नईदिल्ली (ए)। राजस्थान के जयपुर से एक हैरान कर देने वाली घटना सामने आई है। हाल ही में जयपुर पुलिस ने एक गैंग का पर्दाफाश किया है जो सिर्फ प्रॉपर्टी डीलर्स और फाइनेंस से जुड़े लोगों को ही गिरफ्तार करते थे। जिसके बाद वह उनसे फिरौती मांगते थे। अब तक इस गैंग के खिलाफ 7 किडनैपिंग के मामले सामने आए चुके है । अब पुलिस इस पूरे मामले की जांच कर रही है। आइए जानते है इस मामले को विस्तार से… दरअसल, जयपुर पुलिस ने प्रॉपर्टी डीलर्स और फाइनेंस से जुड़े लोगों का अपहरण कर फिरौती मांगने वाले तीन बदमाशों को पुलिस ने गिरफ्तार किया है। यह गैंग खासतौर पर प्रॉपर्टी डीलर्स को अपना शिकार बनाता था। गिरफ्तार आरोपियों के नाम हरसहाय गुर्जर उर्फ रवि, सुनील सिंह और महेन्द्र सिंह उर्फ गोली हैं, जबकि गैंग का मुख्य सरगना अभी फरार है और उसकी तलाश जारी है। पुलिस ने शिप्रापथ थाना क्षेत्र में यह गिरफ्तारी की। अब तक इस गैंग के खिलाफ 7 किडनैपिंग के मामले सामने आ चुके हैं।
7 किडनैपिंग की वारदातों को अंजाम दे चुका है गैंग
पुलिस के अनुसार, यह गैंग पहले भी छह से ज्यादा प्रॉपर्टी डीलर्स का अपहरण कर चुका था। हाल ही में गैंग के सदस्य ने एक प्रॉपर्टी डीलर का पीछा किया और उसके बाद उसकी कार रोककर उसे अपहृत कर लिया। गैंग के सदस्यों ने उसे मारपीट कर अपनी कार में बिठाया और फिरौती के लिए 50 लाख रुपये की मांग की।
अपहरण की घटना: कैसे हुई वारदात
घटना के बारे में जानकारी देते हुए जयपुर दक्षिण पुलिस उपायुक्त दिगंत आनंद ने बताया कि 7 नवंबर की रात करीब 1 बजे अमित कुमार नामक व्यक्ति अपने दोस्तों के साथ कैब से जा रहे थे। जब वे मानसरोवर चौपाटी के पास पहुंचे तो एक गाड़ी उनकी कैब के सामने आकर खड़ी हो गई। इसके बाद चार से छह लोग उस गाड़ी से बाहर निकले और अमित को जबरदस्ती कैब से खींचकर मारपीट करते हुए अपनी गाड़ी में डालकर ले गए।
बदमाशों ने बंधक बनाकर फिरौती की मांग की
अमित को गाड़ी में बिठाकर बदमाशों ने उसके तीन मोबाइल, पर्स, घड़ी और पैसे छीन लिए। फिर उन्हें एक सुनसान अपार्टमेंट की छत पर ले जाकर बंधक बना लिया और 50 लाख रुपये की फिरौती की मांग की। हालांकि, मौके का फायदा उठाकर अमित भागने में सफल रहे और अपनी जान बचाई।
पुलिस ने त्वरित कार्रवाई करते हुए गिरफ्तार किया
इस मामले की गंभीरता को देखते हुए पुलिस ने तुरंत कार्रवाई शुरू की। घटना स्थल के पास के सीसीटीवी कैमरों को चेक किया और इसके जरिए बदमाशों के हुलिये और गाड़ी की पहचान की। इसके बाद पीड़ित के द्वारा बताए गए संदिग्ध मोबाइल नंबरों की कॉल डिटेल रिकॉर्ड (CDR) खंगाली गई और फिर बदमाशों को गिरफ्तार किया गया।
गैंग के सरगना का नाम सामने आया
पुलिस पूछताछ में आरोपियों ने बताया कि इस गैंग का मास्टरमाइंड राजेन्द्र चौधरी है, जो जयपुर और आसपास के शहरों में अमीर प्रॉपर्टी डीलर्स को टारगेट करता है। वह पहले अपनी शिकार की रेकी करता है और फिर उसका अपहरण करने की योजना बनाता है। किडनैपिंग के बाद उसे एक फ्लैट में ले जाकर मारपीट की जाती है और फिरौती की मांग की जाती है। पुलिस अब गैंग के मुख्य सरगना और बाकी के फरार बदमाशों की तलाश में जुटी हुई है।