी। रामदत्त गौरहा कर्मा को उप संचालक राजीवगांधी शिक्षा मिशन, सिद्धार्थ गौरहा को खैरी उपसंचालक वित्त जगदलपुर, विरेन्द्र प्रकाश गौरहा को लोकअभियोजक, और अंकित गौरहा सेमरा को सभापति जिला पंचायत बनने को लेकर विशेष रूप से सम्मानित किया।
हायर सेकेंडरी सर्टिफिकेट परीक्षा में 96 प्रतिशत अंक अर्जित करने पर कु आर्ची गौरहा सिंघरी को सम्मानित किया गया। ग्राम सेमरा उर्तुम सिघरी मोछ खैरी बीजा कर्मा कडार कुकेरा सिघनपुरी सेमरताल के पारिवारिक जनों का परिचय हुआ। कार्यक्रम का संचालन अधिवक्ता वीरेन्द्र गौरहा और आभार प्रदर्शन अनिल गौरहा ने किया।
आयोजन को अविस्मरणीय बनाने उमेश गौरहा अरविंद गौरहा धीरेन्द्र गौरहा ब्रजेश गौरहा प्रणय गौरहा हरनारायण गौरहा धर्मेन्द्र गौरहा अनिष गौरहा निर्मेष गौरहा प्रकाश गौरहा भूपेन्द्र गौरहा सुरेन्द्र गौरहा महेन्द्र गौरहा संतोष गौरहा अशोक गौरहा सुदेश गौरहा शैलेन्द्र गौरहा प्रदीप गौरहा सहित परिवार का सराहनीय योगदान रहा।

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