Home देश-दुनिया बंगाल के अधिकारियों को पानी छोड़ने के बारे में हर स्तर पर जानकारी दी गई, केंद्र सरकार ने ममता को लिखी चिट्ठी

बंगाल के अधिकारियों को पानी छोड़ने के बारे में हर स्तर पर जानकारी दी गई, केंद्र सरकार ने ममता को लिखी चिट्ठी

by admin

नई दिल्ली(ए)। केंद्रीय जलशक्ति मंत्री सी आर पाटिल ने शुक्रवार को पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी को पत्र लिखकर कहा कि दामोदर घाटी निगम जलाशयों से पानी छोड़े जाने के बारे में प्रदेश के अधिकारियों को हर स्तर पर सूचित किया गया जो किसी बड़ी आपदा को रोकने के लिए आवश्यक था। इससे पहले दिन में ममता ने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को पत्र लिखकर कहा कि उनका राज्य दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) के साथ सभी संबंध तोड़ देगा क्योंकि उसने ‘एकतरफा पानी छोड़ा’ जिससे दक्षिण बंगाल के जिलों में बाढ़ आई।

उन्होंने दावा किया कि बंगाल में 50 लाख लोग बाढ़ से प्रभावित हुए हैं और उन्होंने आग्रह किया कि बाढ़ से बड़े पैमाने पर हुई तबाही से निपटने के लिए तत्काल केंद्रीय धनराशि स्वीकृत कर जारी की जाए। अपने पत्र में पाटिल ने डीवीसी जलाशयों से पानी छोड़े जाने के कारण आने वाली बाढ़ के बारे में पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री की चिंताओं का जिक्र किया। उन्होंने बताया कि पानी छोड़ने का प्रबंधन दामोदर घाटी जलाशय विनियमन समिति (डीवीआरआरसी) द्वारा किया जाता है, जिसमें केंद्रीय जल आयोग, पश्चिम बंगाल, झारखंड और डीवीसी के प्रतिनिधि शामिल होते हैं।

 झारखंड-बंगाल सीमा पर हजारों ट्रक फंसे

पश्चिम बंगाल की ममता बनर्जी सरकार द्वारा पड़ोसी राज्य झारखंड से आने वाले भारी वाहनों के प्रवेश पर कथित रूप से प्रतिबंध लगाए जाने के बाद दोनों राज्यों की सीमा के पास राष्ट्रीय राजमार्ग दो और राष्ट्रीय राजमार्ग चार पर हजारों ट्रक फंस गये हैं । एक अधिकारी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। धनबाद की उपायुक्त माधवी मिश्रा ने संवाददाताओं को बताया कि झारखंड के ट्रकों को पश्चिम बंगाल के डिबुडीह चेकपोस्ट पर रोका गया। मिश्रा ने कहा, “हमने प्रखंड विकास पदाधिकारी से रिपोर्ट ली है। वरिष्ठ अधिकारियों और मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन को इसकी जानकारी दे दी गयी है। सरकार के स्तर पर बातचीत चल रही है।” ऑल इंडिया ट्रांसपोर्टर्स वेलफेयर एसोसिएशन (पूर्व) के प्रमुख सुनील अग्रवाल ने कहा, “राष्ट्रीय राजमार्ग दो और राष्ट्रीय राजमार्ग छह पर हजारों ट्रक फंसे हुए हैं। सीमा बंद होने के कारण महाराष्ट्र के करीब 10 ट्रक फंस गए हैं।”

पश्चिम बर्धमान और मेदिनीपुर जिलों के कुछ हिस्सों में बाढ़

फेडरेशन ऑफ वेस्ट बंगाल ट्रक ऑपरेटर्स एसोसिएशन (डब्ल्यूबीटीओए) के वरिष्ठ पदाधिकारी सुभाष बोस ने दावा किया कि बंगाल ने सुबह से ही पड़ोसी राज्य झारखंड के साथ सभी सीमाएं बंद कर दी हैं। देबुडीह चेकपोस्ट पर तैनात बंगाल पुलिस अधिकारियों ने दावा किया कि वरिष्ठ अधिकारियों के निर्देश पर ट्रकों के प्रवेश पर प्रतिबंध लगा दिया गया है। बंगाल सरकार ने दामोदर घाटी निगम (केंद्रीय सरकारी इकाई) द्वारा संचालित मैथन और पंचेत बांधों से लगातार पानी छोड़े जाने के विरोध में झारखंड से ट्रकों के प्रवेश पर कथित रूप से प्रतिबंध लगा दिया है। पानी छोड़े जाने के कारण पश्चिम बर्धमान और मेदिनीपुर जिलों के कुछ हिस्सों में बाढ़ आ गई है।

केंद्रीय जल आयोग के निर्देश पर छोड़ा पानी

डीवीसी के एक अधिकारी के अनुसार झारखंड में भारी वर्षा के कारण मैथन बांध और पंचेत बांध से पानी छोड़ा गया। अधिकारी ने स्पष्ट किया कि नयी दिल्ली स्थित केन्द्रीय जल आयोग (सीडब्ल्यूसी) के निर्देश पर पानी छोड़ा गया था, लेकिन अब इसे रोक दिया गया है। इस बीच झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) ने इस मुद्दे पर केंद्र सरकार पर हमला बोलते हुए कहा कि बाढ़ जैसी स्थिति के लिए दामोदर घाटी निगम (डीवीसी) जिम्मेदार है। (भाषा)

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