नईदिल्ली(ए)। भारत, पाकस्तानी नागरिकों को अलग-अलग तरह के वीजा देता था, लेकिन अब पहलगान हमले के बाद सभी को रद्द कर दिया गया है. पाकिस्तानियों के भारत से चले जाने को कहा गया है.पहलगाम आतंकी हमले के बाद भारत सरकार ने पाकिस्तान के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की है. इसके तरह भारत ने पाकिस्तान के साथ SAARC वीजा को तत्काल प्रभाव से रद्द कर दिया है. मेडिकल वीजा वालों को छोड़कर 27 अप्रैल तक भारत में रह रहे पाकिस्तानियों के लिए आखिरी तारीख थी. अब अगर पाकिस्तानी भारत से नहीं गए तो उनके खिलाफ कानूनी कार्रवाई की जाएगी. इसी क्रम में यह भी जान लेते हैं कि भारत पाकिस्तान को कितने तरह के वीजा देता था और सबसे ताकतवर वीजा कौन सा था.
गुरुवार को भारत सरकार ने इस बात का एलान किया था कि कुछ कैटेगरी को छोड़कर सभी पाकिस्तानी नागरिकों के वीजा 27 अप्रैल से रद्द माने जाएंगे.केंद्रीय मंत्री अमित शाह ने इस संबंध में सभी राज्यों के मुख्यमंत्रियों से बात करके इस संबंध में आदेश का पालन करने के लिए कहा था.

इस आदेश में कहा गया था कि SAARC वीजा, बिजनेस वीजा, वीजा ऑन अराइवल, पत्रकार वीजा, मेडिकल वीजा, ट्रांजिट वीजा, फिल्म वीजा, ट्रांजिट वीजा, पर्वतारोहण वीजा, कॉन्फ्रेंस वीजा, विजिटर वीजा, छात्र वीजा, तीर्थ वीजा, ग्रुप टूरिस्ट वीजा और पाकिस्तान के अल्पसंख्यको ग्रुप तीर्थ वीजा दिए जाते थे.
भारत कुल 14 तरह के वीजा पाकिस्तानियों को देता था. देश छोड़कर जाने वालों को कहा गया है कि सभी 12 श्रेणियों के लोगों को तय समय तक भारत छोड़ना होगा.
वहीं SAARC वीजा वालों के लिए शनिवार तक का वक्त है और मेडिकल वीजा वालों के लिए 29 अप्रैल तक हर हाल में भारत छोड़ देना होगा.
इनमें से सबसे ताकतवर वीजा SAARC का माना जाता था. क्योंकि यह वीजा सार्क देशों के चुनिंदा नागरिकों को वीजा-फ्री यात्रा की सुविधा देता है.सार्क वीजा आमतौर पर उनको ही दिया जाता है जो कि क्षेत्र के अंदर वीजा से मुक्त होते हैं. इसकी शुरुआत 1992 में की गई थी.