अमरेली(ए)। गुजरात के अमरेली स्थित रंधिया गांव में सोमवार को खेल-खेल में खड़ी कार में घुसे एक ही परिवार के चार बच्चों की कार का लॉक लगने के बाद दम घुटने से मौत हो गई। मध्यप्रदेश में टांडा के निकट ग्राम खनीअंबा के सोबिया, पत्नी पीरू बाई व पांच बच्चों के साथ गुजरात काम की तलाश में गए थे। सोमवार को सोबिया और पीरू चारों बच्चों को बड़े बेटे जितेंद्र मछार (10) की निगरानी में छोडकऱ खेत पर मजदूरी करने चले गए। पीछे से खेल मालिक भारत भाई कार से आए और जितेंद्र को साथ लेकर चले गए। एक कार खेत पर छोड़ दी, जिसमें चाबी लगी थी। सोबिया के बच्चे सुनीता (7), कार्तिक (2), सावित्री (5) व विष्णु (5) कार में खेलने के लिए बैठ गए। कार लॉक होने के कारण दम घुटने से उनकी मौत हो गई। इस दौरान किसी ने उन्हें नहीं देखा।
शाम तक किसी ने नहीं देखा
गुजरात पुलिस के अनुसार, बच्चे अंदर थे, तभी कार लॉक हो गई। शाम तक किसी ने ध्यान नहीं दिया। इस कारण दम घुटने से बच्चों की मौत हो गई। कभी भी बच्चों को कार में अकेला नहीं छोड़ना चाहिए। यह बहुत ही घातक हो सकता है। यदि कार को कहीं पार्क करना है तो बच्चों को अपने साथ ले जाना चाहिए। कभी-कभी छोटे बच्चे कार में बैठे-बैठे चाबियों से खेलते हैं, ऐसे में कार लॉक हो सकती है। इसलिए बच्चों को कभी भी कार की चाबी नहीं देनी चाहिए।
बच्चों को कार में लॉक होने से बचाने के लिए कुछ महत्वपूर्ण सावधानियां और आवश्यक कदम इस प्रकार हैं:
– कार को ठंडा रखने के लिए पानी डालें: अगर बच्चा कार में लॉक हो गया है, तो कार के शीशे और बॉडी पर पानी डालें। ऐसा करने से कार के अंदर का तापमान थोड़ा कम हो सकता है, जिससे बच्चे को राहत मिलेगी।