मुंबई(ए)। बीड सरपंच हत्याकांड इस समय महाराष्ट्र की राजनीति में सबसे बड़ा मुद्दा बना हुआ है। मामले में आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा गया है। वहीं, डिप्टी सीएम एकनाथ शिंदे ने कहा है कि हत्या में शामिल किसी भी शख्स को बख्शा नहीं जाएगा। उन्होंने इसे जघन्य अपराध करार देते हुए आरोपियों के लिए मौत की सजा की मांग की। मुंबई में पत्रकारों से बात करते हुए डिप्टी सीएम शिंदे ने कहा कि सरपंच की हत्या बहुत दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। उन्होंने कहा कि चाहे वाल्मिक कराड हो या कोई और, हत्या में शामिल एक भी व्यक्ति को बख्शा नहीं जाएगा। ऐसी जघन्य हत्याओं के लिए मौत की सजा के अलावा कोई अन्य सजा नहीं है।
9 दिसंबर को अपहरण के बाद कर दी गई थी हत्या
बात बीड जिले के मासाजोग गांव की है। जहां सरपंच संतोष देशमुख की बीते 9 दिसंबर को अपहरण कर हत्या कर दी गई थी। हत्या से पहले सरपंच देशमुख को प्रताड़ित भी किया गया था। कथित तौर पर यह हत्या पवनचक्की परियोजना से जुड़ी एक ऊर्जा कंपनी के खिलाफ जबरन वसूली की कोशिश को रोकने के चलते की गई।
वहीं, इस मामले पुलिस ने बताया कि सरपंच संतोष देशमुख की हत्या के पीछे एक बड़ी जबरन वसूली का मामला है। सरपंच की मौत के बाद मामले ने तूल पकड़ लिया जिसके बाद चार आरोपियों को गिरफ्तार किया था।
बाद में 31 दिसंबर को महाराष्ट्र के मंत्री धनंजय मुंडे के करीबी सहयोगी वाल्मिक कराड ने पुणे में पुलिस के समक्ष आत्मसमर्पण किया था। आत्मसमर्पण करने के बाद कराड को हत्या से संबंधित जबरन वसूली मामले में गिरफ्तार किया गया था। बीते सप्ताह उन पर महाराष्ट्र संगठित अपराध नियंत्रण अधिनियम (मकोका) के तहत आरोप लगाया गया था।
पुलिस के मुताबिक, अभी तक इस मामले में कुल सात आरोपी गिरफ्तार हो चुके हैं। इस मामले के बाद सरपंच के परिवार और कई नेताओं ने मुंडे से सरकार से इस्तीफा देने की मांग की है।