नई दिल्ली(ए)। पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बीएसएफ (BORDER SECURITY FORCE) पर गंभीर आरोप लगाए हैं। उन्होंने दावा किया कि बीएसएफ बांग्लादेशी घुसपैठियों और गुंडों को भारत में प्रवेश की अनुमति दे रही है, जिससे राज्य में अशांति फैल रही है। ममता ने कहा कि केंद्र सरकार का यही उद्देश्य है, और बीएसएफ इस्लामपुर, सीताई और चोपड़ा बॉर्डर से बांग्लादेशी गुंडों को घुसपैठ करा रही है। ममता ने कहा कि बीएसएफ द्वारा महिलाओं के साथ अत्याचार भी किए जा रहे हैं, और यह बीएसएफ का काम है कि वह सीमा पर निगरानी रखें, न कि राज्य सरकार का। उन्होंने जिलाधिकारियों से यह सवाल भी किया कि यदि बीएसएफ द्वारा महिलाओं के साथ गलत किया जा रहा है तो उन्होंने विरोध क्यों नहीं किया। मुख्यमंत्री ने केंद्र सरकार से पत्र भेजने का भी इरादा व्यक्त किया और कहा कि वह बीएसएफ के कार्यों के खिलाफ आवाज उठाएंगी। ममता बनर्जी ने कहा कि बीएसएफ का काम है अवैध घुसपैठ रोकना, लेकिन इसके बजाय यह बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारतीय सीमा में प्रवेश देने में मदद कर रही है। ममता के आरोपों पर बीएसएफ और केंद्र सरकार की ओर से कोई आधिकारिक प्रतिक्रिया नहीं आई है। वहीं, केंद्रीय मंत्री गिरिराज सिंह ने ममता के आरोपों का जवाब देते हुए कहा कि पश्चिम बंगाल बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए एक नर्सरी बन चुका है और राज्य सरकार ने बांग्लादेशी घुसपैठियों के लिए लाल कालीन बिछाई है। भाजपा नेता अनिर्बान गांगुली ने भी ममता के खिलाफ कहा कि वह ही एकमात्र नेता हैं जिन्होंने बीएसएफ की आलोचना की और उससे दुर्व्यवहार किया। वहीं तृणमूल कांग्रेस के सांसद अभिषेक बनर्जी ने भाजपा पर पलटवार करते हुए कहा कि बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के उत्पीड़न पर केंद्र सरकार की चुप्पी पर सवाल उठाया। उन्होंने कहा कि अगर भाजपा नेता बांग्लादेश में अल्पसंख्यकों के बारे में चिंतित हैं, तो क्यों नहीं वे दिल्ली में मोदी सरकार से ठोस कदम उठाने की अपील करते हैं।
ममता बनर्जी का सनसनीखेज आरोप, BSF बांग्लादेशी घुसपैठियों को भारत में घुसने की सुविधा दे रही
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