
नईदिल्ली(ए)। केंद्रीय मंत्री किरेन रिजिजू ने शुक्रवार को इंडिया टुडे कॉन्क्लेव 2025 में एक सशक्त बयान दिया और कांग्रेस पर पूर्वोत्तर क्षेत्र के विकास को नजरअंदाज करने का आरोप लगाया। उन्होंने कहा कि पिछले 65 सालों में कांग्रेस ने इस क्षेत्र के विकास के लिए कुछ नहीं किया, जबकि भाजपा ने मात्र 10 सालों में इस क्षेत्र में कई महत्वपूर्ण विकासात्मक बदलाव किए। उनका कहना था कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में भाजपा ने इस क्षेत्र को जिस गति से विकास की ओर बढ़ाया है, वह कांग्रेस के कार्यकाल में संभव नहीं था।
रिजिजू ने सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग के साथ मंच साझा करते हुए कहा कि पूर्वोत्तर में भाजपा के बढ़ते प्रभाव का कारण यह है कि लोग प्रधानमंत्री मोदी द्वारा इस क्षेत्र के भविष्य के लिए पेश की जा रही योजनाओं और विकास कार्यों के प्रति आकर्षित हो रहे हैं। उनका कहना था, “जो काम 65 सालों में नहीं हुआ, वह भाजपा ने 10 सालों में कर दिखाया।” रिजिजू ने भाजपा की कार्यशैली को स्पष्ट करते हुए कहा कि भाजपा किसी भी क्षेत्रीय दल को अपने साथ मिलाकर अपनी विचारधारा से समाहित नहीं करती, बल्कि उन्हें बढ़ने और अपनी पहचान बनाए रखने का पूरा अवसर देती है। उन्होंने कहा, “हम क्षेत्रीय दलों को खत्म करने की बजाय उन्हें बढ़ावा देते हैं।”

केंद्रीय मंत्री ने यह भी उल्लेख किया कि जब वह सांसद के रूप में निर्वाचित हुए, तब असम और पूर्वोत्तर के अन्य राज्यों में भाजपा के बहुत कम विधायक थे। लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी के नेतृत्व में भाजपा और क्षेत्रीय दलों के गठबंधन, जिसे NEDA (Northeast Democratic Alliance) कहा जाता है, ने इस क्षेत्र में नए राजनीतिक समीकरण स्थापित किए हैं। रिजिजू ने यह सुनिश्चित किया कि भाजपा इस गठबंधन में अग्रणी भूमिका निभाती है, लेकिन इसका मतलब यह नहीं कि क्षेत्रीय दलों की विचारधारा को नकारा जाएगा। भाजपा की कोशिश यह रही है कि हर छोटे और क्षेत्रीय दल को स्वतंत्र रूप से अपनी विचारधारा को आगे बढ़ाने का मौका मिले।
सिक्किम के मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग ने भी इस अवसर पर प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ की और कहा कि मोदी सरकार के आने के बाद सिक्किम में इंफ्रास्ट्रक्चर में अभूतपूर्व बदलाव आया है। उन्होंने कहा, “प्रधानमंत्री मोदी के कार्यकाल से पहले सिक्किम का राजनीति में एक अलग स्थान था, लेकिन अब यह राज्य एक बड़े विकास मंच के रूप में उभरा है।” तमांग ने यह भी बताया कि सिक्किम में पर्यटन की संभावनाएं तेजी से बढ़ रही हैं, और राज्य को बेहतर कनेक्टिविटी मिल रही है। उन्होंने बताया कि सिक्किम को अब अपना पहला हवाई अड्डा मिला है और 2027 तक एक नई रेल लाइन भी बनेगी, जो सिक्किम को प्रमुख शहरों से सीधे जोड़ सकेगी।
तमांग ने कहा, “हम अपनी पूरी कोशिश कर रहे हैं कि सिक्किम के पर्यावरण को संरक्षित किया जाए, और राज्य के वन क्षेत्र का विकास हो।” उन्होंने यह भी कहा कि सिक्किम में पर्यटन के साथ-साथ वनों की कटाई की समस्या भी उत्पन्न हो रही है, लेकिन उनकी सरकार इस पर कड़ी निगरानी रखे हुए है और वनों की रक्षा के लिए कई कदम उठा रही है। केंद्रीय मंत्री रिजिजू ने मणिपुर हिंसा पर भी चर्चा की। उन्होंने इसे “दुर्भाग्यपूर्ण घटना” बताते हुए कहा कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री अमित शाह राज्य में शांति लाने के लिए तत्पर हैं।
रिजिजू ने यह बताया कि प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह ने मणिपुर में हिंसा को समाप्त करने के लिए पूरी तरह से ध्यान केंद्रित किया है। उन्होंने उदाहरण दिया कि जब मणिपुर में जातीय हिंसा और गृह युद्ध जैसी स्थिति पैदा हो गई थी, उस समय के मंत्रियों ने इस मुद्दे पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया, लेकिन अब गृह मंत्री अमित शाह ने मणिपुर में चार दिन बिताए और विभिन्न गुटों से हथियार डालने की अपील की। रिजिजू ने कहा, “अब मणिपुर से अच्छी खबर आ रही है। हथियार डाले जा रहे हैं और शांति की प्रक्रिया शुरू हो चुकी है।”
रिजिजू ने मणिपुर में शांति की दिशा में प्रधानमंत्री मोदी और गृह मंत्री शाह के प्रयासों की सराहना की। उन्होंने यह भी कहा, “अतीत में भारतीय राज्य के खिलाफ संघर्ष था, लेकिन अब प्रधानमंत्री मोदी की सक्रियता और गृह मंत्री अमित शाह के नेतृत्व में हम शांति और सामान्य स्थिति बहाल करेंगे।” केंद्रीय मंत्री ने यह भी बताया कि सरकार के प्रयासों के अलावा, विकास की प्रक्रिया में लोगों की भूमिका भी महत्वपूर्ण है। उन्होंने कहा कि सरकार एक उत्प्रेरक के रूप में काम करती है, लेकिन जब लोग अपने दायित्वों को समझते हैं और जिम्मेदारी लेते हैं, तो कई समस्याएं हल हो सकती हैं।